वाशिंगटन, 14 मार्च। अमेरिका के शीर्ष अखबार‘ वॉल स्ट्रीट जर्नल’ ने हिलेरी क्लिंटन की उस टिप्पणी की आलोचना की, जिसमें उन्होंने चुनाव में अपनी हार के लिये‘‘ अमेरिका के पिछड़े राज्यों’’ को जिम्मेदार ठहराया था। वर्ष2016 में अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव में वह डोनाल्डट्रंप की प्रतिद्वंद्वी थीं।
गौरतलब है कि हिलेरी ने उक्त बयान भारत की अपनी हालिया व्यक्तिगत दौरे पर दिया था।
हाल में मुंबई में सम्पन्न इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में हिलेरी ने सुझाव दिया कि उन लोगों ने ट्रंप का समर्थन इसलिए किया क्योंकि उन्हें यह पसंद नहीं कि अश्वेतों को अधिकार मिले, महिलाएं नौकरियां करें या भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक उनके मुकाबले अधिक प्रगति करें।
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव2018 के दौरान हिलेरी ने कहा, ‘‘ आप जानते हैं, आपको अश्वेतों को अधिकार मिलना पसंद नहीं है। आपको पसंद नहीं है कि महिलाएं नौकरी करें। आपको यह देखना कतई पसंद नहींहै कि भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक उनके मुकाबले अधिक प्रगति करें। लेकिन मैं इसका समाधान करने जा रही हूं।’’
हिलेरी ने कहा, ‘‘ अगर आप अमेरिका का मानचित्र देखें तो आप देखेंगे कि जहां- जहां ट्रंप जीते हैंवह सब लाल निशान वाले हैं, जबकि मैंने तटवर्ती क्षेत्रों में जीत हासिल की है। जैसे मैं इलिनोइस में जीती और मिनीसोटा में भी जीत हासिल की।’’
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘ जो बात मानचित्र आपको नहींदर्शा रहा है, वह यह कि मैंने उन जगहों पर जीत हासिल की जो अमेरिका के सकल घरेलू उत्पादके दो तिहाई का प्रतिनिधित्व करते हैं। मैंने उन जगहों पर जीत हासिल की जो आशावादी, विविधताभरे, गतिशील, प्रगति के पथ पर बढ़ने वाले हैं। और उनका( ट्रंप का) पूरा प्रचार अभियान‘ अमेरिका को फिर से महान बनाना’ दरअसल पीछड़ेपन की ओर देख रहा था।’’
‘ वॉल स्ट्रीट जर्नल’ ने अपने संपादकीय बोर्ड में कल हिलेरी की आलोचना करते हुए इसे कई अमेरिकी नागरिकों की‘‘ अवमानना’’ करार दिया।
अखबर लिखता है, ‘‘ डेमोक्रेट यहमान सकते हैं कि श्रीमान ट्रंप राष्ट्रपति बनने के योग्य नहीं लेकिन उन्हें इस बात की भी जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी कि उन्होंने एक ऐसे व्यक्ति को राष्ट्रपति पद के लिये डेमोक्रेटिक पार्टी का उम्मीदवार बनाया जिसने कई अमेरिकी नागरिकों की ऐसी ही अवमानना की।’’
बहरहाल भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक एवं सिख नेता गुरिंदर सिंह खालसा ने हिलेरी की टिप्पणियों की आलोचना करते हुए कहा, ‘‘ हमलोग उनके( हिलेरी के) बयान से सहमत नहीं हैं। कारण यह है कि यह प्रशासन बहुत विविध और भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिकों के लिये बहुत अच्छा है।’’
गुरिंदर सिंह खालसा अमेरिका के उप राष्ट्रपति माइक पेंस के करीबी मित्र हैं।
उन्होंने कहा कि ट्रंप ने अपने प्रशासन में शीर्ष पदों पर भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिकों को नियुक्त किया है। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी दूत के तौर पर उन्होंने निक्की हेली को नियुक्त किया। उन्होंने व्हाइट हाउस में प्रेस उप सचिव के तौर पर राज शाह को नियुक्त किया, सीमा वर्मा को सेंटर फॉर मेडिकेयर एंड मेडिकेटेड सर्विसेज की प्रमुख और अजित पई को फेडरल कम्युनिकेशंस कमिशन का प्रमुख नियुक्त किया।attacknews.in