नयी दिल्ली, 26 जनवरी । कृषि सुधार कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर आन्दोलन कर रहे नेताओं ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजधानी में किसान परेड के दौरान हुयी हिंसा की घटनाओं की कड़ी निन्दा की है और कहा है इससे दो महीने से चल रहा यह आन्दोलन कमजोर होगा ।
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता योगेन्द्र यादव ने मंगलवार को कहा कि लाल किला परिसर में किसानों ने जो झंडा फहराने का प्रयास किया वह अक्षम्य है । ऐसे लोग संयुक्त किसान मोर्चा के हिस्सा नहीं हो सकते । इससे किसान आन्दोलन कमजोर होगा । उन्होंने कहा कि जिस संगठन ने यह हरकत की है उसकी जानकारी प्रशासन को थी ।
हिंसा किसी समस्या का हल नहीं : राहुल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसा के बीच कृषि संबंधित तीनों कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए कहा है कि हिंसा किसी समस्या का समाधान नहीं है और इससे नुकसान देश का ही होता है।
श्री गांधी ने कहा , “ हिंसा किसी समस्या का हल नहीं है। चोट किसी को भी लगे, नुक़सान हमारे देश का ही होगा। देशहित के लिए कृषि-विरोधी क़ानून वापस लो।”
इससे पहले श्री गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी गणतंत्र दिवस पर देशवासियों को बधाई दी और कहा कि गणतंत्र देशवासियों का है और उन्हीं की बदौलत यह मजबूत होता है।
श्री गांधी ने अपने बधाई संदेश में कहा था “ भारत का प्रत्येक नागरिक देश का भाग्य विधाता है चाहे वो सत्याग्रही किसान-मज़दूर हो या लघु-मध्यम व्यापारी, नौकरी तलाश करता युवा हो या महंगाई से परेशान गृहणी। गणतंत्र आपसे है, गणतंत्र आपका है। शुभकामनाएं।”
श्रीमती वाड्रा ने कहा कि जय जवान, जय किसान। गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं। जन गण मन ज्यादा से ज्यादा मज़बूत हो गणतंत्र दिवस ।”
हिंसा और अराजकता के लिए लोकतंत्र में जगह नहीं: कांग्रेस
कांग्रेस ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान हिंसा को गलत बताते हुए मंगलवार को कहा कि लोकतंत्र में हिंसा तथा अराजकता के लिए कोई जगह नहीं होती है।
पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी आग्रह किया कि सरकार को किसानों को भ्रमित तथा विचलित नहीं करना चाहिए और उन्हें ‘राजहठ’ छोड़कर ‘राजधर्म’ के मार्ग पर चलना चाहिए एवं कृषि विरोधी तीनों कानूनों को वापस लेना चाहिए।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि दिल्ली में आज हुई हिंसक तथा अराजक घटनाओं से कांग्रेस पार्टी और पूरा देश क्षुब्ध है। लोकतंत्र में इस प्रकार की घटनाओं के लिए कोई स्थान नहीं होता है।
उन्होंने कहा,“आंदोलनकारियों को अपने ध्येय को ध्यान में रखना होगा। अहिंसा और सत्याग्रह ही इस किसान- मजदूर आंदोलन की सबसे बड़ी कामयाबी रही है। हमें पूरी उम्मीद है कि किसान- मजदूर-गरीब का ये गठजोड़ शांतिपूर्ण तथा अहिंसक आंदोलन के रास्ते पर चल खेती विरोधी काले कानूनों की वापसी के लिए दृढ़ संकल्प रहेंगे।”
केन्द्र ने हिंसा को बदतर होने की अनुमति दी: आप
आम आदमी पार्टी (आप) ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आज हुई हिंसक घटनाओं की जोरदार निंदा करते हुए कहा कि यह बहुत ही दुखद है कि केन्द्र सरकार ने स्थिति को इस हद तक बिगड़ने की अनुमति दी।
पार्टी ने यहां जारी एक बयान में कहा,“ हम आज के विरोध प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा की जोरदार निंदा करते हैं और यह बहुत ही दुखद है कि केन्द्र सरकार ने इस हद तक बदतर हालात पैदा किये। यह आंदोलन पिछले दो हफ्तों से शांतिपूर्ण जारी था।”
लाल किला की घटना दुर्भाग्यपूर्ण : आरएसएस
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने दिल्ली में मंगलवार को किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुयी हिंसा की निंदा की और कहा कि लाल किले की ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण घटना’’ उन लोगों का अपमान है जिन्होंने देश की आजादी के लिये अपना बलिदान दिया ।
ट्रैक्टर परेड के लिये निर्धारित मार्ग से हटते हुये आंदोलनकारी किसानों का एक हिस्सा लाल किले में घुस गया और महत्वपूर्ण इमारत के कुछ गुम्बदों पर झंडा लगा दिया ।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने सभी देशवासियों से अपने राजनैतिक एवं वैचारिक मतभेदों से ऊपर उठ कर प्राथमिकता के आधार पर अमन एवं शांति कायम करने की अपील की ।
संघ के महासचिव सुरेश भैयाजी ने एक बयान जारी कर कहा, ‘‘दिल्ली में गणतंत्र दिवस जैसे पावन मौके पर हिंसा और अशांति बेहद दुखद एवं निदंनीय है ।’’
उन्होंने लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज के इतर झंडा फहराने को ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण कार्रवाई’’ बताया और कहा कि यह उन शहीदों का अपमान है जिन्होंने आजादी एवं देश की एकता के लिये अपने प्राणों की बलि दे दी ।’’