नयी दिल्ली,17 जनवरी। निर्भया बलात्कार मामले में चारों गुनाहगारों का शुक्रवार को नया डेथ वारंट जारी हो गया। चारों को एक फरवरी को सुबह छह बजे तिहाड़ जेल में फांसी दी जायेगी।
पटियाल हाउस अदालात ने आज निर्भया मामले पर सुनवाई करते हुए नया डेथ वारंट जारी किया। इससे पहले चारों दोषियों को 22 जनवरी को फांसी दी जानी थी। इस मामले के एक दोषी मुकेश सिंह की दया याचिका राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज खारिज कर दी।
मुकेश की दया याचिका खारिज होने के बाद प्रक्रिया के तहत नया डेथ वारंट जारी करना पड़ा और फांसी की तिथि भी आगे बढ़ानी पड़ी।
राजधानी में 16 दिसंबर 2012 की रात को दिल दहला देने वाले इस कृत्य के तीन अन्य दोषी पवन गुप्ता, विनय शर्मा और अक्ष्य कुमार सिंह हैं जिन्हें फांसी दी जानी है।
इस मामले में कुल छह लोग शामिल थे जिसमें एक नाबालिग था और वह तीन साल की सजा पूरी करने के बाद छूट गया जबकि एक अन्य ने मुकदमें के दौरान ही जेल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
राष्ट्रपति ने मुकेश सिंह की दया याचिका खारिज की:
इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने निर्भया बलात्कार मामले के दोषी मुकेश सिंह की दया याचिका शुक्रवार को खारिज कर दी।
मुकेश 2012 के निर्भया सामूहिक बलात्कार मामले के चार दोषियों में से एक है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार सुबह राष्ट्रपति के पास दया याचिका भेजी जिसके शीघ्र बाद ही राष्ट्रपति ने इसे खारिज कर दिया।
दया याचिका खारिज होने के बारे में पता चलने पर निर्भया के पिता ने कहा, ‘‘ यह बहुत अच्छा है। जब हमने ‘फांसी देने में देरी हो सकती है’ वाली खबर सुनी तो हमारी सारी उम्मीदें धूमिल पड़ गई थीं।’’
मुकेश सिंह ने दो दिन पहले ही दया याचिका दायर की थी।
सात जनवरी को दिल्ली की एक अदालत ने मौत का फरमान जारी करते हुए कहा था कि चारों दोषियों – मुकेश सिंह(32), विनय शर्मा (26), अक्षय कुमार सिंह (31) और पवन गुप्ता (25) को 22 जनवरी की सुबह सात बजे तिहाड़ जेल में फांसी दी जाएगी।
हालांकि दिल्ली सरकार ने उच्च न्यायालय में कहा था कि दोषियों को फांसी नहीं दी जा सकती है क्योंकि दोषी मुकेश ने दया याचिका दायर कर रखी है।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने शुक्रवार सुबह कहा, ‘‘ गृह मंत्रालय ने मुकेश सिंह की दया याचिका राष्ट्रपति के पास भेजी दी है। मंत्रालय ने इसे खारिज करने के दिल्ली के उप राज्यपाल की सिफारिश को दोहराया है।’’
दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल के कार्यालय ने मुकेश सिंह की दया याचिका बृहस्पतिवार को गृह मंत्रालय के पास भेजी थी। इससे पहले दिल्ली सरकार ने इस दया याचिका को खारिज कर दिया था।