नयी दिल्ली, 01 अप्रैल ।दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज में तब्लीगी जमात में शामिल लोगों में 200 से अधिक लोगों में कोरोना वायरस (कोविड-19) का संक्रमण पाये जाने के कारण देश में पिछले 24 घंटों के दौरान इस विषाणु से संक्रमण 386 नये मामले सामने आये हैं तथा अधिकारी देश भर में ऐसे लोगों की तलाश कर रहे हैं जिन्होेंने इस आयोजन में हिस्सा लिया था।
देश के विभिन्न राज्यों से आये लोगों के साथ इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड और सऊदी अरब के हजारों लोगों ने पिछले महीने दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित कई दिनों तक एक धार्मिक आयोजन में हिस्सा लिया था।
इस आयोजन में आये कई लाेगों में कोरोना वायरस का संक्रमण पाया गया है जबकि कई लोगों की इससे मौत भी हो गयी है। इसके कारण न केवल देश में दहशत फैल गयी बल्कि कई लोगों के अपने गृह राज्य लौट जाने के कारण कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए की गयी तमाम कोशिशों के विफल हो जाने की भी आशंका भी उत्पन्न हो गयी।
कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी राज्यों के मुख्य सचिवों, पुलिस महानिदेशकों और सभी केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासकों से तब्लीगी जमात में हिस्सा लेने वालों से अपने-अपने राज्यों में युद्ध स्तर पर गहन संपर्क साधने को कहा है।
उन्होंने कहा कि यह पाया गया है कि इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले विदेशियों ने वीजा शर्तों का उल्लंघन किया।
राज्यों को विदेशियों और कार्यक्रम के आयोजकों के खिलाफ वीजा की शर्त के उल्लंघन के लिए कार्रवाई शुरू करनी चाहिए।
इस बीच, देश मेें बुधवार को कोरोना वायरस के संक्रमितों की संख्या 1,637 पर पहुंच गई तथा इससे 38 लोगों की मौत हो गयी है। इसके अलावा 132 लोग उपचार के बाद स्वस्थ हो गये और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। एक संक्रमित व्यक्ति विदेश चला गया है।
देश के सर्वाधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और मेरठ में एक-एक व्यक्ति की मौत के साथ कोरोना से मौत के पहले दो मामले सामने आये।
महाराष्ट्र में इससे 302 लोग संक्रमित हुए हैं जिनमें से 11 की मौत हो गयी है। मृतकों का यह आंकड़ा पूरे देश में सबसे अधिक है।
केरल में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 241 हो गई और दो लोगों की इससे मौत हो गयी। राष्ट्रीय राजधानी में भी पिछले कुछ दिनों में कोरोना संक्रमण के मामलों में अचानक वृद्धि हुई है और अब तक 120 मामले सामने आ चुके हैं।
आंध्र प्रदेश में अब तक 83, तमिलनाडु में 234, कर्नाटक में 101 और तेलंगाना में 94 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं।
मध्य प्रदेश में 47, गुजरात में 74, राजस्थान में 94, उत्तर प्रदेश में 103 और हरियाणा में 43 पॉजिटिव मामले सामने आये हैं। बिहार में 23, छत्तीसगढ़ में नौ, चंडीगढ़ में 13, उत्तराखंड में सात, जम्मू-कश्मीर में 55, लद्दाख में 13 और पश्चिम बंगाल में 26 मामले सामने आए हैं।
तब्लीगी जमातियों के संपर्क में आने वालों का युद्ध स्तर पर पता लगायें राज्य:केन्द्र
केन्द्र ने सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से कहा है कि तब्लीगी जमातियों के देश के अलग हिस्सों में जाकर लोगों से मिलने के कारण कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण को रोकने के प्रयासों को ठेस लग सकती है इसलिए इनका पता लगाने के लिए युद्ध स्तर पर अभियान शुरू किया जाना चाहिए।
कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों के साथ आज यहां वीडियो कान्फ्रेन्स के जरिए कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की। यहां निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज में एक आयोजन में बड़ी संख्या में देश और विदेश के लोगों के हिस्सा लेने और बाद इनमें से कई लोगों के विभिन्न राज्यों में जाने के खुलासे के मामले का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इस घटनाक्रम से देश में कोरोना वायरस से निपटने के लिए किये जा रहे प्रयासों को ठेस लग सकती है। उन्होंने कहा कि सभी राज्यों को इन तब्लीगी जमातियों की पहचान कर उनसे मिलने वाले लोगों का युद्ध स्तर पर पता लगाना होगा।
निजामुद्दीन मरकज खाली, 2361 लोग निकाले गये
दिल्ली के निजामुद्दीन की मरकज को खाली करा लिया गया है और यहां से कुल 2361 लोगों को निकाला गया है।
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को बताया कि निज़ामुद्दीन के आलमी मरकज़ में 36 घंटे का सघन अभियान चलाकर सुबह चार बजे पूरी बिल्डिंग को ख़ाली करा लिया गया है। इस इमारत में कुल 2361 लोग बाहर निकाले गये जिनमें से 617 को अस्पतालों में और बाक़ी को अलग-अलग क्वारंटीन में भर्ती कराया गया है।
श्री सिसोदिया ने लाॅकडाउन में सभी से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि क़रीब 36 घंटे के इस अभियान में मेडिकल स्टाफ़, प्रशासन, पुलिस और डीटीसी स्टाफ़ सबने मिलकर तथा अपनी जान जोखिम में डालकर काम किया। इन सबको दिल से सलाम।
गौरतलब है कि निजामुद्दीन की मरकज में तब्लीगी समाज का कार्यक्रम था जिसमें बडी संख्या में लोग जमा हुए थे। बाद में यहां से लोग देश के विभिन्न राज्यों में गये जिससे कोरोना वायरस का संक्रमण बड़े पैमाने पर फैलने का खतरा उत्पन्न हो गया है।
निजामुद्दीन में लोगों का एकत्र होना ‘तालिबानी जुर्म’ : नकवी
केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने लाॅकडाउन के बावजूद निजामुद्दीन में हजारों की संख्या में तब्लीगी समाज के जुटने पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए इसे तालिबानी जुर्म करार देते हुए कहा है कि इसे माफ नहीं किया जा सकता है।
श्री नकवी ने कहा कि एकतरफ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूरा देश कोरोना वायरस के प्रकोप की चुनौती से पार पाने में जुटा है वहीं तब्लीगी समाज ने लाॅकडाउन के बावजूद इतनी बडी संख्या में एकत्रित होकर गंभीर अपराध किया है। यह जानबूझकर किया गया अपराध है जो माफ नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा,“तबलीगी जमात का ‘तालिबानी जुर्म’.. यह लापरवाही नहीं, ‘गम्भीर आपराधिक हरकत’ है। जब पूरा देश एकजुट होकर कोरोना से लड़ रहा है तो ऐसे ‘गम्भीर गुनाह’ को माफ नहीं किया जा सकता।
गृह मंत्रालय ने देश में 2,000 विदेशी जमात कार्यकर्ताओं को तत्काल पृथक करने, वापस भेजने को कहा
इससे पहले कल केंद्र ने सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से कहा था कि वे भारत में मौजूद तबलीगी जमात के करीब 2,000 विदेशी कार्यकर्ताओं का तत्काल पता लगाए और उन्हें पृथक करें।
तबलीगी जमात के मुख्यालय मरकज निजामुद्दीन में आयोजित हुए कार्यक्रम में भाग लेने वालों में से कई लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने और छह लोगों की संक्रमण के कारण तेलंगाना में मौत हो जाने के बाद केंद्र ने राज्यों से यह बात कही।
गृह मंत्रालय ने सभी मुख्य सचिवों और पुलिस प्रमुखों को लिखे पत्र में उनसे कहा है कि वे उन सभी विदेशी जमात अनुयायियों को ‘‘पहली उपलब्ध उड़ान से’’ उनके देश भेजें जो संक्रमित नहीं पाए गए हैं।
गृह मंत्रालय ने पत्र में कहा, ‘‘इस समय तबलीग कार्य के लिए पर्यटन वीजा पर आए 70 से अधिक देशों के करीब 2000 विदेशियों के देशभर में फैले होने का अनुमान है। इनमें से अधिकतर विदेशी नागरिक बांग्लादेश (493), इंडोनेशिया (472), मलेशिया (150) और थाईलैंड (142) से आए हैं और देश में उनके रहने की अवधि छह माह तक है।’’
मंत्रालय ने 28 मार्च को सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में कहा, ‘‘कुछ तबलीगी जमात सदस्यों के दिल्ली के निजामुद्दीन में बंगले वाली मस्जिद स्थित उसके मुख्यालय में ठहरने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।’’
उसने कहा कि देश के अंदरूनी हिस्सों में घूमने वाले जमात दल ‘‘कोविड-19 के संभावित वाहक प्रतीत’’ होते हैं।
मंत्रालय ने सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से तबलीग टीम के हर विदेशी नागरिक की पूरी जांच करने और आवश्यकता पड़ने पर उसे अलग रखने या अस्तपाल में भर्ती कराने की सलाह दी।
उसने कहा कि यदि विदेशी नागरिक संक्रमित नहीं पाया जाता है तो उसे पहली उपलब्ध उड़ान से तत्काल उसके देश भेजा जाए।
मरकाज में गए भोपाल के सभी 32 लोग दिल्ली में ही कोरेनटाइन
भोपाल(मध्यप्रदेश),से खबर है कि दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन स्थित मरकाज में गए भोपाल के सभी 32 लोग दिल्ली में ही कोरेनटाइन किए गए हैं।
आधिकारिक जानकारी में जिला कलेक्टर तरुण पिथोडे ने कल रात यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोई व्यक्ति भोपाल नहीं आया। इसके साथ ही विदेशों से आए 55 और अन्य जमातियों का स्वास्थ्य परीक्षण करा लिया गया है। किसी में भी बीमारी के कोई लक्षण नहीं मिले। इसके साथ ही उनके सैंपल लिए गए हैं। उनके साथ रहने वाले लोगों के भी सैंपलिंग कर जांच के लिए भेज दिए गए है।
कलेक्टर श्री पिथोडे ने बताया कि सभी जमातियों ने 21 दिन का सेल्फ आइसोलेशन पूरा कर लिया है। किसी भी जमाती में अन्य किसी प्रकार का कोई बीमारी का लक्षण नहीं है। भोपाल की जनता को पैनिक होने की कोई बात नही है। सभी लोग प्रशासन और स्वस्थ विभाग की निगरानी में है। सुरक्षा की दृष्टि से सभी के सेम्पल लेकर जांच के लिये भी भेज दिये गए हैं।
जौनपुर से 14 बंगलादेशी समेत 16 गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश में जौनपुर जिले के सरायख्वाजा क्षेत्र में पुलिस ने किराये के मकान में रह रहे 14 बांग्लादेशी जमात के लोगो समेत 16 को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने बुधवार को बताया कि केंद्रीय खुफिया विभाग से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने मंगलवार देर रात केराकत कोतवाली के डेहरी का स्थायी निवासी मौलाना मुजीब अकील के मकान में किराये पर रह रहे 14 बंगलादेशी के अलावा झारखंड और पश्चिम बंगाल के नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया।
उन्होने बताया कि गिरफ्तार लोग कई दिनों से जमात में भाग लेने के लिए आकर ठहरे है। इस सूचना पर क्षेत्राधिकारी सदर नृपेंद्र और सरायख्वाजा थाने की पुलिस ने छापेमारी की तो उक्त मकान से बंगलादेशी नागरिक हाजी हफीजुर्रहमान इमाम के अलावा रफीकुल इस्लाम, मैनुद्दीन नईम, इस्माइल, नूरुद्दीन साहिल,अमीनुल इस्लाम, महबूबरहमान,अरिमूल इस्लाम,रौशन अहमद,आलमीन,ए के फैजुल हक,आकिब हसन महबूब, फिरदौस, सैफुल इस्लाम के साथ ही झारखंड के यासिन अंसारी, तथा पश्चिम बंगाल के मो अबुल मोटालिब को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार लोगो को सरायख्वाजा पुलिस, स्वास्थ विभाग की टीम के साथ थाने पर ले गयी है। ज़िला प्रशासन मौलाना और जमात के खिलाफ कार्यवाही करने की तैयारी में जुट गया है।
दिल्ली से जगदलपुर लौटे ग्यारह लोगों में आठ ट्रेस किए गए
दिल्ली से छत्तीसगढ़ के जगदलपुर लौटने वाले ग्यारह लोगों की सूची में अभी तक आठ लोगों को ट्रेस किया जा चुका है, जिसमें एक भिलाई में और दूसरा भोपाल में है, जबकि छह अन्य लोग जो ट्रेस किए गए हैं, वह जगदलपुर में ही हैं।
बस्तर जिला कलेक्टर अय्याज तंबोली ने आज बताया कि हाल ही मे दिल्ली से लौटने वाले कुल 11 लोगों की सूची आई है। इनमें से 8 ट्रेस कर लिए गए हैं। एक भिलाई में और दूसरा भोपाल में है। इसके अलावा 6 अन्य लोगों को ट्रेस किया जा चुका है जो जगदलपुर में हैं। इसके अलावा बाकी बचे सस्पेक्टेड बाहर हैं। उन्होंने बताया कि संदिग्ध में वो लोग भी शामिल हैं जो मरकस में नहीं गए थे, लेकिन उस दिन हवाई यात्रा या अन्य किसी माध्यम से मरकस में जाने वालों के टच में आए हैं। इनमें से कुछ पहले से ही होम आइसोलेशन में हैं।
नैनीताल में भी तबलीगी जमात का असर, 44 को भेजा गया क्वारंटीन सेंटर
दिल्ली के निजामुद्दीन में हुए तबलीगी जमात का असर उत्तराखंड के पर्यटक नगरी नैनीताल में भी देखने को मिला है। प्रशासन हरकत में आ गया है और जांच शुरू कर दी गयी है। दूसरी ओर तबलीगी जमात के सम्पर्क में आने वाले लगभग 44 लोगों को क्वारंटीन सेंटर में भेज दिया गया है।
राज्य सरकार के निर्देश पर पूरे प्रकरण की जांच शुरू कर दी गयी है। राज्य सरकार की ओर से जिलाधिकारी सबिन बसंल को एक पत्र लिखा गया है जिसमें प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए जांच करने को कहा गया है।
गुरुग्राम में निजामुद्दीन मरकज कार्यक्रम में शामिल रहे 27 लोगों को जांच के लिये ले जाया गया
दिल्ली के निज़ामुद्दीन में मरकज कार्यक्रम में शामिल हुये हरियाणा के गुरुग्राम के हेलीमंडी के 27 कोरोना संदिग्धों को जांच के लिए सिविल अस्पताल ले जाया गया है। ये एक ही घर में छिपे हुये और इनको पटौदी के एसडीएम, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने खोज निकाला।
तबलीगी जमात मरकज में शामिल हुए दो लाेग आइसोलेशन में भर्ती
अजमेर,से दिल्ली तबलीगी जमात मरकज में राजस्थान के कई लोग शामिल हुए थे जिनमें पुलिस ने दो लोगों को चिन्हित करके आज राजस्थान में अजमेर के जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय के आईसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया।
सू्त्रों ने बताया कि हालांकि इन दोनों के परिजन उनके दिल्ली जाने से इन्कार कर रहे हैं, लेकिन दरगाह थाना पुलिस ने कल रात ही इन्हें चिन्हित कर लिया और सुबह उन्हें अस्पताल पहुंचा दिया।
मरकज प्रमुख मौलाना साद के खिलाफ मामला दर्ज
दिल्ली पुलिस ने निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी जमात के मरकज के प्रमुख मौलाना साद के अलावा अन्य के खिलाफ सरकारी आदेशों उल्लंघन करने समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मौलाना साद तथा मरकज़ के अन्य लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 269,270, 271 और धारा 120-B के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि महामारी रोग अधिनियम 1897 के तहत निजामुद्दीन के मरकज के प्रबंधन को दिए गए सरकारी निर्देशों के उल्लंघन को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गयी हैं।
गोंडा की चार मस्ज़िदों में मिले गैर जनपदों के 50 लाोग
गोण्डा (उप्र) से खबर है कि, जिले की चार मस्ज़िदों में बुधवार को दूसरे जनपदों के 50 लाोग मिले, जिन्हें पृथक रखने का निर्देश दिया गया है ।
जिलाधिकारी नितिन बंसल ने बताया कि बुधवार को जांच के दौरान जिले की चार मस्जिदों में 50 ऐसे लोग मिले जो अन्य जनपदों के निवासी हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजकर उनकी जांच कराई गई है तथा सभी को उन्हीं मस्जिदों में पृथक रखा गया गया है। उन्होंने बताया कि कुछ ऐसे भी बाहरी लोग हैं, जो किसी के घरों में रह रहे हैं। उन्हें भी उनके घरों में ही पृथक किया गया है और गृह स्वामी को निर्देश दिया गया है कि वे ऐसे लोगों को समाज में नहीं आने दें।
जिलाधिकारी ने बताया कि 12-13 मार्च को दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित तबलीगी जमात में शामिल होने के लिए गए दो युवकों का सत्यापन पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीम को भेजकर कराया गया है। परिजनों से उनका मोबाइल नम्बर लेकर सम्पर्क किया गया है।
उन्होंने बताया कि वे जमात खत्म होने के बाद भी अब तक घरों को नहीं लौटे हैं। उन्हें दिल्ली में ही पृथक रखा गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि 12 मार्च के बाद विदेश यात्रा से लौटे 300 से अधिक लोगों को उनके घरों में पृथक रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम नियमित रूप से उनके सम्पर्क में है। उन्हें फिलहाल किसी प्रकार की समस्या नहीं है। इनमें से कुछ व्यक्तियों के पृथक रहने की अवधि समाप्त हो चुकी है। सभी को सख्ती से निर्देश दिया गया है कि वे अपने घरों में रहें तथा जरूरी सामग्री उन्हें फोन पर उपलब्ध कराई जा रही है।
बंसल ने बताया कि दूसरे प्रांतों से भारी संख्या में आने वाले श्रमिक वर्ग के लोगों को पृथक रखने के लिए 30 स्कूल व कालेजों को आश्रय स्थल के रूप में विकसित किया गया है। जिन लोगों में सर्दी, जुखाम, खांसी इत्यादि के लक्षण नहीं पाए गए हैं, उन्हें उनके घरों में ही रहने की अनुमति दी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें उनसे लगातार सम्पर्क कर रही हैं। उन्होंने कहा कि यदि किसी को कोई समस्या होती है, तो उसे तत्काल जिला चिकित्सालय में बनाए गए पृथक वार्ड में आवश्यकतानुसार भर्ती करके उनके नमूने जांच के लिए लखनऊ भेजे जाएंगे।
बुरहानपुर में मरकज से आए 5 जमाती मिले, सभी विशेष्ा निगरानी में घर में सील
मध्यप्रदेश के बुरहानपुर में जिला प्रशासन ने नई दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से आये जमातियों की पहचान कर उन्हें स्वास्थ्य विभाग के हवाले कर विशेष्ा निगरानी में रखा गया है।
बुरहानपुर जिले में अभी तक कोई भी चीनी वायरस कोरोना से प्रभावित नही मिला है।
राजस्थान में तब्लीगी जमात के सम्पर्क में आने वालों की जांच होगी
दिल्ली के निजामुदीन स्थित तबलीगी जमात केंद्र के मरकज में शामिल होकर राजस्थान आये सभी लोगों की जांच कराई जायेगी।
राजस्थान के पुलिस महानिदेशक भूपेन्द्र सिंह ने आज बताया कि अब तक अन्य राज्यों के करीब 350 लोगों के अलावा राजस्थान के 183 और पांच विदेशी नागरिक राज्य के 13 जिलों झुन्झुनू, बीकानेर, दौसा, अलवर, टोंक, श्रीगंगानगर, भरतपुर, करौली, जोधपुर शहर, बाड़मेर, हनुमानगढ़, चुरु और जयपुर में आने की जानकारी मिली है। इनमें से कुछ लाेगों के तबलीगी सदस्य दिल्ली के मरकज के सम्पर्क में आने की आशंका है।
मऊ में जमात में शामिल आठ लोगों समेत 117 को मऊ में किया क्वारंटाइन
दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात में शामिल होने एवं देश के अन्य हिस्सों से उत्तर प्रदेश के मऊ में आये 117 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है।
पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य और जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी ने आज यहां संवाददाताओं को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जो 14 जनवरी से दिल्ली में होेने वाले तबलीगी जमात में कुछ लोग शामिल हुए थे। सारे लोग बाहरी हैं। उन्होंने बताया कि इनमें 15 बिजनौर, 16 मुरादाबाद, महाराष्ट्र से 13, 15 मेरठ, 14 लोग दिल्ली निजामुद्दीन और सीमपुर जैसी जगह से आये हैं और उनकी संख्या 117 है।
तब्लीगी जमात से बिहार लौटे लोगों में से छह भागलपुर में मिले
दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी जमात के मरकज में एक धार्मिक सभा में शामिल होने के बाद बिहार लौटे 86 लोगों में से छह भागलपुर के पीरपैंती प्रखंड में मिले हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि जिले के पीरपैंती प्रखंड के कुंजबन्ना गांव के छह लोगों के दिल्ली के तब्लीगी जमात से यहां अपने घर लौटने की सूचना ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को दी। सूचना मिलते ही कुंजबन्ना गांव पहुंचे अधिकारियों ने उनलोगों से पूछताछ की।
तब्लीगी जमात के मरकज से बिहार लौटे लोगों को तलाश रहा एटीएस
दक्षिण पूर्वी दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी जमात के मरकज में शामिल कई लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि के बाद बिहार में आतकंवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) वहां से लौटे लोगों की तलाश कर रहा है।
मुख्य सचिव दीपक कुमार ने आज यहां बताया कि मरकज में इस वर्ष 13 मार्च से 15 मार्च तक चली धार्मिक सभा में शामिल होने के बाद 86 लोग बिहार लौटे, जिनमें से 37 लोगों को ढूंढ लिया गया है। इनमें से 17 को पटना में, 13 को बक्सर में और एक व्यक्ति को कटिहार में ट्रैक किया गया है। उन्होंने बताया कि शेष 49 लोगों की तलाश एटीएस और बिहार पुलिस मिलकर कर रही है।
महाराष्ट्र में तब्लीगी समारोह में भाग लेने के बाद राज्य में वापस आये लोगों की खोज
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने दिल्ली में तब्लीगी जमात समारोह में भाग लेने के बाद राज्य में लौटने वाले लोगों का पता लगाने के लिए विभाग के कर्मचारियों को आज निर्देश दिया।
श्री टोपे ने महाराष्ट्र में कोरोनो वायरस ‘कोविड-19’ के रोगियों की संख्या बढ़कर 302 होने जिसमे से सिर्फ मुंबई में 151 मरीज होने के बाद यह आदेश दिया है।
समस्तीपुर में नौ बंगलादेशी समेत तब्लीगी जमात के 11 लोग मिले
दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी जमात के मरकज में एक धार्मिक सभा में शामिल होने के बाद बिहार लौटे लोगों में से 11 समस्तीपुर जिले के धरमपुर में मिले हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि एक सूचना पर पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों की एक टीम आज समस्तीपुर शहर के धरमपुर मुहल्ला पहुंची और एक घर की जांच की। जांच के दौरान इस घर मे रह रहे नई दिल्ली के निजामुद्दीन से आये तब्लीगी जमात के 11 लोगों का पता चला।
इन लोगों मे बंगलादेश के नौ, झारखंड के एक और उतरप्रदेश के मेरठ के एक तब्लीगी जमात के सदस्य शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों द्वारा सबसे पहले सभी पकड़े गए लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। इसके बाद सभी को क्वारंटाइन के लिए समस्तीपुर शहर के एक होटल मे बनाये गए अस्थाई अस्पताल ले जाया गया है।
सूत्रों ने बताया कि पकड़े गए तब्लीगी जमात के नौ बंगलादेशी समेत सभी 11 लोगों के पासपोर्ट, वीजा एवं अन्य कागजातों की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
गौरतलब है कि मरकज में इस वर्ष 13 मार्च से 15 मार्च तक चली धार्मिक सभा में शामिल होने के बाद 86 लोग बिहार लौटे है। इनमें से 17 को पटना में, 13 को बक्सर में 11 को समस्तीपुर में, छह को भागलपुर में और एक व्यक्ति को कटिहार में ट्रैक किया गया है।