वाशिंगटन , 24 मई । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 12 जून को सिंगापुर में उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के साथ प्रस्तावित अपनी बैठक आज रद्द कर दी और इस फैसले का कारण उत्तर कोरिया के ‘‘ गुस्से ’’ एवं ‘‘ शत्रुता ’’ को बताया।
ट्रंप की घोषणा से कुछ घंटों पहले उत्तर कोरिया ने कथित रूप से अपने परमाणु परीक्षण स्थल को ढहा दिया था।
अप्रैल में ट्रंप ने किम के बैठक के न्यौते को स्वीकार कर दुनिया को चौंका दिया था।
दोनों नेता पूर्व में एक दूसरे के लिए अपमानजनक भाषा इस्तेमाल कर चुके हैं और एक दूसरे को धमकियां दे चुके हैं
उतर कोरिया ने ढहाया परमाणु स्थल :
उधर पंग्गी – री (उत्तर कोरिया), से खबर है कि, उत्तर कोरिया ने विदेशी पत्रकारों की उपस्थिति में आज अपने परमाणु परीक्षण स्थल को ध्वस्त कर दिया। परमाणु परीक्षण स्थल को ध्वस्त करने के लिए एक के बाद एक कई विस्फोट किये गये।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अगले महीने प्रस्तावित अपनी शिखर वार्ता के मद्देनजर उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने परीक्षण स्थल को बंद करने की घोषणा की थी।
उत्तर कोरिया का पंग्गी – री परमाणु परीक्षण स्थल को बंद करने के निर्णय को किम द्वारा सम्मेलन से पहले एक सकारात्मक माहौल बनाने के दृष्टिकोण से देखा जा रहा है।
विदेशी मीडिया मुख्य रूप से टेलीविजन नेटवर्क को लाने से उत्तर कोरिया दुनिया को यह दिखाते हुए नजर आया कि वह परमाणु परीक्षण स्थल को बंद करने जा रहा है। इस समूह में एसोसिएटेड प्रेस टेलीविजन के सदस्य भी शामिल थे।
उत्तर कोरिया ने अंतरराष्ट्रीय परमाणु हथियार निरीक्षकों को आमंत्रित नहीं किया था।
परमुाण परीक्षण स्थल को नष्ट करने के लिए पहला विस्फोट स्थानीय समयानुसार सुबह लगभग 11 बजे किया गया। उत्तर कोरिया के अधिकारियों ने बताया कि उत्तरी सुरंग ढ़हाई गई जिसका इस्तेमाल 2009 और पिछले वर्ष के बीच पांच परमाणु परीक्षण करने के लिए किया गया था।
अधिकारियों के अनुसार दो अन्य विस्फोट अपराह्र् लगभग दो बजकर 20 मिनट पर और शाम चार बजे किये गये जिसमें पश्चिम और दक्षिण सुरंगों को ढ़हाया गया।
आज के विध्वंस में स्थल पर गार्ड और अन्य कर्मचारियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले अवलोकन चौकियों और बैरकों को नष्ट करना भी शामिल था। 2006 में प्रारंभिक परमाणु परीक्षण के बाद परीक्षण स्थल के पूर्वी हिस्से पर एक अन्य सुरंग बंद कर दी गई थी।
परमाणु परीक्षण स्थलों को नष्ट करने के अभियान में शामिल होने की जिन पत्रकारों को अनुमति दी गई थी वे आज सुबह पहुंचे और स्थल पर लगभग नौ घंटे तक रहे।attacknews.in