मुंबई/ नईदिल्ली तीन अक्टूबर । महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए टिकट बंटवारे को लेकर कांग्रेस में दरार बढ़ती नजर आ रही है। पार्टी के पूर्व प्रमुख संजय निरूपम ने अपने द्वारा सुझाए गए नाम को खारिज किए जाने के बाद गुरुवार को घोषणा की कि वह कांग्रेस के प्रचार अभियान में शामिल नहीं होंगे।
पूर्व सांसद ने यह भी कहा कि पार्टी नेतृत्व उनसे जिस तरह का व्यवहार कर रहा है, उसे देखते हुए वह दिन दूर नहीं जब वह पार्टी को अलविदा कह देंगे।
निरूपम ने पार्टी के किसी नेता का नाम लिए बिना टि्वटर पर कहा, ‘‘ऐसा प्रतीत होता है पार्टी मेरी सेवाएं अब और नहीं चाहती। मैंने विधानसभा चुनाव के लिए मुंबई में सिर्फ एक नाम सुझाया था। सुना है कि इसे भी खारिज कर दिया गया है। जैसा कि मैं पार्टी नेतृत्व को पूर्व में बता चुका था, ऐसी स्थिति में मैं चुनाव प्रचार में भाग नहीं लूंगा। यह मेरा अंतिम फैसला है।’’
उन्होंने उस व्यक्ति के नाम का भी उल्लेख नहीं किया जिसे वह उम्मीदवार बनवाना चाहते थे।
पार्टी नेताओं के एक तबके की शिकायत के बाद निरूपम को इस साल लोकसभा चुनाव से पहले मार्च में मुंबई कांग्रेस प्रमुख के पद से हटा दिया गया था।
उनके खिलाफ शिकायत की गई थी कि वह ‘‘एकतरफा ढंग’’ से काम करते हैं।
निरूपम की जगह पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिन्द देवड़ा को मुंबई कांग्रेस का प्रमुख बनाया गया था।
हालांकि, देवड़ा ने आम चुनाव में पार्टी की हार के बाद पिछले महीने पद से इस्तीफा दे दिया था।
पार्टी लोकसभा चुनाव में मुंबई की छह सीटों में से एक पर भी चुनाव नहीं जीत पाई थी।
वर्तमान में मुंबई कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष पूर्व सांसद एकनाथ गायकवाड़ हैं
इसी बीच कांग्रेस ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार देर रात उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी की जिसमें कुल 20 नाम शामिल हैं।
इससे पहले पार्टी ने रविवार को 51 उम्मीदवारों की अपनी पहली और गत मंगलवार को 52 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की थी।
पार्टी अब तक कुल 123 उम्मीदवारों की सूची जारी कर चुकी है। वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के साथ गठबंधन के तहत 125 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
कांग्रेस अब तक मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस के खिलाफ नागपुर दक्षिण पश्चिम सीट से अपना उम्मीदवार तय नहीं कर पाई है।
राज्य में 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा और मतगणना 24 अक्टूबर को होगी।
हरियाणा में कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष की बगावत-
उधर हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने राज्य विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी उम्मीदवारों के चयन में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा है कि उनकी अनदेखी हुई है इसलिए उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर चुनाव समितियों से उन्हें मुक्त् करने का अनुरोध किया है।
श्री तंवर ने गुरुवार को नईदिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पांच साल आठ माह तक हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में उन्होंने पार्टी को मजबूत किया है और इसी का परिणाम है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का वोट प्रतिशत छह प्रतिशत और पिछले विधानसभा चुनाव में पांच प्रतिशत बढा। पार्टी ने उनके नेतृत्व में प्रभावी विपक्ष की भूमिका निभाई लेकिन चुनाव के समय उनकी अनदेखी की गयी।
इसी बीच कांग्रेस ने मैराथन बैठकों और काफी मंथन के बाद हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है जिसमें वरिष्ठ नेताओं भूपेंद्र सिंह हुड्डा, रणदीप सुरजेवाला और कुलदीप बिश्नोई सहित 84 लोगों के नाम हैं।
पार्टी ने केवल एक मौजूदा विधायक को छोड़कर बाकी सब को टिकट दिया है।
पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की मुहर लगने के बाद बुधवार देर रात जारी उम्मीदवारों की पहली सूची में प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष कुमारी शैलजा और पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर का नाम नहीं है, हालांकि इन दोनों के भी चुनाव लड़ने की अटकलें चल रही हैं।
सूत्रों का कहना है कि शेष छह सीटों के लिए बृहस्पतिवार को उम्मीदवारों की घोषणा की जा सकती है।
उम्मीदवारों की पहली सूची में प्रमुख नाम पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा का है जिन्हें गढ़ी सांपला किलोई सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला कैथल विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे। वह इसी सीट से वर्तमान में विधायक भी हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के दोनों पुत्रों कुलदीप बिश्नोई और चंद्र मोहन को कांग्रेस ने टिकट दिया है। बिश्नोई हिसार की आदमपुर सीट से वहीं उनके भाई और पूर्व उप मुख्यमंत्री चंद्र मोहन पंचकुला से चुनाव लड़ेगे।
पूर्व नेता प्रतिपक्ष किरण चौधरी तोशाम से चुनाव लड़ेंगी। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप शर्मा को पार्टी ने गनौर सीट से प्रत्याशी घोषित किया है।
राज्य सरकार के पूर्व मंत्री आफताब अहमद को नूंह से उम्मीदवार बनाया गया है।
हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस के 17 विधायक हैं, जिनमें से पार्टी ने केवल रेणुका विश्नोई को उम्मीदवार नहीं बनाया है, जो हांसी से विधायक हैं।
राज्य की सभी 90 विधानसभा सीटों के लिए 21 अक्टूबर को मतदान होगा और 24 अक्टूबर को मतगणना होगी