पाटन, 21 अप्रैल । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि उन्होंने आतंकवाद का सफाया करने का निर्णय लिया है और इसके लिए उन्हें अपनी कुर्सी की भी परवाह नहीं है।
श्री मोदी ने आज अपने गृह राज्य गुजरात में चुनाव प्रचार के अंतिम दिन पाटन में सत्तारूढ़ भाजपा की चुनावी सभा में कहा आतंकवाद ने 40 साल में हिन्दुस्तान के लोगों का आंसू सूखने नहीं दिया। इसके चलते आये दिन जवानों के शव तिरंगे में लपेट कर आते थे। मंदिरों के बाहर तक पुलिस तैनात करनी पड़ी।
उन्होंने देश में आतंकवाद के प्रसार के लिए पूववर्ती कांग्रेसी सरकारों के नरम रवैये को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि हमे सोचना होगा कि देश की यह दुर्दशा किसने की। पहले देश के कोने कोने में आये दिन बम धमाके और दंगे होते थे। मुंबई में इतना बड़ा हमला हुआ पर दो दिन कैंडल मार्च के बाद सरकार ने कुछ नहीं किया।
श्री मोदी ने कहा, ‘मैने तय कि इस कुर्सी को रहना है तो रहे या जाये पर या तो मै रहूंगा या आतंकी रहेंगे। देश भर में बम धमाके करने वाले आतंकियों को कश्मीर के दो दो ढाई जिलों तक सीमित कर दिया गया है। ऐसा नहीं है कि आतंकवादी सुधर गये है। उनकी कोशिश चालू है। वे कुछ कर नही पा रहे। हां एक सौ बार प्रयास करने पर एक आध घटनाएं कर पाते हैं।’
श्री मोदी ने कहा कि अगर वह भी पुलवामा और उरी आतंकी हमले के बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जैसा रूख दिखाते तो क्या लोग उन्हें माफ करते।
प्रधानमंत्री ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद हुए एरियल स्ट्राइक की चर्चा करते हुए कहा कि पाकिस्तान को अंदाजा भी नहीं था कि यह ऐसा होगा।
उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, ‘ पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान सोच रहा था कि मोदी कहां से हमला करेगा। आज शरद पवार ने कहा है कि मोदी क्या करने वाला होता है किसी को पता नहीं चल पाता। अगर पवार को नहीं समझ पड़ती तो इमरान खान को कहां से पड़ेगी। मै तो हनुमान जी का भगत हूं । सेना ने एरियल स्ट्राइक किया और खेल खत्म।’
श्री मोदी ने कहा कि हमले के बाद इसको लेकर ये लोग (विपक्षी) संदेह जता रहे थे जबकि पाकिस्तान रो रहा था। भारत ने पाकिस्तान का विमान भी गिरा दिया और हमारे पकड़े गये पायलट को उसे लौटाना पड़ा। हमने चेतावनी दी थी कि उसे एक खरोंच तक नहीं आनी चाहिए। अमेरिका के एक प्रवक्ता ने तब कहा था कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो भारत कोई बड़ी कार्रवाई कर देगा। मोदी एक साथ 12 मिसाइल से हमला कर देगा। यह अच्छा हुआ वापस कर दिया वरना यह कत्ल की रात होती।
श्री मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि एयर स्ट्राइक का सबूत मांग रही विपक्षी पार्टी ने पहले और दूसरे चरण के चुनाव के बाद ऐसा करना बंद कर दिया है। उन्हें सूचना मिल गयी है कि ऐसा करने से जनता नाराज हो रही है। देश की सेना और इसके पराक्रम पर भरोसा नहीं करने वाली और सेना प्रमुख को गुंडा कहने वाली कांग्रेस अब सबूत मांगने के मामले में ढीली हो गयी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के शासन में 1985 के बाद से, जब देश की सुरक्षा जरूरतें बढ़ रहीं थीं, एक भी नयी तोप सेना को नहीं दी गयी। उनकी सरकार में तोप और टैंक आदि के तीन कारखाने देश में हैं जिनमें से एक गुजरात के हाजिरा में है। सेना को अब ऐसा टैंक दिया गया है जो 48 किमी तक गोला फेंक सकता है यानी गुजरात के नाडाबेट से सीधे पाकिस्तान के अंदर हमला किया जा सकता है। सीमावर्ती राज्य गुजरात में अब डीसा में एक बड़ा एयर फोर्स स्टेशन बन रहा है। देश में ही एके 47 से भी बढ़िया रायफल बनाने का ऐसा काम शुरू हुआ है कि हमे न केवल अब इसे खरीदना न पड़े बल्कि भारत इसे बाहर बेच तक सकता है।
उन्होंने अंतरिक्ष में उपग्रह पर हमला कर सकने वाली एंटी सैटेलाइट प्रणाली का सफल परीक्षण कर दुनिया में ऐसी क्षमता वाला चौथा देश बनने की भारत की उपलब्धि पर भी विपक्षी दलों के सवाल खड़े करने को लेकर उनकी निंदा की।
श्री मोदी ने कहा कि गुजरात उनका अपना घर है। यहां के लोगों को उन्हें बतौर आशीर्वाद सभी 26 सीटों पर जीत दिलानी चाहिए। ऐसा नहीं होने पर और चुनाव के परिणाम आशानुरूप नहीं होने पर लोग यहां के परिणाम को लेकर उन पर ताना मार सकते हैं।
उन्होंने कहा,‘उत्तर गुजरात और गुजरात की संतान के तौर पर आपका मेरे ऊपर जितना हक उतना मेरा भी आपके ऊपर है। मै आपसे आशीर्वाद लेने आया हूं और आप ऐसा आशीर्वाद दें कि किसीको मुझ पर तंज कसने का मौका न मिले। 23 मई को परिणाम आये तो फिर एक बार मोदी सरकार बननी तय है पर अगर कही ऐसा नहीं हुआ तो टीवी पर और कहीं की नहीं बल्कि यही चर्चा होगी कि गुजरात में क्या हुआ। क्या आप ऐसा होने दोगे।घर के लड़के की जिम्मेदारी किसकी है।’
उन्होंने सेना के पू्र्व प्रमुख जनरल करियप्पा का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्हें भी तभी सबसे अधिक आनंद मिलता है जब अपने घर में सम्मानित किया जाता है। इससे नयी ऊर्जा और देश के लिए और कुछ करने की प्रेरणा भी मिलती है।
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