ग्वालियर 14 अक्टूबर। राजमाता कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति पर पेंशन और तनख्वाह दोनों एक साथ लेने का आरोप लगा है। ये तथ्य शाजापुर के आरटीआई एक्टिविस्ट ने उजागर किया है। कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति एके सिंह इससे पहले दिल्ली में कृषि अनुसंधान केन्द्र में अधिकारी रहे हैं।
आरटीआई कार्यकर्ता ने कहा है कि कुलपति एके सिंह ने पेंशन और पगार एक साथ ली है। ये उन्होंने 2014 और 2016 के बीच राशि का आहरण किया है, लेकिन विश्वविद्यालय के कुलपति ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि नियमानुसार पेंशन का कटोती उन्होंने करवाई है। आर्थिक अनियमित्ताओं के आरोपों को सरासर गलत बताया।
तत्कालीन फाइनेंस कंट्रोलर महक सिंह ने दोहरा आर्थिक लाभ लेने पर आपित्त लगाकर वीसी को ऐसा करने से मना भी किया था। लेकिन वीसी ने मनमर्जी चलाते हुए उनकी कोई बात नहीं सुनी। नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए अनुचित लाभ लेते रहे।
वीसी के वेतन और पेंशन की जानकारी के लिए शाजापुर आरटीआई एक्टिविस्ट ने आरटीआई लगाई थी। प्रो. सिंह ने कृषि विवि से पूरा वेतन और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद से पेंशन का भुगतान एक साथ लिया।