नयी दिल्ली, 02 अक्टूबर । उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद की सीमा से दिल्ली आ रहे किसानों को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने मंगलवार को लाठी चार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े जिसमें कई किसान घायल हो गए।
पुलिस ने मंगलवार को गाजियाबाद से दिल्ली आने वाले ज्यादातर रास्तों को सील कर दिया और जहां आने जाने की छूट दी गयी है उन रास्तों पर कड़ी चौकसी बरती जा रही है। राष्ट्रीय राजमार्ग 24 से वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद की गयी है। इस कारण आनंद विहार से दिल्ली के विभिन्न स्थानों को आने जाने वाली दिल्ली नगर निगम-डीटीसी की बसों को भी इस मार्ग पर नहीं जाने दिया जा रहा है। सीमापुरी बार्डर में भी पुलिस का कड़ा पहरा है जिसके कारण वहां भी जाम लगा हुआ है।
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने किसानों पर की गयी पुलिस कार्रवाई कड़ी निंदा करतेे हुए कहा है कि किसान अपने साथ अन्याय नहीं होने देंगे।
उन्होंने कहा कि किसान शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के लिए आ रहे थे लेकिन उन्हें जबरन रोका गया और मारा पीटा गया। किसान चुप बैठने वाले नहीं है और इस बारे में मिलकर बातचीत करेंगे और आगे की रणनीति बनाएंगे।
उन्होंने कहा कि किसान क्रांति यात्रा के तहत शांतिपूर्वक प्रदर्शन करते हुए दिल्ली में राजघाट पर आ रहे थे। वे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे।
राजनीतिक दलों ने किसानों पर हुए लाठी चार्ज की निंदा की है। कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारक संस्था कार्य समिति ने इस संबंध महाराष्ट्र के वर्धा में आयेाजित अपनी बैठक में इस संबंध में प्रस्ताव पारित कर पुलिस कार्रवाई की निंदा की है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस घटना की निंदा की और भारतीय जनता पार्टी की आलोचना करते हुए कहा “विश्व अहिंसा दिवस पर भारतीय जनता पार्टी का दो-वर्षीय गांधी जयंती समारोह शांतिपूर्वक दिल्ली आ रहे किसानों की बर्बर पिटाई से शुरू हुआ। अब किसान देश की राजधानी आकर अपना दर्द भी नहीं सुना सकते।”attacknews.in