इस्लामाबाद, आठ मई । पाकिस्तान में पहली बार एक हिंदू महिला ने देश की प्रतिष्ठित सेंट्रल सुपीरियर सर्विसेज (सीएसएस) परीक्षा पास की है और विशिष्ट पाकिस्तान प्रशासनिक सेवा (पीएएस) के लिये चयनित हुई है।
पाकिस्तान के सर्वाधिक हिंदू आबादी वाले सिंध प्रांत के शिकारपुर जिले के ग्रामीण इलाके की रहने वालीं सना रामचंद एमबीबीएस डॉक्टर हैं।
वह सीएसएस की परीक्षा पास करने वाले 221 अभ्यर्थियों में शामिल हैं। 18,553 परीक्षार्थियों ने यह लिखित परीक्षा दी थी। विस्तृत चिकित्सा, मनोवैज्ञानिक और मौखिक परीक्षा के बाद अंतिम चयन किया गया।
मेधा सूची निर्धारित होने के बाद अंतिम चरण में समूह आवंटित किये गए।
परिणाम घोषित होने के बाद रामचंद ने ट्वीट किया, ‘वाहे गुरू जी का खालसा वाहे गुरू जी की फतेह’।
इसके साथ ही उन्होंने लिखा, ‘मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है अल्लाह के फजल से मैंने सीएसएस 2020 की परीक्षा पास कर ली है और पीएएस के लिए मेरा चयन हो गया है। इसका पूरा श्रेय मेरे माता-पिता को जाता है।’
हालिया सीएसएस परीक्षा में पास प्रतिशत दो से भी कम है जो कड़ी प्रतिस्पर्धा और के साथ ही इन परीक्षा का संचालन करने वाले संघीय लोक सेवा आयोग द्वारा लागू किये गए कड़े मानकों को भी दर्शाता है।
पीएएस शीर्ष श्रेणी है जिसके बाद अक्सर पाकिस्तान पुलिस सेवा और पाकिस्तान विदेश सेवा तथा अन्य आते हैं। पीएएस श्रेणी हासिल करने वालों को सहायक आयुक्त के तौर पर नियुक्त किया जाता है और बाद में प्रोन्नत होकर वे जिला आयुक्त बनते हैं जो जिलों का नियंत्रण करने वाला शक्तिशाली प्रशासक होता है।
बीबीसी उर्दू की खबर के अनुसार रामचंद पहली हिंदू महिला हैं, जिनका सीएसएस परीक्षा के बाद पीएएस के लिए चयन हुआ है।
अंतिम सूची में 79 महिलाएं शामिल हैं और उन्हें पीएएस समेत विभिन्न समूह आवंटित हुए हैं। परीक्षा में शीर्ष स्थान पाने वाली भी एक महिला, माहीन हसन, हैं जिन्हें पीएएस आवंटित किया गया है।
रामचंद ने सिंध प्रांत के चंदका मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया और सिविल अस्पताल कराची में हाउस जॉब पूरी की। फिलहाल वह सिंध इंस्टिट्यूट ऑफ यूरोलॉजी एंड ट्रांसपेरेंट से एफसीपीएस की पढ़ाई कर रही हैं और जल्द ही एक योग्य सर्जन बन जाएंगी।
कुछ राजनेताओं समेत सोशल मीडिया पर रामचंद को बहुत से लोगों ने इस उपलब्धि के लिये बधाई दी।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के वरिष्ठ नेता फरहतुल्लाह बाबर ने कहा, “बधाई डॉ. सना रामचंद। उन्होंने पाकिस्तान के हिंदू समुदाय को गौरवान्वित किया, पूरे देश को किया।”