मुंबई 24 जनवरी । संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावत’ से पहले भी कई ऐसी फिल्में आई हैं, जिनका जबरदस्त विरोध हुआ है, लेकिन इसके बावजूद ये फिल्में सुपरहिट रही।
25 जनवरी से प्रदर्शित होने वाली फिल्म ‘पद्मावत’ शुरू से ही विवादों से घिरी हुई है। राजस्थान की करणी सेना ने भंसाली पर तथ्यों के साथ छेड़-छाड़ का आरोप लगाया है।
उन्होंने फिल्म के सेट को तहस-नहस करने के साथ भंसाली के साथ मार-पीट भी की। कई राज्यों में फिल्म का विरोध चल रहा है। फिल्म की रिलीज डेट पहले एक दिसंबर थी लेकिन रिलीज नही हो सकी।
सेंसर बोर्ड ने ‘पद्मावत’ को पिछले साल 30 दिसंबर को यू/ए प्रमाण पत्र देने का फैसला किया था। फिल्म का नाम ‘पद्मावती’ से बदलकर ‘पद्मावत’ करने के साथ ही इसमें पांच संशोधन किए थे। इसके बावजूद राजपूत संगठन श्री राजपूत कर्णी सेना अपनी मांग पर अड़ा था कि फिल्म प्रदर्शित नहीं की जानी चाहिए। सर्वोच्च न्यायालय ने 25 जनवरी को फिल्म ‘पद्मावत’ को सभी राज्यों को फिल्म रिलीज के रास्ते में न आने का आदेश दे दिया है।
मौजूदा दशक में ही वर्ष 2001 की सुपरहिट फिल्म ‘गदर: एक प्रेम कथा’ भी विवादों से बच नहीं पाई थी. फिल्म तारा (सनी देओल) और सकीना (अमीषा पटेल) की कहानी थी. तारा सिख थे और सकीना मुस्लिम. भारत के बंटवारे के समय सकीना के परिवार वाले पाकिस्तान चले जाते हैं, लेकिन सकीना भारत में ही रह जाती हैं. इसके बाद तारा, सकीना के मांग में सिंदूर लगाकर उन्हें अपनी पत्नी बना लेता है. इस फिल्म को लेकर भारत के विभिन्न मुस्लिम गुटों ने विरोध जताया था. मुंबई, अहमदाबाद और भोपाल में इस फिल्म का बहुत विरोध हुआ था. लोगों का आरोप था कि फिल्म में कई ऐसी चीजें दिखाई गई हैं, जो हिंदुओं की भावनाओं को भड़काती हैं।
वर्ष 2002 में गुजरात में हुए दंगों को केंद्र में रखकर बनी परजानियां वर्ष 2007 में प्रदर्शित हुयी थी। दंगे और सांप्रदायिक हिंसा फैलने के डर से कई राजनीतिक पार्टियों ने इसकी रिलीजिंग का विरोध किया,जिसके बाद इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया। निर्देशक राहुल ढोलकिया की इस फिल्म ने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार जीते।attacknews.in
वर्ष 2005 में प्रदर्शित निर्देशिका दीपा मेहता की फिल्म वाटर बेहद ही विवादित हुई थी। इस फिल्म में लीसा रे व जॉन अब्राहम ने प्रमुख भूमिका निभाई थी। फिल्म महिलाओं के अधिकारों से जुड़ी हुई थी। इस फिल्म के कथानक का काफी विरोध हुआ था। जिसमें दीपा मेहता को कट्टरपंथियों के विरोध का सामना करना पड़ा था।
वर्ष 2006 में प्रदर्शित मल्टी-स्टारर फिल्म ‘रंग दे बसंती’ में एक सीन था, जिसमें आमिर खान घोड़े पर सवार दिखते हैं. इस सीन पर मेनका गांधी ने सवाल खड़े कर दिए थे, क्योंकि फिल्म में जानवरों को इस्तेमाल करने के लिए अनुमति नहीं मांगी गई थी. सीन को फिल्म से हटा दिया गया था, लेकिन इसे लेकर विवाद जरूर हो गया था. इन सब के बावजूद फिल्म सुपरहिट साबित हुई थी।attacknews.in
वर्ष 2008 में आशुतोष गोवारिकर की फिल्म जोधा-अकबर ने भी तगड़ा विवाद झेला था। राजस्थान के राजपूत संगठनों ने फिल्म के प्रदर्शन पर यह कहते हुए हंगामा किया था कि इसमें रानी जोधाबाई को अकबर की पत्नी के रूप में दर्शाया गया है। उनके मुताबिक मारवाड़ के राजा उदय सिंह ने अपनी बेटी जोधा की शादी अकबर के पुत्र सलीम के साथ की थी। लेकिन फिल्म में इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया था। विवाद के बाद राजस्थान के सिनेमाघरों में फिल्म प्रदर्शित नहीं की गई।
वर्ष 2010 में प्रदर्शित करण जौहर की फिल्म ‘माय नेम इज खान’ भी विवादों के घेरे में आ गयी थी।
शिवसेना ने फिल्म को रिलीज नहीं होने देने की धमकी दी थी।वर्ष 2008 में मुंबई में ताज होटल पर हुए आतंकी हमले के बाद आइपीएल से पाकिस्तानी खिलाड़ियों को बैन कर दिया गया था।’माय नेम इज खान’ के अभिनेता शाहरुख खान ने कहा था कि आइपीएल से पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर से बैन हटा लेना चाहिए. यह बात शिवसेना को अच्छी नहीं लगी और उन्होंने मुंबई में फिल्म को रिलीज ना होने देने की धमकी दी थी।attacknews.in
2012 में प्रदर्शित परेश रावल-अक्षय कुमार स्टारर ओम माई गॉड में हिंदु धर्म की सच्चाई को बहुत अच्छे तरीके से पेश किया गया था, लेकिन जब धर्म को फिल्म में दिखाया जाए तो विवाद होना तो तय है। फिल्म की स्टार-कास्ट पर हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में शिकायत भी दर्ज करवाई गई थी। फिल्म को यूएई में बैन भी कर दिया गया था।attacknews.in
राजकुमार हिरानी की 2014 में प्रदर्शित पीके का भी कड़ा विरोध हुआ था। फिल्म में विभिन्न धर्मों से जुड़े धर्मगुरुओं से संबंधित बातों को दर्शाया गया था। इस दौरान फिल्म को बैन करने की मांग भी काफी तेज हो गई थी। हालांकि सभी विवादों को दरकिनार करते हुए फिल्म को रिलीज किया गया। रिलीज के बाद फिल्म ने अच्छी खासी कमाई की थी।attacknews.in
वर्ष 2014 में ही शाहिद कपूर, श्रद्धा कपूर और तब्बू स्टारर ‘हैदर’ भी विवाद में फंस गई थी। दरअसल फिल्म में भारतीय आर्मी को जिस तरह से दिखाया गया था, उससे कुछ लोग खुश नहीं थे. इन सब के वाबजूद फिल्म हिट हुई थी।
वर्ष 2016 में प्रदर्शित अभिषेक चौबे निर्देशित उड़ता पंजाब फिल्म भी विवादों में रही। सीबीएफसी के तत्कालीन प्रमुख पहलाज निहलानी ने टाइटल पर आपत्ति जताते हुए इसमें पंजाब शब्द हटाने की मांग की थी , हालांकि सेंसर बोर्ड की ओर से 94 कट के बाद फिल्म को रिलीज किया जा सका।attacknews.in
कबीर खान निर्देशित और सलमान खान अभिनीत फिल्म ‘बजरंगी भाईजान’ को विवादों का सामना करना पड़ा । फिल्म में सलमान के अलावा करीना कपूर, नवाजुद्दीन सिद्दिकी और हर्षाली मल्होत्रा ने मुख्य भूमिका निभाई थी।फिल्म उस वक्त विवादों में आ गई थी जब एक पाकिस्तानी कव्वाली गायक अमजद साबरी ने आरोप लगाया था कि उनके पिता के गाये इस कव्वाली को बिना अनुमति के फिल्म में शामिल किया गया है । अमजद ने कहा था कि फिल्म में उनके दिवंगत पिता गुलाम फरीद साबरी की गायी कव्वाली ‘भर दो झोली’ को बिना अनुमति के फिल्म में शामिल किया गया है।attacknews.in
वर्ष 2016 में प्रदर्शित करण जौहर की फिल्म ऐ दिल है मुश्किल भी विवादों से घिरी रही। जब सारा देश जम्मू कश्मीर के उरी में हुए आतंकी हमले से शोक और गुस्से में डूबा हुआ था। तो पाकिस्तानी कलाकारों का विरोध करते हुए इस फिल्म की रिलीज पर काफी बवाल हुआ था। क्योंकि इसमें पाकिस्तानी मूल के दो कलाकार फवाद खान और इमरान खान ने अभिनय किया था। अंतत: फिल्म सिनेमाघरों तक पहुंची और शानदार कमाई करने में कामयाब हुयी।
पिछले वर्ष प्रदर्शित जेंडर इक्वालिटी पर आधारित अलंकृता श्रीवास्तव की फिल्म लिपस्टिक अंडर माई बुर्का: में लिपस्टिक शब्द के प्रयोग को महिला आधारित बताते हुए इस पर आपत्ति जताई गई थी। 2017 में यह फिल्म रिलीज हो सकी। कम बजट वाली इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर भी अच्छा प्रदर्शन किया था।attacknews.in