नई दिल्ली 13 दिसम्बर। गुजरात चुनाव के दूसरे चरण के मतदान से एक दिन पहले कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राहुल गांधी के टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू का मामला तूल पकड़ने लगा है।
इस मुद्दे पर विवाद के बाद गुजरात चुनाव 2017 के मुख्य निर्वाचन अधिकारी बीबी स्वेन ने कहा, ‘हमें एक साक्षात्कार के प्रसारण के बारे में शिकायत मिली है। हमने डीवीडी जमा कर ली है और उचित जांच कर रहे हैं। हम देखेंगे कि क्या उन्होंने 126 आरपी अधिनियम का उल्लंघन किया है या नहीं।’
इससे पहले केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, ‘गुजरात में प्रचार के पिछले 48 घंटों में इंटरव्यू देने की अनुमति नहीं थी। मुझे यकीन है कि चुनाव आयोग इस पर संज्ञान लेगा और इस पर कार्रवाई होगी।’
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, राहुल गांधी के गुजरात के स्थानीय टीवी चैनल पर दिए इंटरव्यू पर कटाक्ष कर रहे थे।
बता दें कि गुजराती समाचार चैनल जीएसटीवी को दिए एक इंटरव्यू में राहुल गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधा था।
कांग्रेस के नव निर्वाचित अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी पर अपनी छवि बिगाड़ने का आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्होंने कोई मेकओवर नहीं कराया है। साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी उनसे नहीं गुजरात के लोगों की आवाज से भयभीत है।
राहुल गांधी ने कहा, ‘कोई मेकओवर नहीं किया, राहुल गांधी की सच्चाई को बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा विकृत किया जा रहा है। मैं सच बोलता हूं और सच सामने आ रहा है।’
गुजरात के चुनाव और चुनाव प्रचार के बारे में बात करने पर राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव में वह या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अहम नहीं हैं, बल्कि गुजरात के लोग अहम हैं।
उन्होंने कहा, ‘मैं कौन हूं, मैंने बीते तीन महीनों में सिर्फ गुजरात के बारे में बात की है। चुनाव में अहम बात राहुल गांधी या नरेंद्र मोदी नहीं हैं, गुजरात के लोग हैं।’
उन्होंने कहा, ‘वे (बीजेपी) राहुल गांधी से भयभीत नहीं हैं, वे गुजरात के लोगों की आवाज से भयभीत हैं।’
नेहरू-गांधी परिवार पर टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री के लिए कोई घृणा महसूस नहीं होती। उन्होंने कहा कि मोदी ने ही उनकी सबसे ज्यादा मदद की है।
राहुल गांधी ने कहा, ‘मोदी जी ने मेरी सबसे ज्यादा मदद की है, मैं उनसे कैसे घृणा कर सकता हूं।’
नेहरू-गांधी परिवार पर की गई टिप्पणी पर जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘यदि आप देश के इतिहास और धर्म को देखें तो पाएंगे कि घृणा का जवाब प्रेम से दिया जाना चाहिए। मेरे अंदर कोई घृणा या नाराजगी नहीं है।’
उन्होंने कहा, ‘यह हमारे परिवार के स्वभाव में है। शायद महात्मा गांधी ने हमारे परिवार को यही सिखाया था।’attacknews.in