गुना, 16 जुलाई । मध्यप्रदेश के गुना जिले के जनगपुर गांव में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान एक दलित दंपति से मारपीट के मामले में आज छह पुलिस कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया।
पुलिस के अधिकारिक सूत्रों के अनुसार पुलिस ने इस मामले में दोषी छह पुलिस कर्मचारियों पर निलंबन की कार्रवाई की है। जिसमें कैंट थाने के उप निरीक्षक अशोक सिंह कुशवाहा, आरक्षक राजेन्द्र शर्मा, आरक्षक पवन यादव, आरक्षक नरेन्द्र रावत, महिला आरक्षक नीतू यादव, रानी रघुवंशी को निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि के दौरान इनका मुख्यालय पुलिस लाइन गुना होगा।
भाजपा के शासन में पुलिस हुई निरंकुश: नरेंद्र सिंह
प्रयागराज,से खबर है कि ,समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता नरेन्द्र सिंह ने मध्य प्रदेश के गुना में किसान परिवार के साथ की गई पुलिस कार्रवाई को बर्बरता की पराकाष्ठा बताते हुए आरोप लगाया कि भारतीय जनात पार्टी (भाजपा) के शासन में पुलिस निरंकुश हो चुकी है।
श्री सिंह ने गुरूवार को गुना की घटना की घोर निंदा करते हुए कहा है कि अन्नदाता के साथ इस तरह का बर्ताव साबित करता है कि भाजपा पूंजीपतियों के हाथ की कठपुतली बन गयी है। इस सरकार की संवेदना मर चुकी है। किसानों के साथ लगातार अत्याचार की घटनाएँ बढ़ रही है । कोरोना जैसी महामारी के समय किसानों के साथ रहम और सुविधाएं उपलब्ध कराने की जगह उन्हे बेदखल किया जाना अन्याय है।
आयोग ने गुना में दलित की पिटाई पर संज्ञान लिया
मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने गुना में मंगलवार को दलित की पिटाई के मामले में संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियाें से तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है।
आयोग की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार आयोग ने गुना जिले के जगनपुर चक में साइंस काॅलेज के लिये आवंटित भूमि में कब्जा हटाने के दौरान बीते मंगलवार को एक दलित दम्पत्ति की पिटाई के मामले में पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर, पुलिस अधीक्षक गुना तथा कलेक्टर गुना से तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है।
मध्यप्रदेश में कानून का राज है-नरोत्तम
इधर मध्यप्रदेश के गृह मंत्री डॉ़ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मध्यप्रदेश में कानून का राज है जो लापरवाही करेगा उसे बख्शा नहीं जायेगा।
डॉ मिश्रा ने ट्वीट के माध्यम से कहा है ‘कांग्रेस ने हमेशा से गरीबों और किसानों को छला है। गरीबी हटाओ का नारा देकर दशकों तक राज किया और देश में गरीबों की संख्या बढ़ती चली गई। किसानों को कर्ज माफी का वचन देकर मध्यप्रदेश में 15 महीने सरकार चलाई, लेकिन वादा भूल गई। गुना की दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर हमने तुरंत एक्शन लिया है।
उन्होंने कहा मध्यप्रदेश में कानून का राज है, जो लापरवाही करेगा, उसे नाप दिया जाएगा। गुना में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जानकारी मिलते ही हमने त्वरित कार्रवाई की। ये राहुलगांधी की कांग्रेस सरकार नहीं है, जहां अधिकारी प्रीपेड व्यवस्था से नियुक्त होते थे ’।