नयी दिल्ली 28 अप्रैल । रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान तेजस के लिए उडान के दौरान ऑक्सीजन बनाने की मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट तकनीक का इस्तेमाल अब अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने में करेगा।
डीआरडीओ इस तकनीक से 500 मेडिकल ऑक्सीजन संयंत्र लगायेगा। इस संयंत्र की क्षमता प्रति मिनट 1,000 लीटर ऑक्सीजन उत्पादन की होती है। यह प्रणाली पांच एलपीएम की प्रवाह दर पर 190 रोगियों की जरूरत को पूरा कर सकती है और प्रति दिन 195 सिलेंडर चार्ज कर सकती है। मैसर्स टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड, बेंगलुरु और मैसर्स ट्राइडेंट न्यूमेटिक्स प्राइवेट लिमिटेड, कोयंबटूर को इस प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण किया गया है, दोनों देश के विभिन्न अस्पतालों में स्थापना के लिए 380 संयंत्रों का उत्पादन करेंगे। सीएसआईआर से संबंधित भारतीय पेट्रोलियम संस्थान, देहरादून के साथ काम करने वाले उद्योग 500 एलपीएम क्षमता के 120 संयंत्रों का उत्पादन करेंगे।