जयपुर 10 दिसम्बर । राजस्थान में फिल्म निदेशक आशुतोष गोवारिकर की फिल्म पानीपत के विरोध के चलते राजधानी जयपुर में सिनेमा हॉल में तोड़फोड़ के बाद अब कोटा के सभी तथा जयपुर एवं कुछ अन्य स्थानों पर कुछ सिनेमाघरों में फिल्म का प्रदर्शन रोक दिया गया हैं।
बॉलीवुड फिल्म ‘पानीपत’ में भरतपुर के तत्कालीन महाराजा सूरजमल के किरदार को गलत तरीके से फिल्माये जाने के विरोध के चलते राजधानी जयपुर के कई सिनेमाघरों ने हाल में रिलीज हुई इस फिल्म के शो सोमवार से रद्द कर दिये।
जयपुर के राजमंदिर, सिनेपोलिस, आईनॉक्स सिनेमाघरों में शो रद्द किये गये। वहीं राज्य सरकार ने लोगों की आपत्तियों को लेकर फिल्म के वितरकों से जवाब मांगा ।
राजमंदिर सिनेमाघर के प्रबंधक अशोक तंवर ने बताया कि प्रशासन के आगामी आदेश तक फिल्म ‘पानीपत’ के सभी शो रद्द कर दिये गये । उन्होंने बताया कि सोमवार को 12 बजे वाले फिल्म के शो को भी विरोध के चलते बीच में ही रद्द कर दिया गया। पुलिस की मौजूदगी के कारण हांलाकि सिनेमाघर में किसी प्रकार की तोड़फोड़ नहीं हुई।
वहीं जयपुर के सभी आईनॉक्स सिनेमाघरों में भी विरोध के बाद फिल्म पानीपत के शो रद्द कर दिये गये। आईनॉक्स सूत्रों के अनुसार जयपुर के सभी छह मल्टीप्लैक्स में लगी फिल्म पानीपत के शो को आगामी आदेश तक रद्द कर दिया गया ।
राजस्थान फिल्म ट्रेड एंड प्रोमोशन काउंसिल के महासचिव राज बंसल ने कहा,’ कुछ सिनेमाघरों ने विरोध को देखते हुए फिल्म पर्दे से उतार ली । सेंसर बोर्ड से मंजूरी के बाद फिल्म दिखाई जा रही है लेकिन विरोध की मार तो सिनेमाघरों को झेलनी पड़ी है।’
वहीं राज्य सरकार ने फिल्म को लेकर जताई जा रही आपत्तियों पर वितरकों के जरिए फिल्म निर्माताओं से जवाब मांगा है। जाट समुदाय का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्य सचिव (गृह) राजीव स्वरूप से मिला और फिल्म पर प्रतिबंध की मांग की।
अधिकारी ने कहा,’ समुदाय के नेताओं ने फिल्म के विरोध में अपनी भावनाएं प्रकट की हैं। हम फिल्म वितरकों के माध्यम से निर्माताओं से उनका जवाब मांग रहे हैं।’ सरकार कानूनी पहलू के हिसाब से इस पर विचार करेगी।
बीकानेर, जयपुर एवं भरतपुर में कुछ लोगों ने फिल्म के विरोध में नारेबाजी की और फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। भरतपुर में पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह, विधायक वाजिब अली व मुकेश भाकर व रामस्वरूप गावड़िया ने फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की।
एक नागरिक रामावतार पलसानिया ने फिल्म के निर्माताओं खिलाफ यहां मानसरोवर थाने में शिकायत दी है। इसमें ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ तथा तत्कालीन महाराजा सूरजमल की छवि को धूमिल करने का आरोप है। थाना प्रभारी सुनील कुमार ने कहा कि शिकायत को जांच के लिए रखा गया है और कोई एफआईआर फिलहाल दर्ज नहीं हुई है।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (जयपुर) अजय पाल लांबा ने कहा कि जिन सिनेमाघरों में यह फिल्म दिखाई जा रही है वहां सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं। उन्होंने कहा,’ किसी को कानून व्यवस्था बिगाड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी।’
इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संवाददाताओं से कहा कि समाज के लोगों की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचे, वो संतुष्ट हो जाये उसके बाद फिल्म चले तो ज्यादा बेहतर रहेगा।
उन्होंने कहा, “अतिरिक्त मुख्यसचिव (गृह) से बात हो चुकी है। अधिकारी आपस में समन्वय कर वितरकों से बातचीत कर रहे हैं.. उम्मीद है कोई न कोई हल निकलेगा।’
फिल्म में भरतपुर के पूर्व महाराजा सूरजमल पर गलत चित्रण करने को लेकर सोमवार को जयपुर, भरतपुर, कोटा एवं श्रीगंगानगर में विरोध प्रदर्शन किये गये और इस दौरान जयपुर में वैशाली नगर क्षेत्र में स्थित आइनॉक्स सिनेमा हॉल में कुछ प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की तथा फिल्म के पोस्टर फाड़ डाले। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर स्थिति को संभाला। इसके बाद जयपुर के कुछ सिनेमाघरों एवं कोटा के सभी सिनेमा घरों में फिल्म का प्रदर्शन रोक दिया गया वहीं पुलिस एवं प्रशासन ने क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई।
कोटा के गोल्ड सिनेमा सूत्रों के अनुसार कोटा में सभी सिनेमाघरों में पानीपत के शो रोक दिये गये है। ऑनलाइन बुकिंग भी स्थगित कर दी गई है। विरोध के चलते अजमेर जिले के किशनगढ़ के सिनेमाघरों ने भी फिल्म का प्रदर्शन रोक दिया गया है।
इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि फिल्म सेंसर बोर्ड को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए। डिस्ट्रीब्यूटर्स को जाट समाज के लोगों से शीघ्र बात की जानी चाहिए। इसके बाद मंगलवार को श्री गहलोत ने कहा कि ,एक फिल्म के निर्माण से पहले फिल्म के एक विशेष चरित्र का सही तरीके से चित्रण करने के लिए अध्ययन किया जाना चाहिए, जिससे कि बाद में कोई विवाद नहीं हो।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एवं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) के संयोजक एवं सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी फिल्म में विवादित दृश्य दिखाये जाने की निंदा की और इसका विरोध किया है।
उल्लेखनीय है कि फिल्म पानीपत में पूर्व महाराजा सूरजमल के चित्रण को गलत तरीके से दिखाये जाने को लेकर जाट समाज सहित कई लोगों में रोष है। सूरजमल के वंशज एवं राज्य के पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने इस पर रोक लगाने की मांग की है। मंगलवार को सर्व ब्राह्मण महासभा भी इसके विरोध में उतर आई।