नयी दिल्ली, आठ अगस्त । जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने शनिवार को देश के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) का पद संभाल लिया। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है।
इससे पहले सुबह राष्ट्रपति भवन में मुर्मू ने नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक के पद की शपथ ली। राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी बयान के अनुसार मुर्मू ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के समक्ष पद की शपथ ली।
पूर्व नौकरशाह मुर्मू गुजरात कैडर के 1985 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी हैं। नए कैग के रूप में उनका कार्यकाल 20 नवंबर, 2024 तक है।
उन्होंने शुक्रवार को सेवानिवृत्त हुए राजीव महर्षि का स्थान लिया है।
कैग एक संवैधानिक पद है जिसपर केन्द्र सरकार और राज्य सरकारों के खातों की लेखापरीक्षा करने की प्राथमिक जिम्मेदारी है। कैग की लेखापरीक्षा रिपोर्टों को संसद और राज्य विधानसभाओं में पेश किया जाता है।
मुर्मू को राष्ट्रपति भवन में सुबह पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। इस मौके पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा राजीव महर्षि भी मौजूद थे।
राष्ट्रपति भवन में पद और गोपनीयता की शपथ लेने के बाद मुर्मू कैग के कार्यालय पहुंचे। वहां उनका स्वागत भारतीय अंकेक्षण एवं लेखा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने किया।
संघ शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर का उपराज्यपाल बनने से पहले मुर्मू व्यय विभाग में संयुक्त सचिव, वित्तीय सेवा और राजस्व विभाग में अतिरिक्त सचिव रह चुके हैं। बाद में वह व्यय विभाग में विशेष सचिव रहे। उसके बाद उन्हें विभाग का सचिव बनाया गया।
केंद्र में अपने कार्यकाल से पहले मुर्मू गुजरात में महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं। बयान में कहा गया है कि उनके पास प्रशासनिक, आर्थिक और बुनियादी ढांचा क्षेत्र का गहन अनुभव है।
मुर्मू उत्कल विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर हैं। उनके पास बर्मिंघम विश्वविद्यालय से एमबीए की डिग्री हैं। उनका जन्म 21 नवंबर, 1959 को ओड़िशा के मयूरभंज जिले में हुआ था। उनका विवाह स्मिता मुर्मू से हुआ है। उनकी एक पुत्री (रुचिका) और एक पुत्र (रुहान) है।