हरदा 27 अक्टूबर । टिमरनी तहसील के एसडीएम पीके पांडेय ने मृत किसान पर 50 हजार रुपए जुर्माना लगाने के साथ ही छह माह कैद की सजा भी सुना दी, जबकि किसान कमल सिंह राजपूत की आठ माह पहले मौत हो चुकी है। हालांकि गलती का एहसास होने पर उन्होंने आदेश में संसोधन का आश्वासन दिया है।
दरअसल, छिदगांव तमोली के ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय में मृतक किसान की शिकायत करते हुए बिना अनुमति खेती की जमीन पर प्लाट काटकर बेचने की शिकायत की थी।
इसी शिकायत पर टिमरनी एसडीएम ने यह कार्रवाई की है। तमोली के बुजुर्ग किसान कमल सिंह ने तीस साल पहले अपनी जमीन पर कुछ मजदूरों को रहने की जगह दी थी। पांच साल पहले गांव के ही यशवंत, मुन्ना और पप्पू ने टिमरनी एसडीएम कार्यालय में शिकायत की थी।
शिकायत के बाद विगत 4 फरवरी 2017 को किसान कमलसिंह की सदमे में मौत हो गयी। जिसकी सुनवाई करते हुए एसडीएम पीके पांडे ने किसान को दोषी पाया और एसडीएम ने शिकायत के आधार पर कमल सिंह पिता गुलाब सिंह राजपूत के खसरा नंबर 77/1 रकबा 1.375 हेक्टेयर में से 0.847 हेक्टेयर भूमि को 15 भूखंडों में विभाजित कर बिना अनुमति डायवर्सन कर काॅलोनी बनाकर प्लाट बेचना पाया था, जिससे शासन को राजस्व की हानि हुई थी।
एसडीएम की कार्रवाई पर मृतकृ के परिजनों का कहना है कि उन्होंने तीस साल पहले मजदूरों को रहने की जगह दी थी। कुछ लोगों ने उन पर दबाव बनाकर 2लाख रुपए की मांग कर रहे थे, पैसे नहीं देने पर उन्हीं लोगों ने शिकायत की थी। वहीं पटवारी व बाबू ने भी पैसे की डिमांड की थी। इसी सदमें से मेरे पति की मौत हो गयी।
वहीं बड़ी चूक हो जाने पर टिमरनी एसडीएम पीके पांडे बचते नजर आये, उन्होंने कहा कि कार्रवाई के बाद जानकारी लगी है, लिहाजा तहसीलदार को निर्देश दिए गए हैं, उसके बाद आदेश में संसोधन कर दिया जायेगा।