मुंबई, 14 जून । बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने रविवार को बांद्रा स्थित अपने अपार्टमेंट में कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह 34 वर्ष के थे।
पश्चिमी क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मनोज शर्मा ने बताया, ‘‘उन्होंने बांद्रा में अपने आवास पर आत्महत्या कर ली।’’
बड़े पर्दे पर राजपूत की आखिरी फिल्म नितेश तिवारी निर्देशित ‘‘छिछोरे’’ थी।
गौरतलब है कि उनकी मैनेजर 28 वर्षीय दिशा सालियान ने नौ जून को एक इमारत से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी और इसके पांच दिन बाद सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या करने से कनेक्शन जुड़ा हुआ दिखाई देने की बात सूत्र कर रहे हैं ।
अधूरे सपनों को छोड़ अलिवदा कह गये सुशांत
बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत महत्वाकांक्षी कलाकार थे और उन्हें बेहतरीन फिल्में करने का तो शौक था ही, वह इसके अलावा बड़े-बड़े सपने भी देखा करते थे।
सुशात सिंह राजपूत सोशल मीडिया पर फैन्स के साथ अपने उन सपनों को साझा किया करते थे। सुशांत ने बताया था कि उन्हें प्लेन उड़ाने से लेकर, नेत्रहीन लोगों को कंप्यूटर कोडिंग सीखनी थी। इसके अलावा सुशांत को गाड़ियों का भी खासा शौक था। वह लैंबोर्गिनी कार खरीदना चाहते थे। सुशांत पर्यावरण के लिए भी योगदान देना चाहते थे और 1000 पेड़ों को लगाने की तैयारी कर रहे थे।
सुशांत इस लिस्ट में स्वामी विवेकानंद पर डॉक्यूमेंट्री, सिमेटिक्स पर प्रयोग, ट्रेन से यूरोप की यात्रा, डिफेंस फोर्स के लिए स्टूडेंट्स को तैयारी कराना, महिलाओं को आत्मसुरक्षा की ट्रेनिंग देना और क्रिया योगा सीखना जैसी गतिविधियां भी शामिल थी।अब उनकी लिस्ट में प्रोफेशनल खिलाड़ी के साथ चेस और पोकर खेलना, मोर्स कोड सीखना, खेती करना सीखना, महिलाओं को सेल्फ डिफेन्स की ट्रेनिंग में मदद करना भी शामिल था। सुशांत को क्रिकेट भी बहुत पसंद था। उन्होंने बताया था कि वह बाएं हाथ से क्रिकेट खेलना भी सीखना चाहते थे लेकिन अब सुशांत इन सपनों को अधूरा ही छोड़कर चले गये।
पिता को पहाड़ पर घुमाने की सुशांत की ख्वाहिश रह गयी अधूरी
बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत अपने पिता को पहाड़ पर घुमाना चाहते थे लेकिन उनकी यह ख्वाहिश अधूरी ही रह गयी।
सुशांत सिंह राजपूत के पिता कृष्ण कुमार सिंह पटना के राजीव नगर स्थित अपने मकान में एक केयरटेकर के साथ रहते हैं। सुशांत अपने पिता को पहाड़ पर घुमाने ले जाना चाहते थे लेकिन उनकी यह ख्वाहिश अधूरी ही रह गयी। बेटे सुशांत की मौत की खबर सुनकर पिता सदमे में हैं। उनकी केयरटेकर लक्ष्मी देवी ने बताया कि सुशांत उन्हें दीदी कहकर बुलाते थे। लक्ष्मी ने कहा, ‘सुशांत रोज अपने पापा से बात करते थे। दो दिन पहले ही उन्होंने कहा था कि दीदी कोरोना से बचकर रहिएगा।
टेलीविजन धारावाहिक ‘‘पवित्र रिश्ता’’ में निभाए किरदार से मशहूर हुए अभिनेता ने 2013 में ‘‘काई पो छे!’’ से फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने ‘‘शुद्ध देसी रोमांस’’, ‘‘एम एस धोनी : द अनटोल्ड स्टोरी’’, ‘‘राबता’’, ‘‘केदारनाथ’’ और ‘‘सोनचिड़िया’’ जैसी फिल्मों में काम किया था।
अभिनेता की आत्महत्या की वजह अभी पता नहीं चली है। चौंतीस वर्षीय सुशांत बॉलीवुड के चर्चित युवा अभिनेताओं में शुमार किए जाते थे। उनके आत्महत्या कर लेने से फिल्म जगत स्तब्ध है।
वह आमिर ख़ान की बहुचर्चित फ़िल्म पीके में पाकिस्तानी युवक की संक्षिप्त भूमिका में नजर आए थे और दर्शकों के बीच लोकप्रियता भी बटोरी थी।
डांसर से अभिनेता बनें सुशांत सिंह राजपूत
बतौर डांसर से अपने करियर की शुरूआत करने वाले सुशांत सिंह राजपूत ने टीवी इंडस्ट्री के साथ ही फिल्म इंडस्ट्री में अपने दमदार अभिनय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।
सुशांत सिंह राजपूत का जन्म 21 जनवरी 1986 को बिहार की राजधानी पटना में हुआ। सुशांत ने अपनी प्रारभिक शिक्षा सेंट कैरेंस हाई स्कूल, पटना से शुरू की। सुशांत ने अपनी आगे की पढ़ाई दिल्ली के कुलाची हंसराज मॉडल स्कूल से हुई है। उन्होंने दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। सुशांत फिल्मी दुनिया में अपना करियर बनाना चाहते थे और अपने सपनों को उड़ाने देने के लिए उन्होंने मायानगरी मुंबई का रूख किया।
सुशांत ने अपने करियर की शुरूआत बतौर बैकअप डांसर की। उन्होंने फिल्मफेयर अवार्डस शो में भी कई बार डांस किया। इसी शो के दौरान सबसे पहले बालाजी टेलीफिल्मस की कास्टिंग टीम ने उन्हें नोटिस किया जिसके बाद उनके करियर की शुरूआत ‘किस देश में है मेरा दिल’ नामक सीरियल से हुई जिसमें उन्होंने प्रीत जुनेजा का किरदार निभाया था। जी.टी.वी. का शो ‘पवित्र रिश्ता’ सुशांत के करियर के लिए मील का पत्थर साबित हुआ। इसके बाद वे डांस रियलिटी शो ‘जरा नच के दिखा 2 और झलक दिखला जा 4 में भी दिखाई दिए। कम समय में ही टेलीविजन के बड़े सितारे बन चुके सुशांत ने फिल्मों का रूख कर लिया।
वर्ष 2013 में प्रदर्शित अभिषेक कपूर निर्देशित फिल्म ‘काई पो चे’ से सुशांत सिंह राजपूत ने अपने सिने करियर की शुरूआत की। फिल्म ‘काय पे चे’ में निभाए गए अपने किरदार की प्रेरणा उन्हें अपनी बहन मीतू सिंह से मिली थी। मीतू सिंह राज्य स्तर की क्रिकेट खिलाड़ी हैं। फिल्म में सुशांत के अभिनय को दर्शकों ने बेहद पसंद किया। इसी वर्ष प्रदर्शित यशराज बैनर तले बनीं। फिल्म ‘शुद्ध देशी रोमांस’ में भी सुशांत ने अपने रोमांटिक अभिनय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
वर्ष 2014 में प्रदर्शित राजकुमार हिरानी की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘पीके’ यूं तो पूरी तरह से आमिर खान पर आधारित थी लेकिन फिल्म में सुशांत ने अपने शानदार अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया। वर्ष 2015 में प्रदर्शित दिबाकर बैनर्जी के निर्देशित फिल्म ‘व्योमकेश बक्शी’ में सुशांत ने अपने सशक्त अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया। फिल्म के लिए सुशांत काफी मेहनत की। शूटिंग शुरू होने से पहले सुशांत ने व्योमकेश बख्शी से जुड़ी चीजें पढ़ी और कई जासूसी नॉवल्स को पढ़ा।
वर्ष 2016 में प्रदर्शित फिल्म ‘एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी’ सुशांत सिंह के करियर की सर्वाधिक हिट फिल्म में शुमार की जाती है। इस फिल्म में सुशांत ने क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी का किरदार निभाया। फिल्मी पर्दे पर धोनी बनने के लिए सुशांत ने कड़ी मेहनत की थी। माही की चाल से लेकर बाल तक। बोलने के लहजे से लेकर बल्लेबाजी शैली तक को सुशांत सिंह राजपूत ने आत्मसात किया था। इसके बाद सुशांत सिंह राजपूत ने राबता, केदारनाथ, सोन चिरैया और छिछोरे जैसी फिल्मों में भी काम किया।
सुशांत सिंह राजपूत अपनी लव लाइफ को लेकर भी अखबारों और टी.वी. की सुर्खियों में रहे हैं। वे अपनी प्रेमिका अंकिता लोखंडे के साथ काफी लंबे वक्त से रिलेशन में रहे। दोनों लव बर्ड्स की मुलाकात पहली बार ‘पवित्र रिश्ता’ के सेट पर ही हुई थी और वहीं से दोनों के बीच प्यार पनपना शुरू हो गया था। उन्होंने मशहूर एक्शन डायरेक्टर अलन अमीन से मार्शल आर्ट्स के गुर भी सीखे थे।
मां को लेकर सुशांत ने किया था अंतिम पोस्ट
बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने अपनी मां को लेकर अंतिम पोस्ट किया था जो अब वायरल हो रहा है।
वह कुछ दिनों से सोशल मीडिया से भी दूर ही थे लेकिन तीन जून को उन्होंने अपने अंतिम पोस्ट से सबको इमोशनल कर दिया था।
इस पोस्ट में सुशांत ने अपनी मां और खुद की फोटो को मिलाकर एक कोलाज बनाया था, जिसके कैप्शन उन्होंने लिखा, “आंसुओं से वाष्पित होता अतीत, मुस्कुराहट के एक आर्क को उकेरते सपने, और एक क्षणभंगुर जीवन, दोनों के बीच बातचीत …मां।”
सुशांत की मां का निधन उस समय हो गया था जब के केवल 16 साल के थे। सुशांत परिवार में सबसे ज्यादा मां के करीब थे। मां के जाने के बाद वह काफी दुख में थे। इतना ही नहीं सुशांत का आखिरी पोस्ट भी मां के लिए था।
सुशांत के निधन पर पटना में गम का माहौल
बॉलीवुड के जाने माने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के निधन पर पटना में गम का माहौल है।
सुशांत का बिहार से गहरा नाता रहा है। वह मूलत: पूर्णिया के रहने वाले थे। उनका ननिहाल खगड़िया जिले में है।
सुशांत के पिता के. के. सिंह पटना के राजीव नगर स्थित अपने मकान में एक केयरटेकर के साथ रहते हैं। बेटे की मौत की खबर सुनकर पिता सदमे में हैं। सुशांत का बचपन पटना में बीता। उनकी की प्रारंभिक पढ़ाई पटना के सेंट कैरेंस हाई स्कूल से हुई है।
सुशांत व्यस्तता के कारण हमेशा तो बिहार नहीं आते थे लेकिन इसके बाद भी अपने दोस्तों और परिवार वालों से लगातार संपर्क में रहते थे। उनकी मौत की खबर जैसे ही परिवार के लोगों को मिली सभी लोग सन्न रह गए।
सुशांत के निधन के बाद पटना में गम का माहौल है। सुशांत के बचपन के कई दोस्त बता रहे हैं कि कैसे वे साथ क्रिकेट खेलते थे, किस तरह मस्ती करते थे। उनके घर पर लोग लगातार पहुंच रहे हैं। सुशांत के परिवार में पिता के अलावा चार बहनें हैं। वे सभी बिहार से बाहर रहतीं हैं। उनमें एक मितू सिंह राज्य स्तरीय क्रिकेट खिलाड़ी हैं। बताया जा रहा है कि चंडीगढ़ में रहने वाली बड़ी बहन पटना आकर पिता को मुबई ले जाएंगी और वहीं सुशांत का अंतिम संस्कार संपन्न होगा।