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दिल्ली समेत पूरा उत्तर भारत हाड़ कंपा देने वाली शीतलहर से थर-थर कांपा,कई जगह सदी का सबसे न्यूनतम तापमान,बारिश की चेतावनी जारी attacknews.in

नयी दिल्ली, 28 दिसम्बर । राष्ट्रीय राजधानी, उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश समेत उत्तर भारत भीषण शीतलहर की चपेट में है तथा न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट आने से लोग हाड़ कंपा देने वाली ठंड से बेहाल हैं। राजस्थान के सीकर जिले के फतेहपुर में न्यूनतम तापमान जमाव बिन्दू से चार डिग्री सेल्सियस नीचे रहा वहीं दिल्ली में भी शनिवार सुबह न्यूनतम तापमान 1.7 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया।

मौसम विभाग का अनुमान है कि दिल्ली में अभी सर्दी का प्रकोप और बढ़ेगा और नये वर्ष के जश्न में बारिश खलल डाल सकती है ।

उत्तर प्रदेश के भी कई क्षेत्रों में नये साल पर बारिश होने का अनुमान जताया गया है।

दिल्ली में आज सुबह लोग जब उठे तो उन्हें शीतलहर का भीषण सामना करना पड़ा। न्यूनतम तापमान 1.7 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाने से लोगों का ठंड से बुरा हाल है। यहां 14 दिसम्बर से शीतलहर का प्रकोप शुरू हुआ था और अभी अगले तीन दिनों तक इस स्थिति से निजात नहीं मिलने की संभावना है ।

वर्ष 1901 के बाद यह दूसरी बार है जब राजधानी में इतने लंबे समय तक शीतलहर का प्रकोप झेलना पड़ा है। दिल्ली में आज सुबह 8.30 बजे सबसे कम तापमान लोधी रोड और आया नगर में 1.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि सफदरजंग में तापमान 2.7 और पालम में 3.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

राजस्थान में तापमान में गिरावट एवं शीत लहर के कारण कड़ाके की सर्दी का कहर जारी है। सीकर जिले के फतेहपुर में न्यूनतम तापमान जमाव बिन्दू से चार डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच गया। फतेहपुर के अलावा पर्यटन स्थल माउंटआबू, अलवर, सीकर, जोबनेर, किशनगढ़ रेनवाल में भी न्यूनतम तापमान जमाव बिन्दू से नीचे चले जाने तथा राजधानी जयपुर सहित कई स्थानों पर तापमान पांच डिग्री से कम रहने के कारण कड़ाके की ठंड से जनजीवन प्रभावित हुआ।

भीषण ठंड और कोहरे की चपेट में आये उत्तर प्रदेश में नये साल की शुरूआत रिमझिम बरसात के साथ होने की संभावना है। राज्य के अधिकतर क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है और शनिवार तड़के मुजफ्फरनगर में पारा 1़ 7 डिग्री सेल्सियस रह गया। आने वाले दिनों में मौसम के मिजाज में खास तब्दीली की उम्मीद नही है जबकि 31 दिसम्बर और एक जनवरी को कई इलाकों में वर्षा का अनुमान है। बहुत से जिलों मे प्रचण्ड ठंड से जन जीवन बेहाल हो गया हैं। पशु पक्षियों को भी भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा हैं। सड़कों पर वीरानी छाई हुई है और ठंड से बचने के लिए सड़क हो या घर लोग अलाव जला कर सर्दी से निजात पाने की कोशिश कर रहे हैं तथा बहुत जरूरी होने पर ही घर से निकल रहे हैं। ऐसे में दैनिक मजदूरी कर पेट पालने वालों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।

पश्चिमोत्तर क्षेत्र में मौसम ने मैदानी इलाकों में पहाड़ों जैसी ठंड का अहसास करा दिया ।

हरियाणा में अगले दो दिनाें में शीतलहर ,कोल्ड डे के साथ पाला पड़ने की चेतावनी जारी हुई है जिससे राज्य में हालात और खराब होने के आसार हैं । राज्य में कुछ स्थानों पर पारा शून्य तक पहुंच गया ।

हिमाचल प्रदेश में अगले दो दिनों में पहाड़ों पर हिमपात तथा बारिश होने का अनुमान है जिससे पर्यटकों ने पर्यटन स्थलों की ओर रूख करना शुरू कर दिया है ।

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल भी शीतलहर की चपेट में आकर दिन में भी ठिठुर रही है। यहां तापमान कल की तुलना में एक डिग्री और गिरकर आज 5़ 3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है। यह सामान्य से पांच डिग्री कम है। इस सीजन में भोपाल में यह सबसे कम न्यूनतम तापमान है। राज्य के एकमात्र पर्वतीय स्थल पचमढ़ी में न्यूनतम तापमान 1़ 2 डिग्री दर्ज किया गया।

छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में कड़ाके की ठंड के चलते पंडरापाठ, कैलाश गुफा, बगीचा और पत्थलगांव क्षेत्र में सुबह कई जगह बर्फ की पतली परत जमी हुई देखी गयी। शीतलहर के चलते पूरे इलाके में ठिठुरन बढ़ गई है।

दिल्ली में टूटा ठंड का रिकार्ड:

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शीतलहर और ठिठुरन शनिवार को और बढ़ गयी और न्यूनतम तापमान 1.7 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाने से लोगों का ठंड से बुरा हाल है।

शहर घने कोहरे की चादर में लिपटा रहा जिससे दृश्यता कम हो गई और सड़कों पर वाहनों की आवाजाही पर असर पड़ा।

दिल्ली में 14 दिसम्बर से शीतलहर का प्रकोप शुरू हुआ था और अभी अगले तीन दिनों तक बने रहने की आशंका है। वर्ष 1901 के बाद यह दूसरी बार है जब राजधानी में इतने लंबे समय तक शीतलहर का प्रकोप बना हुआ है।

मौसम विभाग के अनुसार आज सुबह 8.30 बजे सबसे कम तापमान आया नगर में 1.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि सफदरजंग में तापमान 2.7 और पालम में 3.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आज सुबह साढ़े आठ बजे सापेक्षिक आर्द्रता 97 फीसदी दर्ज की गयी।

शुक्रवार सुबह न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

मौसम विभाग का कहना है कि दिसंबर में इस साल औसत अधिकतम तापमान अब तक 19.85 डिग्री सेल्सियस रहा है और वर्ष के आखिरी दिन यह 19.15 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है ।

विभाग का मानना है कि यदि अधिकतम तापमान 19.15 तक गिरता है तो यह 1901 के बाद दूसरा मौका होगा जब दिसंबर सबसे ठंडा होगा।

बाईस साल पहले दिसंबर 1997 में औसत अधिकतम तापमान 17.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था और इस प्रकार 1997 के बाद से दिसंबर माह में सबसे अधिक ठंडे दिन रहे हैं। वर्ष 1997 में 17 दिनों तक लगातार लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ा था । इस वर्ष 15 दिसंबर से ही दिल्ली के लोग कड़ाके की ठंड का अनुभव कर रहे हैं ।

एक और दो जनवरी को ओलावृष्टि के अनुमान के चलते नये वर्ष के जश्न में खलल भी पड़ सकता है । विभाग का मानना है कि तीन जनवरी तक पहाड़ी क्षेत्रों में जोरदार हिमपात होगी।

मौसम विज्ञान विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अन्य वेधशालाओं में दर्ज तापमान इस प्रकार रहा : पालम में 3.1 डिग्री से., लोधी रोड पर 1.7 डिग्री से., आया नगर में 1.9 डिग्री से.।

घने कोहरे के कारण पालन वेधशाला इलाके में शून्य दृश्यता रही। इसके पास ही हवाईअड्डा स्थित है।

हवाईअड्डे के एक अधिकारी ने बताया कि शनिवार सुबह घने कोहरे के कारण दिल्ली हवाईअड्डे से चार विमानों का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया।

अधिकारी ने बताया कि विमान सीएटी 3 बी शर्तों के तहत उड़ान भर रहे हैं, जिसका मतलब है कि रनवे की दृश्यता सीमा 50 मीटर से 175 मीटर के बीच है।

रेलवे अधिकारियों के अनुसार, खराब दृश्यता के कारण 24 ट्रेनों में दो से पांच घंटे तक की देरी हुई। हावड़ा नयी दिल्ली पूर्वा एक्सप्रेस में पांच घंटे तक की देरी हुई।

वायु गुणवत्ता शनिवार को फिर से बिगड़ गई। तापमान गिरने, उच्च नमी और हवा की कम गति के कारण प्रदूषक तत्व एकत्रित हो गए। कुल वायु गुणवत्ता सूचकांक सुबह दस बजे तक 413 रहा।

आईएमडी में वरिष्ठ मौसम विज्ञानी कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि शनिवार को दिल्ली-एनसीआर में शीतलहर चलने और अत्यधिक ठंड रहने का अनुमान है।

उन्होंने बताया कि 1992 से लेकर अब तक सफदरजंग वेधशाला में 30 दिसंबर 2013 को न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री से. और 11 दिसंबर 1996 को 2.3 डिग्री से. दर्ज किया गया। 1930 में 27 दिसंबर को शून्य डिग्री तापमान दर्ज किया गया था जो कि रिकॉर्ड है।

मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार को बताया था कि दिल्ली-एनसीआर में कड़ाके की ठंड के चलते 1901 के बाद से दूसरा सबसे सर्द दिसंबर रिकॉर्ड किए जाने की संभावना है।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘दिसंबर में औसत अधिकतम तापमान केवल 1919, 1929, 1961 और 1997 में 20 डिग्री से. से कम रहा था।’’

उन्होंने बताया कि इस साल दिसंबर में औसत अधिकतम तापमान बृहस्पतिवार तक 19.85 डिग्री से. दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान 31 दिसंबर तक गिरकर 19.15 डिग्री से. तक जाने की संभावना है।

14 दिसंबर से अब तक शहर के ज्यादातर हिंसों में लगातार 13 ‘‘ठंडे दिन’’ दर्ज किए गए। पिछले बार इतने वक्त तक सर्दी दिसंबर 1997 में देखी गई थी।

दिल्ली में 1992 के बाद केवल चार साल 1997, 1998, 2003 और 2014 में इतने दिन तक लगातार ठंड रही। 29 दिसंबर तक ‘‘अत्यधिक ठंड’’ रहने का अनुमान है।

गुजरात के कई हिस्सों में शीतलहर का प्रकोप जारी, 3.6 डिग्री के साथ नलिया सबसे ठंडा:

गुजरात में जारी शीतलहर का प्रकोप तापमान में और गिरावट के साथ आज भी कई स्थानों पर रहा।

मौसम विज्ञान केंद्र अहमदाबाद की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार आज कच्छ जिले का नलिया इस मौसम के अब तक के सबसे कम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे ठंडा रहा। यह कल की तुलना में एक डिग्री कम तथा सामान्य से 7 डिगी कम रहा।

दिल्ली,पंजाब,राजस्थान में हाड़ कंपा देने वाली सर्दी और बढ़ने का अनुमान:

पुणे स्थित मौसम विभाग ने कहा कि,पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में तथा बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटवर्ती इलाके, विदर्भ और झारखंड में कुछ हिस्सों में दिन में सामान्य से अत्यधिक ठंडी पड़ने का अनुमान है।

मौसम विभाग के मुताबिक हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, विदर्भ, पंजाब और बिहार के अधिकतर हिस्सो में तथा मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर गुजरात, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटवर्ती इलाके, झारखंड और ओडिशा में अलग-अलग स्थानों में सामान्य से अत्यधिक ठंड शीत लहर चलने के आसार हैं।

ठंड की गिरफ्त में बिहार, अलर्ट जारी

पश्चिमी विक्षोभ के कारण भीषण ठंड की चपेट में आए बिहार में पिछले तीन-चार दिन से जन-जीवन जहां अस्त-व्यस्त हो गया वहीं मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 72 घंटे का अलर्ट जारी किया है।

मौसम विज्ञान विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि पटना समेत बिहार के 38 जिलों के लिए आज से कल तक ठंड का ऑरेंज अलर्ट तथा सोमवार को येलो अलर्ट जारी किया है। इसके तहत सभी जिलों में भीषण ठंड पड़ने की संभावना है। इस दौरान तापमान में लगातार गिरावट होने संभावना जताई गई है। अलर्ट के तहत जिला प्रशासन को भीषण ठंड से उत्पन्न परिस्थिति से निपटने के लिए कारगर उपाय करने को कहा गया है।

विभाग के अनुसार, 28 और 29 दिसंबर 2019 को पटना के अलावा पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, सासाराम, सीवान, सारण, गोपालगंज, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, वैशाली, शिवहर, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, अररिया, किशनगंज, भागलपुर, बांका, मुंगेर, खगड़िया, जमुई, बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, जहानाबाद अरवल, गया, नवादा, नालंदा, शेखपुरा, बेगूसराय, लखीसराय और पूर्णिया जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही इन सभी जिलों में 30 दिसंबर के लिए ठंड का येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान अधिकतम तापमान 14 से 17 डिग्री और न्यूनतम तापमान आठ से 10 डिग्री सेल्सियस होने की संभावना जताई गई है।

यूपी के मुजफ्फरनगर में पारा 1़ 7 डिग्री पर ,नये साल में बारिश के आसार:

भीषण ठंड और कोहरे की चपेट में आये उत्तर प्रदेश में नये साल की शुरूआत रिमझिम बरसात के साथ होने की संभावना है।

मौसम विभाग के अनुसार राज्य के अधिकतर क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है और शनिवार तड़के मुजफ्फरनगर में पारा 1़ 7 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। आने वाले दिनों में मौसम के मिजाज में खास तब्दीली की उम्मीद नही है जबकि 31 दिसम्बर और एक जनवरी को कई इलाकों में वर्षा का अनुमान है।

जौनपुर से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार जिले के मीरगंज क्षेत्र में पिछले 24 घंटों में ठंड लगने से दो व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार क्षेत्र के जरौना निवासी ऊदल मोदनवाल (45) की ठंड लगने से मृत्यु हो गयी। इसी क्षेत्र के बरियारपुर सिरौली निवासी मोहम्मद इमाम अली (64) की हृदयाघात से मृत्यु हो गयी।

ठंड के चलते लखनऊ औैर कानपुर प्राणि उद्यान में दर्शकों की तादाद में खासी गिरावट आयी वहीं आगरा में विश्व प्रसिद्ध ताज महल देखने वाले पर्यटकों की संख्या में भी निरंतर गिरावट का दौर जारी है।

मौसम के बिगड़े मिजाज ने लोगों को सैर सपाटा की बजाय घरों में दुबकने को मजबूर कर दिया है। लोगबाग जरूरी कामकाज निपटाने के लिये घरों अथवा कार्यालय से बाहर निकलना पसंद कर रहे है जिससे सड़कों औैर बाजारों में गहमागहमी कम हो गयी है।

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Dr.Sushil Sharma Admin/Editor

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