इस्लामाबाद 17 अगस्त । पाकिस्तान की राष्ट्रीय असेंबली में नए प्रधानमंत्री के चयन के लिए शुक्रवार को विशेष सत्र बुलाया गया। इसमें प्रधानमंत्री पद के लिए मतदान करवाया गया।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के नेता इमरान खान को प्रधानमंत्री पद चुन लिया गया। इसके बाद शनिवार को क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। इमरान खान के पक्ष में 176 मत प्राप्त हुए जबकि विपक्ष के उम्मीदवार शाहबाज शरीफ को सिर्फ 96 वोट प्राप्त हुए।
प्रधानमंत्री निर्वाचित होने के बाद इमरान खान ने असेंबली को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा पहला कदम सभी भ्रष्ट नीतियों पर कडा एक्शन लेना होगा, यहां से जो लोग पैसे लूटकर विदेश ले गए हैं, उस पैसे को वापस लाने का प्रयास करूंगा। देश का प्रधानमंत्री हर महीने कम से कम दो बार संसद में आएगा और हर सवालों के जवाब देना होगा, जिन लोगों के कारण से देश के लोगों के सिर पर कर्ज आया है, उनकी जिम्मेदारी तय की जाएगी। खान ने कहा कि भ्रष्ट लोगों के बच निकलने के लिए कोई रास्ता नहीं छोड़ा जाएगा, हम ऐसी सरकार बनाएंगे जो देश के लोगों की कमाई से देश चलाएगी और हाथ फैलाने के लिए विदेशों में नही जाना पडेगा।
इसी तरह उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने भी मेरा समर्थन किया है, मैं उन सभी का समर्थन अदा करने का प्रयास करता हूं, किसी सैन्य तानाशाह या सेना के कंधे पर चढ़कर यहां तक नहीं आया हूं, मैं 22 सालों के संघर्ष के बाद यहां तक पहुंचा हूं. केवल एक ही नेता ने मुझसे ज्यादा संघर्ष किया है और जिन्ना मेरे हीरो हैं। मैं आप सभी को यकीन दिलाता हूं कि मुझे कभी कोई ब्लैकमेल नहीं कर सकेगा, हमने चुनाव में कोई गड़बड़ी नहीं कराई है, इसलिए मैं सभी को सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग के पास जाने की सलाह देता हूं।
खान ने कहा कि अगर विपक्ष चुनावों में गड़बड़ी के आरोपों को लेकर गंभीर हंै तो सुप्रीम कोर्ट में जाए, सरकार उनका साथ देगी। मैंने 2013 में चार निर्वाचन क्षेत्रों में मतों की फिर से गिनती की मांग की तब हमें कोर्ट जाकर न्याय मिला था, अगर विपक्षी दल धरना देना चाहते हैं तो मैं उन्हें समर्थन देने को तैयार हूं, जिसमें बैठकर मैंने कई महीनों तक धरना दिया था।
उन्होंने कहा कि शाहबाज, शरीफ और फजल उर रहमान इस कंटेनर में एक महीने तक भी बैठ गए तो मैं मान लूंगा कि विपक्ष मजबूत हो गया है।attacknews.in