भोपाल अक्टूबर ।महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा है कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश की बालिकाओं और महिलाओं के लिये नि:शुल्क ड्रायविंग लायसेंस बनाने का प्रावधान किया गया है। इसका लाभ उठाते हुए बालिकाएँ और महिलाएँ अधिकारपूर्वक दोपहिया और चार पहिया वाहन चला सकें, इसके लिए प्रदेश में परिवहन, उच्च शिक्षा, स्कूल शिक्षा विभाग तथा महिला सशक्तिकरण संचालनालय द्वारा पिंक ड्रायविंग लायसेंस बनाने के लिये विशेष कैम्पों का आयोजन किया जायेगा। लायसेंस बनवाने के लिये प्रेरित करने के उद्देश्य से ‘आओ भैया तुम्हें सैर कराऊँ’ की टैग लाइन से भाईदूज से अभियान चलाया जायेगा। यह कैम्प महाविद्यालयों, शालाओं, नगर निगम, नगर पालिका तथा विकासखण्ड स्तर पर आयोजित किये जायेंगे।
श्रीमती चिटनिस ने आज इस संबंध में आयोजित बैठक में यह निर्देश दिये। बैठक में अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा श्री बी.आर. नायडू, प्रमुख सचिव परिवहन श्री एस.एन. मिश्रा, प्रमुख सचिव महिला-बाल विकास श्री जे.एन. कंसोटिया, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती दीप्ति गौड़ मुखर्जी तथा आयुक्त महिला सशक्तिकरण श्रीमती जयश्री कियावत उपस्थित थीं।
श्रीमती चिटनिस ने कहा कि बढ़ते शहरीकरण के कारण महिलाओं की मोबिलिएटी की दृष्टि से वाहन परिचालन के लिये उन्हें सरलतापूर्वक लायसेंस उपलब्ध कराना जरूरी है। इससे विधि अनुसार कार्य करने की प्रवृत्ति के साथ-साथ वाहन परिचालन का आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। अस्थायी ड्रायविंग लायसेंस छह माह की अवधि के लिये बनाया जाता है। इस अवधि में प्रदेश में विद्यमान 94 ड्रायविंग प्रशिक्षण संस्थानों के माध्यम से बालिकाओं-महिलाओं को ड्रायविंग प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसके बाद परिवहन विभाग विशेष अभियान चलाकर नियमित लायसेंस उपलब्ध करायेगा।
इससे महिलाएँ वाहन चालन को व्यवसायिक रूप से अपनाने के लिये भी प्रेरित होंगी। इसके लिये ऑपरेशन ड्रायविंग शौर्या को अभियान के रूप में चलाया जायेगा। यह अभियान एक नवंबर से अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च, 2018 तक जारी रहेगा।