नयी दिल्ली, 02 अगस्त । सोशल मीडिया दिग्गज फेसबुक ने कहा है कि जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश और व्हाट्सऐप की भागीदारी भारत में लाखों किराना दुकानों और छोटे व्यवसायों को कारोबार करने में मदद करेगी और यदि व्हाट्सऐप और जियोमार्ट का मॉडल कारगर रहा तो इसे दुनिया भर में आजमाया जायेगा।
मुकेश अंबानी की जियोमार्ट की लॉन्च के बाद लोकप्रियता दिनोंदिन बढ़ती जा रही है और इसका प्रमाण चंद सप्ताहों के भीतर ही इस पर एक दिन में चार लाख से अधिक ऑर्डर बुक होना है।
फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने गुरुवार को अपने शेयरधारकों से जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश का जिक्र करते हुए कहा कि जियो और व्हाट्सएप की भागीदारी, भारत में हजारों किराना दुकानों और छोटे व्यवसायों को कारोबार करने में मदद करेगी और अगर यह मॉडल कारगर रहा तो हम इसे दुनिया भर में आजमायेंगे।
फेसबुक ने जियो प्लेटफॉर्म्स में 22 अप्रैल को 9.9 प्रतिशत इक्विटी के लिये 43574 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
जियोमार्ट और व्हाट्सऐप का आपस में तालमेल किया जा रहा है। इसके बाद 40 करोड़ व्हाट्सएप के ग्राहकों से जियोमार्ट को और मजबूती मिलने की उम्मीद है। ग्राहक नजदीक की किराना दुकान पर जियोमार्ट और व्हाट्सऐप का इस्तेमाल कर भुगतान कर सकेंगे। जियोमार्ट की रणनीति है कि बिचौलियों को कम करके किसानों से ग्राहकों के घर तक सीधे सामान की आपूर्ति की जाये।
जियोमार्ट का दावा है कि ऑर्डर की यह संख्या ऑनलाइन किराना कारोबार वर्ग में एक रिकॉर्ड है।
इसी सप्ताह रिलायंस इंडस्ट्रीज की पहली तिमाही के नतीजों की घोषणा में कहा गया कि ऑर्डरों की संख्या में इजाफे का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 15 जुलाई को रिलायंस की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) को संबोधित करते हुए श्री अंबानी ने जियोमार्ट पर ऑर्डर की संख्या 2.5 लाख बताई थी। सोडेक्सो कूपन के माध्यम से भी ऑर्डर लिए जा रहे हैं, जिसका फायदा भी कंपनी को मिल रहा है। वहीं किराना कारोबार के पुराने दिग्गज ग्रोफर्स और बिग बास्केट ऑर्डर की संख्या के मामले में जियोमार्ट से मुकाबले में कहीं पीछे हैं।
श्री अंबानी ने देश के 12 करोड़ किसानों और तीन करोड़ किराना दुकान मलिकों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा है। किराना स्टोर्स की ऑनबोर्डिंग के साथ ही जियोमार्ट ने इसका श्रीगणेश कर दिया है।
इसी वर्ष मई के आखिरी सप्ताह में जियोमार्ट ने 200 शहरों से अपनी शुरूआत की थी। नब्बे शहरों में पहली बार ग्राहक किराना की ऑनलाइन खरीदारी के साथ जुड़े थे। प्रतिस्पर्धा में अपनी पैठ को बनाने के लिए जियोमार्ट पर उपलब्ध अधिकतर चीजों के दाम ऐसे ही दूसरे प्लेटफॉर्म्स से पांच प्रतिशत सस्ते रखे गए हैं। ब्रांडेड सामान की कीमतें भी कुछ कम रखी गई हैं।
श्री अंबानी ने एजीएम जियोमार्ट की महत्वाकांक्षी विस्तार योजना पर कहा “जियोमार्ट अब अपनी पहुंच और वितरण क्षमताओं को बढ़ाने पर जोर देगा। उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधाएं और खरीदारी का अनुभव देने के लिए जियोमार्ट प्रतिबद्ध है। किराना के अलावा हम आने वाले दिनों में इलेक्ट्रॉनिक्स, फैशन, फार्मास्युटिकल और हेल्थकेयर के क्षेत्रों को भी कवर करेंगे। आने वाले वर्षों में, हम कई और शहरों में कहीं अधिक ग्राहकों की सेवा करेंगे।”