नयी दिल्ली 17 दिसंबर । गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा के चुनाव के कल आने वाले नतीजों पर पूरे देश की निगाह लगी हुई है और इन नतीजों से भारतीय जनता पार्टी तथा कांग्रेस की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है।
चुनाव आयोग ने कल सुबह इन दोनों राज्यों में होने वाली मतगणना के लिए सभी आवश्यक तैैयारियां पूरी कर ली हैं और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी कर लिए हैं।
गुजरात विधानसभा की 182 और हिमाचल की 68 सीटों के लिए चुनाव संपन्न होने के बाद उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गयी है।
गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए मतों की गणना कल होगी।
गुजरात चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए जहां प्रतिष्ठा का प्रश्न हैं वहीं यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस के नए अध्यक्ष के रूप में राहुल गांधी इस परीक्षा में खरे उतर पाते हैं या नहीं।
गुजरात में भाजपा लगातार छठे कार्यकाल की उम्मीद लगाए है वहीं लगभग दो दशक से विपक्ष में रही कांग्रेस को सत्ता में आने की उम्मीद है।
राज्य के चुनाव परिणामों का असर वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर भी पड़ सकता है। यह नहीं भूलना चाहिए कि वर्ष 2014 में मोदी गुजरात के ‘विकास मॉडल’ के बल पर ही सत्ता में आए थे।
मतगणना कल राज्य के 33 जिलों में कड़ी सुरक्षा के बीच 37 केंद्रों पर होगी।
गुजरात में दो चरणों में हुए चुनाव में औसतन 68.41 फीसदी मतदान हुआ था।
हिमाचल प्रदेश में भी कल मतगणना होगी जिसमें मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल समेत 337 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला होगा। राज्य में पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी भाजपा और कांग्रेस ने सभी 68 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे।
हिमाचल में 75.28 फीसदी मतदान हुआ। चुनाव पूर्वानुमानों में भाजपा की जीत की संभावना जताई गई है।
मतगणना के लिए पर्याप्त सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं। मतगणना सभी 68 निर्वाचन क्षेत्रों में 42 मतदान केंद्रों पर एक साथ शुरू होगी।
हिमाचल में हर चुनाव के बाद सरकार बदलने की परंपरा सी बन गई है। वैसे भी एग्जिट पोल के परिणामों से भाजपा के हौसले बुलंद हैं।
मतगणना के लिए 2,820 कर्मचारियों को तैनात किया गया है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी पुष्पेंद्र राजपूत ने कहा कि सभी मतगणना केंद्रों पर त्रिस्तरीय सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं।attacknews.in