गांधीनगर 10 दिसम्बर । गुजरात में चरम पर पहुंच चुकी चुनावी गहमागहमी के बीच भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज आरोप लगाया कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी के समर्थन से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर विधानसभा चुनाव लड़ रहे दलित कार्यकर्ता जिग्नेश मेवाणी के देश विरोधी और आतंकी तत्वों से साठगांठ के बारे में पहले से जानते थे।
शाह ने आज गांधीनगर के निकट पार्टी के प्रदेश मुख्यालय श्रीकमलम में पत्रकारों से कहा कि हाल में मेवाणी को आईएसआईएस जैसे आतंकी संगठनों से संबंध रखने वाले पीएफआई से जुड़े संगठन से धन मिलने की खबरें और इसकी तस्वीरे सामने आयी थीं। गांधी से भी गुजरात चुनाव से पहले मुलाकात हुई थी। वह उनके इस संबंध के बारे में जानते थे इसीलिए उन्हें कांग्रेस के प्रत्याशी के बजाय पार्टी समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में उत्तर गुजरात की वडगाम सीट से टिकट दिया गया।
उन्होंने कहा कि गुजरात चुनाव की शुरूआत जातिवादी राजनीति से कर रही कांग्रेस फिर से तुष्टिकरण और सांप्रदायिक आधार पर मतों को जोडऩे की नीति पर लौट आयी है। राहुल जी ने मंदिरों के चक्कर लगाये पर पहले चरण के चुनाव से दो तीन दिन पहले वह अपनी स्पष्ट हार देख कर वापस अपनी तुष्टिकरण की नीति पर लौट आये हैं।
मुंबई कांग्रेस के उपाध्यक्ष चरण सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी को गुजरात के 2002 दंगों के लिए जामा मस्जिद में जाकर माफी मांगने की बात एक टेलीविजन कार्यक्रम में की है। कांग्रेस समर्थित एनजीओ के फर्जी आरोपों के बावजूद सुप्रीम कोर्ट ने मोदी को इसमें संलिप्त नहीं माना पर सिर्फ वोटबैंक के लिए फिर से पार्टी अब यह मुद्दा उठा रही है।
उन्होंने कांग्रेस से निलंबन से पहले मणिशंकर अय्यर के घर पर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह, पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और पाकिस्तानी उच्चायुक्त की मौजूदगी में हुई गुप्त बैठक पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि इसमें विदेशी राजनयिक के होने के बावजूद विदेश विभाग को भी इसकी कोई जानकारी नहीं दी गयी थी।attacknews.in