नयी दिल्ली/ श्रीनगर 19 अगस्त । जम्मू-कश्मीर में स्थिति सामान्य बनाये जाने के लिए सरकार द्वारा उठाये जा रहे कदमों के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने आज यहां केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की।
गृह मंत्री के साथ हुई बैठक में श्री डोभाल के साथ गृह सचिव राजीव गौबा और गुप्तचर ब्यूरो के प्रमुख अरविंद कुमार तथा अन्य अधिकारी भी थे।
अआधिकारिक तौर पर बैठक के एजेन्डे के बारे में कुछ नहीं कहा गया है लेकिन समझा जाता है कि दोनों अधिकारियों ने श्री शाह को जम्मू कश्मीर की स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी दी है।
सूत्रों के अनुसार बैठक में जम्मू कश्मीर की मौजूदा स्थिति की समीक्षा के साथ साथ वहां एहतियातन उठाये जा रहे कदमों तथा पाबंदियों में ढील और भविष्य की रणनीतियों के बारे में भी बातचीत हुई।
बैठक के बाद श्री डोभाल ने संवाददाताओं से बात नहीं की और सवालों पर कोई जवाब नहीं दिया।
अपुष्ट सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार दोबारा जम्मू कश्मीर जा सकते हैं। जम्मू कश्मीर से संबंधित संविधान के अनुच्छेद 370 और 35 ए को हटाये जाने के बाद श्री डोभाल खुद लगभग एक सप्ताह तक वहां रहे थे।
इस बीच जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने वहां लगी पाबंदियों में ढील दी जिससे कश्मीर में लगभग 200 प्राइमरी स्कूलों को खोलने की अनुमति दी गयी थी। सड़कों पर सामान्य दिनों की तरह आवाजाही बढ रही है और बाजार भी धीरे धीरे खुल रहे हैं।
उधर जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने रविवार को घाटी के 10 और टेलीफोन एक्सचेंजों का परिचालन शुरू कर दिया। हालांकि, पहले बहाल 17 एक्सचेंज में से एक पर सेवाएं रोक दी गई हैं।
अधिकारियों ने बताया कि प्रशासन को लैंड लाइन फोन का इस्तेमाल दुष्प्रचार अभियान में करने की जानकारी मिलने के बाद एक एक्सचेंज पर सेवाएं फिर से रोकी गई हैं। उन्होंने बताया कि घाटी में मौजूद 50,000 टेलीफोन फिक्स्ड लाइन में 28,000 को चालू कर दिया गया है।
रविवार को जिन टेलीफोन एक्सचेंज का परिचालन शुरू किया है वे हैं श्रीनगर जिले में डल झील, सचिवालय और निशात, उत्तरी कश्मीर में पट्टन, बोनियार और बारामूला, बडगाम जिले के चाबुरा और चरार-ए-शरीफ एवं दक्षिण कश्मीर की ऐशमुकाम।
पांच अगस्त को केंद्र की ओर से अनुच्छेद-370 के तहत जम्मू-कश्मीर को मिले विशेष दर्जे को खत्म करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेश में विभाजित करने की घोषणा से पहले राज्य में लैंडलाइन फोन और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थीं।
इस बीच, जम्मू क्षेत्र में शनिवार को शुरू 2जी इंटरनेट सेवा संभावित सांप्रदायिक तनाव फैलाने वाले वीडियो क्लिप को प्रसारित करने की जानकारी मिलने के बाद बंद कर दी गई। हालांकि, जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक मुकेश सिंह ने कहा कि 2जी सेवा तकनीकी खामी के कारण अस्थायी रूप से बंद की गई है और इसे यथाशीघ्र बहाल कर दिया जाएगा। पुलिस ने कहा कि वीडियो क्लिप प्रसारित करने वाले लोगों को पकड़ने के लिये छापे मारे जा रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के प्रमुख दिलबाग सिंह ने इंटरनेट सेवा का दुरुपयोग करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। सरकार की योजना सोमवार से सभी सरकारी प्राथमिक स्कूलों को खोलने की है। अधिकारियों का मानना है कि प्रतिबंधों की वजह से छात्रों की स्कूलों में उपस्थिति कम होगी।
अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर के कई हिस्सों में शनिवार और रविवार को पत्थरबाजी की घटनाएं भी हुईं जिनमें कई लोग घायल हुए हैं।