नयी दिल्ली, 09 दिसम्बर ।मध्य दिल्ली के रानी झांसी रोड के निकट अनाज मंडी इलाके में भीषण अग्नि हादसे में 43 लोगों की दर्दनाक मौत पर राजनीति तेज हो गयी है,इस अग्निकांड के हीरो का कनेक्शन अरविंद केजरीवाल के रूप में सामने आया है ।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने सोमवार को आरोप लगाया कि जिस इमारत में आग लगी, उसके मालिक का मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) से संबंध है।
दिल्ली अग्निकांड पर आयोग ने मांगी रिपोर्ट
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने राजधानी के अनाज मंडी क्षेत्र में हुए अग्निकांड में 43 लोगों की मौत से संबंधित मीडिया रिपोर्टों का संज्ञान लेते हुए दिल्ली के मुख्य सचिव , पुलिस आयुक्त और उत्तरी दिल्ली नगर निगम के आयुक्त को नोटिस जारी कर छह सप्ताह में जवाब देने को कहा है।
आयोग ने इन अधिकारियों से इस मामले में अब तक की गयी कार्यवाही और राहत तथा पुनर्वास के लिए उठाये गये कदमों की जानकारी देने को भी कहा है। शहरी विकास मंत्रालय के सचिव को भी नोटिस जारी कर नियमों के उल्लंघन के मामले का पता लगाने के लिए एक समिति का गठन करने को कहा है।
अनाज मंडी आग हादसा: आरोपी 14 दिन की पुलिस हिरासत में
दिल्ली की तीस हजारी अदालत ने मध्य दिल्ली के रानी झांसी रोड के निकट अनाज मंडी क्षेत्र में भीषण आग की चपेट में आयी फैक्ट्री के मालिक रेहान और प्रबंधक फुरकान को सोमवार को पूछताछ के लिए 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
रविवार को हुए इस भीषण आग हादसे में 43 लोगों की दम घुटने या झुलसने से मौत हो गयी थी। कई घायलों का अभी उपचार चल रहा है।
रेहान और फुरकान को पुलिस ने कल शाम गिरफ्तार किया था। दोनों को भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) और धारा 285(आग या ज्वलनशील पदार्थ के संदर्भ में लापरवाही) के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
दोनों को आज तीस हजारी अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें पूछताछ के लिए 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस ने रेहान और फुरकान की हिरासत की मांग की जिसे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट मनोज कुमार ने मंजूर कर लिया।
अदालत ने कहा कि घटना की विभीषिका को देखते हुए इसकी बहुआयामी जांच की जरूरत है और इसलिए आरोपियों को पुलिस हिरासत में भेजे जाने की जरूरत है।
पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ गैर इरादतन हत्या और आग के संदर्भ में लापरवाह रवैया अपनाने के लिए भादंसं की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया था। मामला अपराध शाखा के पास भेज दिया गया है।
सुनवाई के दौरान पुलिस ने अदालत से कहा कि शुरुआती जांच से पता चला है कि कुछ अन्य आरोपी थे और उनकी भूमिका का पता लगाने के लिए दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इमारत में प्राधिकरणों से मंजूरी के बगैर फैक्टरी चलती थी।
पुलिस ने कहा कि भवन के तीन मालिक थे और उन्होंने अलग-अलग लोगों को भवन किराये पर दे रखा था जिनकी भूमिका की भी जांच किया जाना है।
पुलिस ने अदालत में कहा, ‘‘यह संवेदनशील मामला है। अधिकतर लोग दूर दराज के इलाकों से थे। अभी तक मृतकों के नाम और पते की भी पहचान नहीं हुई है। यह जटिल प्रक्रिया है। रेहान और फुरकान बचपन के दोस्त हैं और वे 2003 से एक साथ व्यवसाय कर रहे हैं। दोनों आरोपियों को पुलिस हिरासत में लेना जरूरी है। अन्यथा न्याय नहीं हो पाएगा।’’
रेहान और फुरकान के वकील ने रिमांड के आग्रह का विरोध किया और कहा कि पुलिस पहले ही सभी दस्तावेजों और संपत्ति के समझौता पत्रों को जब्त कर चुकी है।
वकील ने अदालत से कहा, ‘‘जरूरत पड़ने पर आरोपी दूसरे दस्तावेज भी मुहैया करा देंगे। पुलिस रिमांड की जरूरत नहीं है।’’
पुलिस ने अदालत को यह भी सूचित किया कि मामले को अपराध शाखा को स्थानांतरित करने के लिए उन्हें कोई लिखित आदेश प्राप्त नहीं हुआ है।
दिल्ली सरकार ने अग्निकांड की जांच के लिए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए थे और सात दिनों के अंदर रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा। 1997 में हुए उपहार अग्निकांड के बाद यह सबसे भीषण आग त्रासदी थी।
मरने वाले अधिकतर लोग बिहार और उत्तरप्रदेश के प्रवासी मजदूर है ।
अनाज मंडी आग हादसे के लिए दिल्ली के ऊर्जा मंत्री, कंपनी जिम्मेदार, हत्या का मुकदमा दर्ज हो: चोपड़ा
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने अनाज मंडी इलाके में आग हादसे के लिए सोमवार को ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन और बिजली कंपनियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि इनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाए।
श्री चोपड़ा ने आज यहां प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता मुकेश शर्मा के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि फिल्मिस्तान में हुए इस दर्दनाक हादसे के लिए ऊर्जा मंत्री और बिजली कंपनियां दोषी हैं और उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जायेगा।
दोनों ने कहा कि स्थानीय विधायक और पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन और उत्तरी दिलली नगर निगम महापौर को भी इस त्रासदी की जिम्मेदारी लेते हुए तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। गौरतलब है कि रविवार को हुए इस भीषण अग्निकांड में 43 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई।
श्री चोपड़ा ने कहा कि इस वर्ष सरकार और निगम की लापरवाही की वजह से हुए अग्निकांडों में 94 लोगों की जान जा चुकी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के ऊर्जा मंत्री और बिजली कंपनियों की सांठगांठ से इन क्षेत्रों में बुनियादी सुविधा ढांचे को मजबूत करने के लिए 825 करोड़ रुपए की धनराशि बिजली कंपनियों ने खर्च करने का दावा किया है जो पूरी तरह गलत है।
श्री चोपड़ा ने कहा कि कंपनी का यह दावा कि 650 किलोमीटर केबल सिस्टम को मजबूत किया है, सत्य से परे हैं। उन्होंने कहा कि यदि 650 किलोमीटर केबल अगर भूमिगत कर दी गई होती तो आज इतनी बड़ी संख्या में लोगों को असमय जान नहीं गंवानी पड़ती।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए श्री चोपड़ा ने कहा कि पूर्व केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने लोकसभा चुनाव से स्थानीय सांसद और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डाक्टर हर्षवर्धन के साथ दौरा करते वक्त यह घोषणा की थी कि मंत्रालय 600 करोड़ रुपए खर्च कर पुरानी दिल्ली में तारों को भूमिगत करेगा लेकिन यह मात्र चुनावी घोषणा रह गई। दिल्ली नगर निगम में 18 सालों से भाजपा का शासन है और पार्टी में व्याप्त भ्रष्टाचार भी इन हादसों के पीछे एक बड़ा कारण है।
श्री शर्मा ने आरोप लगाया कि बिजली कंपनियां ने इन क्षेत्रों में सभी कनेक्शनों पर मिस यूज लगाकर और लोड बढ़ाकर हजारों करोड़ रुपए का चूना दिल्ली की जनता को लगाया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि जितनी राशि एकत्रित की गई उसका एक प्रतिशत भी इन इलाकों में सिस्टम को मजबूत करने पर खर्च नहीं किया गया, जो पूरी तरह केवल बेइमानी नहीं है अपितु एक बड़ा घोटाला है जिसकी जांच होनी चाहिए।
एनएनजेपी में 17 मृतकों की शिनाख्त: 17 शवों की पहचान के प्रयास जारी
दिल्ली के रानी झांसी रोड के निकट अनाज मंडी इलाके में फैक्ट्रियों में लगी भयानक आग में मारे गए 43 लोगों में से 34 की मौत लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल (एलएनजेपी) में हुई। अस्पताल में मृत 34 में से अब तक 17 की ही शिनाख्त हो पाई है।
अस्पताल सूत्रों ने सोमवार को बताया कि अग्निकांड से प्रभावित यहां कुल 54 लोगों को लाया गया जिनमें से 34 की मौत हो गई।
अनाज मंडी में फिर से लगी आग
दिल्ली के रानी झांसी रोड के निकट अनाज मंडी में रविवार सुबह एक चार मंजिला इमारत में चल रही फैक्टरी में आग लगने से 43 लोगों की मौत के बाद सोमवार को फिर से उसी इमारत में आग लग गयी।
दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सुबह सात बजकर 39 मिनट एक कार्डबोर्ड में अचानक से आग गयी थी। आग पर काबू पा लिया गया।
उन्होंने बताया कि आग लगने की सूचना मिलने के बाद दमकल की तीन गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा गया।