वाशिंगटन, 16 अगस्त । अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडेन ने कहा है कि यदि वह चुनाव जीत जाते हैं, तो उनका प्रशासन भारत के सामने मौजूद खतरों से निपटने में उसके साथ खड़ा रहेगा।
बाइडेन ने भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को और मजबूत करने की बात की।
पूर्ववर्ती ओबामा प्रशासन में उपराष्ट्रपति रहे बाइडेन ने भारत के स्वतंत्रता दिवस पर भारतीय-अमेरिकी समुदाय को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैं 15 साल पहले भारत के साथ ऐतिहासिक असैन्य परमाणु समझौते को मंजूरी देने के प्रयासों का नेतृत्व कर रहा था। मैंने कहा कि यदि भारत और अमेरिका निकट मित्र और सहयोगी बनते हैं, तो दुनिया अधिक सुरक्षित हो जाएगी।’’
बाइडेन ने कहा कि यदि वह चुनाव जीत जाते हैं, तो भारत अपने क्षेत्र और अपनी सीमाओं पर जिन खतरों का सामना कर रहा है, वह उनसे निपटने में उसके साथ खड़े रहेंगे।
उन्होंने कहा कि वह दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने और जलवायु परिवर्तन एवं वैश्विक स्वाथ्य सुरक्षा जैसी बड़ी वैश्विक चुनौतियों से निपटने पर काम करेंगे।
बाइडेन ने कहा कि यदि उन्हें राष्ट्रपति चुना जाता है, तो वह उन लोकतंत्रों को मजबूत करने के लिए काम करेंगे, जिनकी ताकत उनकी विविधता है।
उन्होंने कहा कि इस मौके पर ‘‘आइए, हमारे देशों और लोगों के बीच संबंधों को और मजबूत करें’’।
बाइडेन ने कहा, ‘‘मैं राष्ट्रपति के तौर पर भारतीय-अमेरिकी समुदाय पर भरोसा करना जारी रखूंगा। यह समुदाय दोनों देशों को जोड़कर रखता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘डेलावेयर में मेरे निर्वाचन क्षेत्र के सदस्यों और सीनेट में मेरे कर्मियों में बड़ी संख्या में भारतीय-अमेरिकी थे। ओबामा प्रशासन में देश के इतिहास में किसी भी अन्य प्रशासन की तुलना में सबसे अधिक भारतीय-अमेरिकी थे और इस मुहिम में वरिष्ठ स्तरों पर भारतीय-अमेरिकी सदस्य हैं। मुहिम के शीर्ष में हमारी प्यारी मित्र (कमला हैरिस) हैं, जो अमेरिका के इतिहास में पहली भारतीय-अमेरिकी उपराष्ट्रपति होंगी।’’
बाइडेन ने कहा, ‘‘हम सभी जानते हैं कि वह बुद्धिमान हैं, वह पूरी तरह तैयार हैं, लेकिन एक अन्य चीज जो कमला को इतना प्रेरणादायी बनाती है, वह है उनकी मां की अमेरिका आने की कहानी, जो भारत में शुरू हुई थी। उनके (हैरिस की मां) साहस ने उनकी बेटियों को यहां तक पहुंचाया। मैं जानता हूं कि आपको इस बात पर कितना गर्व है। यही आपकी भी कहानी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आप हमारे समुदाय और हमारे देश के आधार हैं। आप देशभक्त हैं और आगे रहकर इस महामारी से निपट रहे हैं।’’
बाइडेन ने कहा, ‘‘मैं उन लोगों के लिए दुखी हूं, जो घृणा अपराधों और एच1-बी वीजा पर अचानक उठाए गए हानिकारक कदमों समेत वैध आव्रजन पर कार्रवाई के कारण निशाना बन रहे हैं।’’
बाइडेन का एच-1बी वीजा प्रणाली में सुधार, ग्रीन कार्ड में देशों का कोटा समाप्त करने का वादा
अमेरिका के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन ने वादा किया है कि यदि वह चुनाव जीतते हैं तो एच-1बी वीजा प्रणाली में सुधार करेंगे। उनके प्रचार अभियान में कहा गया है कि यदि नवंबर के आम चुनाव में उन्हें सफलता मिलती है तो वे ग्रीन कार्ड के लिए देशों के कोटा को भी समाप्त कर देंगे। माना जा रहा है कि बाइडेन ने प्रभावशाली भारतीय-अमेरिकी समुदाय को लुभाने के लिए ये वादे किए हैं।
एच-1बी वीजा गैर-आव्रजक वीजा है। इसके जरिये अमेरिकी कंपनियां विशेषज्ञता वाले पदों पर विदेशी पेशेवरों की नियुक्ति कर सकती हैं। कंपनियां हर साल भारत और चीन के हजारों पेशवरों की नियुक्ति इस वीजा के जरिये करती हैं।
भारत के 74वें स्वतंत्रता दिवस पर शनिवार को भारतीय-अमेरिकियों पर जारी एक नीति दस्तावेज में बाइडेन के प्रचार अभियान में परिवार आधारित आव्रजन प्रणाली को समर्थन देने और धार्मिक कार्य वीजा की प्रक्रिया को सुसंगत बनाने का भी वादा किया गया है।
बाइडेन ने कहा है कि उनका प्रशासन नफरत को रोकने के लिए भी कदम उठाएगा। साथ धार्मिक स्थलों की सुरक्षा से जुड़ी चिंता को भी दूर करेगा। विविधता और भारतीय-अमेरिकियों के योगदान को सम्मान दिलाएगा। यह पहला मौका है कि डेमोक्रेट के किसी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ने भारतीय-अमेरिकियों पर विशिष्ट रूप से कोई नीति दस्तावेज पेश किया है।
बाइडेन प्रशासन में अमेरिका का अहम साझीदार बनेगा भारत: बाइडेन प्रचार मुहिम के शीर्ष अधिकारी ने कहा
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन की प्रचार मुहिम के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि बाइडेन प्रशासन अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में भारत की अग्रणी भूमिका की वकालत करेगा और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार के बाद सदस्य बनने में भारत की मदद करेगा।
पूर्व राजनयिक एवं बाइडेन के शीर्ष विदेश नीति सलाहकार टोनी ब्लिंकेन ने कहा कि बाइडेन प्रशासन दक्षिण एशिया में आतंकवाद को कतई सहन न करने की नीति अपनाएगा।
ब्लिंकेन ने ‘‘जो बाइडेन प्रशासन में भारतीय-अमेरिकी और अमेरिका एवं भारत के संबंध’’ विषय पर पैनल चर्चा के दौरान शनिवार को कहा कि यदि बाइडेन चुनाव जीत जाते हैं, तो वह भारत को सुरक्षा परिषद में सीट दिलाने में मदद करेंगे और भारत एवं अमेरिका के रक्षा संबंधों को मजबूत करेंगे।
उन्होंने भारत में अमेरिका के पूर्व राजदूत रिचर्ड वर्मा के एक सवाल के जवाब में कहा कि उनका मानना है कि जो बाइडेन राष्ट्रपति के तौर पर लोकतंत्र को पुनर्जीवित करने के लिए और भारत जैसे निकट सहयोगियों के साथ काम करेंगे।
ब्लिंकेन से सवाल किया गया था कि दुनिया हिंद-प्रशांत क्षेत्र एवं भारतीय सीमा पर चीनी आक्रामकता को देख रही है और भारत सीमा पार आतंकवाद के खतरों का सामना कर रहा है, ऐसे में अमेरिका में बाइडेन प्रशासन भारत का किस प्रकार समर्थन करेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘ओबामा प्रशासन में, हमने हिंद-प्रशांत रणनीति के अहम सहयोगी के तौर पर भारत को स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई।’’
ब्लिंकेन ने कहा, ‘‘इस भूमिका को क्षेत्र से आगे भी पूरी दुनिया में बढ़ाने की आवश्यकता है। बाइडेन प्रशासन में हम इस बात की वकालत करेंगे कि भारत अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में अग्रणी भूमिका निभाए। इनमें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार के बाद उसमें भारत को सीट दिलाने में मदद करना भी शामिल है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम भारत की रक्षा और आतंकवाद के खिलाफ साझेदार के तौर पर उसकी क्षमताओं को मजबूत करने के लिए मिलकर काम करेंगे।’’
ब्लिंकेन ने कहा कि बाइडेन प्रशासन दक्षिण एशिया समेत पूरी दुनिया में आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति अपनाएगा।