वेलिंगटन 26 मार्च। फोन पर फेसबुक इस्तेमाल करने वालों की पूरी कॉन्टैक्ट लिस्ट, कॉल, मैसेज और लोकेशन हिस्ट्री फेसबुक के पास है.
न्यूजीलैंड के एक सॉफ्टवेयर एक्सपर्ट ने तस्वीरों का साथ ऐसा दावा किया है.
फेसबुक डाटा चोरी कांड में नई और बेहद चौंकाने वाली जानकारियां सामने आ रही हैं.
न्यूजीलैंड के सॉफ्टवेयर एक्सपर्ट डिलन मैके का दावा है कि फेसबुक यूजर की मोबाइल कॉल्स, एसएमएस और लोकेशन को भी हर वक्त ट्रैक करता है.
कैम्ब्रिज एनालिटिका स्कैंडल के सामने आने के बाद मैके ने अपना फेसबुक प्रोफाइल डिलीट करने की कोशिश की.
इस दौरान उन्हें एक सुझाव मिला, जिसमें लिखा था, “शायद आप फेसबुक से अपनी जानकारी की एक कॉपी डाउनलोड करना चाहेंगे.”
यह जानकारी डाउनलोड करने के बाद मैके हैरान हो गए. मैके ने अक्टूबर 2016 से जुलाई 2017 के बीच की जानकारियां ट्विटर के जरिए साझा भी की है.
मैके का दावा है कि फेसबुक ने उनके फोन की पूरी कॉन्टैक्ट लिस्ट हासिल कर ली.
फेसबुक ने मैके की हर कॉल का हिसाब किताब रखा. फेसबुक ने उनके फोन की आउटगोइंग कॉल, इनकमिंग और मिस्ड कॉल जानकारी दर्ज की. साथ ही कॉल ड्यूरेशन भी रिकॉर्ड की गई.
डिलन मैके ने फेसबुक से मिली अपनी कॉल हिस्ट्री की जानकारी भी ट्वीट की.
सोशल मीडिया साइट्स अक्सर यूजर्स को अपना एकाउंट डिलीट करने के बजाए डिएक्टिवेट करने के लिए भी प्रोत्साहित करती हैं. प्रोफाइल डिएक्टिवेट करने से सारा निजी डाटा वेबसाइट के सर्वर में ही बरकरार रहता है.
डिलन मैके के दावों के बाद कुछ यूजर्स ने भी फेसबुक से अपनी जानकारी की कॉपी डाउनलोड की. एमा कैनेडी नाम की यूजर का भी ऐसा ही दावा है.
न्यूजीलैंड के साइबर एक्सपर्ट का दावा है कि फेसबुक बरसों पुरानी मोबाइल हिस्ट्री भी स्टोर करके रखता है.
मैके के मुताबिक वह जहां भी गए, उसकी जानकारी फेसबुक के पास थी, उनके दोस्तों के जन्मदिन के डिटेल और फेसबुक यूज करने के बाद मोबाइल किया गया पहला एसएमएस भी दुनिया की सबसे बड़ी सोशल नेटवर्किंग साइट के पास मौजूद मिला.
डाटा चोरी के आरोपों के बाद फेसबुक चौतरफा आलोचनाओं में घिरा हुआ है. कैम्ब्रिज डाटा एनालिटिका नाम की ब्रिटिश कंपनी और फेसबुक की साठ गांठ के बाद कई लोग फेसबुक को अलविदा कह रहे हैं. इंटरनेट पर डिलीट फेसबुक नाम का अभियान भी चल रहा है.
बढ़ते दबाव के बीच रविवार को फेसबुक के संस्थापक मार्क जकरबर्ग ने ब्रिटिश अखबारों में सॉरी कहते हुए विज्ञापन भी दिया. पूरे पेज के विज्ञापन में लिखा गया था, “आपकी सूचनाओं की हिफाजत करना हमारी जिम्मेदारी है. अगर हम ऐसा न कर पाएं तो हम इसके काबिल नहीं हैं.”
जकरबर्ग ने माफीनामे में यह भी कहा कि भविष्य में इस तरह की डाटा चोरी नहीं होगी.
ब्रिटेन के न्यूज चैनल स्काई न्यूज के मुताबिक 1,000 लोगों के बीच किए गए सर्वे में यह पता चला है कि 65 फीसदी लोग अब फेसबुक पर कम भरोसा कर रहे हैं.attacknews.in