नयी दिल्ली, 18 फरवरी । दिल्ली पुलिस ने जामिया-न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के मामले में मंगलवार को अदालत में आरोपपत्र दाखिल कर दिया। इसमें शरजील इमाम पर उकसाने का आरोप लगाया गया है।
मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट गुरमोहन कौर की अदालत में आरोपपत्र दायर करते हुए पुलिस ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज, कॉल रिकॉर्ड्स और 100 से अधिक गवाहों के बयान बतौर प्रमाण संलग्न किए गए हैं।
गौरतलब है कि 15 दिसम्बर को जामिया मिल्लिया इस्लामिया के पास न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ जारी प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसा भड़क गई थी।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने चार बसों और पुलिस के दो वाहनों में आग लगा दी थी। छात्रों, पुलिस कर्मियों और दमकल कर्मियों सहित करीब 60 लोग घायल हुए थे।
अदालत ने शरजील को तीन मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेजा
अदालत ने शरजील इमाम को मंगलवार को तीन मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
अदालत ने इमाम को तीन मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। उन्हें पिछले महीने राजद्रोह के मामले गिरफ्तार किया गया था।
अदालत में दिल्ली पुलिस ने आरोपपत्र दायर कर यह भी कहा सीसीटीवी फुटेज, कॉल रिकॉर्ड्स और 100 से अधिक गवाहों के बयान बतौर प्रमाण संलग्न किए गए हैं।
अदालत ने सोमवार को इमाम को एक दिन की दिल्ली पुलिस की हिरासत में भेजा था।