देवरिया,11 जून । उत्तर प्रदेश के देवरिया में अनाधिकृत रूप से ड्यूटी से फरार (अनुपस्थित ) चल रहे तीन सिपाहियों को शुक्रवार की देर शाम पुलिस अधीक्षक डा.श्रीपति मिश्र ने बर्खास्त कर दिया।
पुलिस प्रवक्ता ने यहां बताया कि जिले में रिक्रूट आरक्षी शिवनाथ मौर्य एक सितंबर 2016 से, अनिल कुमार वर्मा 19 दिसंबर 2016 से और सिपाही मोहम्मद सुहेल सिद्दीकी 25 मार्च 2012 से अनधिकृत रुप से लगातार अनुपस्थित चल रहे थे।
उनके विरुद्ध प्रचलित विभागीय कार्रवाई में दोषी पाये जाने के बाद तीनों सिपाहियों को आज पुलिस अधीक्षक ने पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया है।
गोरखपुर के बाद देवरिया के पुलिस कप्तान भी एक्शन में, ड्यूटी से गायब कांस्टेबल को किया बर्खास्त
इसी तरह 5 दिसम्बर 2020 की रिपोर्ट है कि, गोरखपुर में पुलिस कप्तान द्वारा 50 की उम्र पार कर चुके 44 पुलिसकर्मियों को जबरन रिटायर किए जाने के बाद देवरिया के पुलिस कप्तान श्रीपति मिश्र ने देवरिया में ड्यूटी से फरार चल रहे एक कांस्टेबल को पुलिस अधीक्षक ने बर्खास्त कर दिया था । पिछले पांच साल से पुलिस लाइन में तैनात कांस्टेबल अक्सर अपनी ड्यूटी से गायब रहता था। पिछले वर्ष उसे निलम्बित भी किया गया था।
संतकबीरनगर जिले का रहने वाला सुग्रीव कन्नौजिया 1995 में कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुआ था। करीब पांच वर्ष पूर्व वह जिले में तबादला होकर आया। पूर्व में तैनात एसपी ने उसकी तैनाती थानों पर किया था, लेकिन वह तैनाती स्थल पर नहीं पहुंचा। इसके बाद उसे पुलिस लाइन में तैनात कर दिया गया। इसके बावजूद वह ड्यूटी से गायब रहने लगा। इस पर कई बार उसका वेतन भी बाधित किया गया।
पिछले वर्ष आरआई ने लाइन से बिना सूचना के अनुपस्थित होने का पत्र उच्चाधिकारियों को भेजा था। उस पर एसपी ने उसे निलंबित कर दिया था। कुछ माह बाद उसकी बहाली कर दी गई। इसके बावजूद उसकी आदत में सुधार नहीं हुआ। बार-बार विभागीय कार्रवाई के चलते उसे विभागीय प्रमोशन भी नहीं मिल सका था। वह नियुक्ति से लेकर अभी तक कांस्टेबल ही था। उसके ड्यूटी से फरार होने की बावत आरआई ने उच्चाधिकारियों से एक बार फिर पत्राचार किया। जिसे गंभीरता से लेते हुए एसपी डॉ. श्रीपति मिश्र ने शुक्रवार को सुग्रीव कन्नौजिया को सेवा से बर्खास्त कर दिया।
करीब एक वर्ष पूर्व निलम्बित होने के बाद भी वह वर्दी पहन कर एसपी कार्यालय पहुंच गया था। इसकी जानकारी होने पर तब एसपी ने उसे सख्त कार्रवाई की चेतावनी देते हुए फटकार लगाई थी।
करीब ढाई साल पूर्व सुग्रीव कन्नौजिया डीएम कार्यालय पहुंच गया था। वहां पर वह अपने को डीएम बताकर कार्यभार ग्रहण की बात करते हुए जिलाधिकारी की कुर्सी पर बैठ गया था। ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों ने सुग्रीव को पहचान कर इसकी जानकारी विभाग के अधिकारियों को दी थी। इसके बाद पुलिस उसे अपने साथ ले गई थी।