कालका (हरियाणा)/ जम्मू/ इस्लामाबाद , 18 अगस्त । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के साथ बातचीत तब तक संभव नहीं है जब तक वह आतंकवाद को सहयोग देना और उसको बढ़ावा देना बंद नहीं करता है। सिंह ने रविवार को कहा कि अगर पाकिस्तान से बातचीत होगी तो केवल पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) पर होगी।
पाकिस्तान ने कबूला बालाकोट पर हुई थी सर्जीकल स्ट्राइक, अब पीओके पर होगी बातचीत
रक्षामंत्री ने भारत की बालाकोट पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाने वालों को आज करारा जबाव देते हुये कहा कि पाकिस्तान भी अब यह यह कह रहा है कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 और धारा 35ए हटाने के बाद भारत बालाकोट से भी बड़ी कार्रवाई उस पर कर सकता है।
श्री सिंह ने हरियाणा के पंचकूला जिले के कालका विधानसभा क्षेत्र से मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की राज्य विधानसभा चुनावों को लेकर 90 विधानसभा क्षेत्रों के लिये शुरू हुई जन आशीर्वाद यात्रा के मौके पर अपने सम्बोधन में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि देश के भीतर ही बैठे कुछ लोग पुलवामा हमले के बाद भारत द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट स्थित आतंकी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राईक पर सवाल उठा रहे थे। लेकिन उन्हें इस बात का जबाव अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने ही दे दिया है जो अब कह रहे हैं कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 और धारा 35ए हटाने के बाद मोदी सरकार पाकिस्तान पर बालाकोट से भी बड़ी कार्रवाई करने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश बालाकोट के बाद दूसरी बड़ी सम्भावित कार्रवाई को लेकर डरा सहमा हुआ है। उसे हमारी ताकत का एहसास हो चुका है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान से अगर अब बातचीत होगी तो सिर्फ उसके कब्जे वाले कश्मीर को लेकर ही होगी
उन्होंने कहा, ‘‘अगर बातचीत (पाकिस्तान के साथ) होती है तो यह पीओके (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) पर होगी, न कि किसी अन्य मुद्दे पर।’’
सिंह ने कहा, ‘‘अगर पाकिस्तान के साथ किसी तरह की वार्ता होनी है तो उन्हें आतंकवाद को सहयोग और प्रोत्साहन देना करना बंद करना होगा।’’
रक्षा मंत्री ने सवाल किया कि हम उनसे किस मुद्दे पर बात करें और क्यों करें?
इस दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, कृष्णपाल गुर्जर और रतन लाल कटारिया तथा कई अन्य कैबिनेट मंत्री और राज्य के भाजपा विधायक मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में लोग कह रहे हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत होनी चाहिए।
रक्षा मंत्री ने पूछा, ‘‘हम किस बारे में बात करें? मुद्दा क्या है जिस पर बात की जानी चाहिए? बातचीत क्यों होनी चाहिए? यदि पाकिस्तान से कोई बात होगी तो यह केवल तब होगी जब वह अपनी जमीन से संचालित आतंकवाद को समर्थन देना बंद करेगा।’’
सिंह ने कहा कि वर्तमान सरकार के लिए भारत का सम्मान, गौरव और प्रतिष्ठा सर्वोपरि है और वह यह सब करने के लिए प्रतिबद्ध है तथा यह कोई चुनावी स्टंट नहीं है।
संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को खत्म करने के बारे में उन्होंने कहा कि इस कदम से पड़ोसी देश कमजोर हुआ है और यह उसके लिए चिंता का कारण बन गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘अब वह (पाकिस्तान) हर दरवाजे को खटखटा रहा है और खुद को बचाने के लिए विभिन्न देशों से सहयोग मांग रहा है। क्या हमने अपराध किया है? और वे हमें धमकी देने की कोशिश कर रहे हैं। बहरहाल, लोगों द्वारा दुनिया के सबसे शक्तिशाली माने जाने वाले देश अमेरिका ने पाकिस्तान को झिड़क दिया है और उसे भारत के साथ वार्ता शुरू करने के लिए कहा है।’’
सिंह ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद के माध्यम से भारत को अस्थिर और कमजोर करना चाहता है।
उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान आतंकवाद का इस्तेमाल कर हमारे देश को तोड़ना चाहता है। लेकिन हमारे 56 इंच के सीने वाले प्रधानमंत्री ने देश को दिखा दिया है कि निर्णय कैसे किया जाता है। उन्होंने पुलवामा हमले के बाद माकूल जवाब देने का फैसला किया और हमारी वायुसेना ने बालाकोट हमले को अंजाम दिया।’’
रक्षा मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने हाल में कहा था कि भारत बालाकोट से भी बड़े हमले की योजना बना रहा है, जिसका मतलब है कि उन्होंने स्वीकार किया कि बालाकोट में हवाई हमला हुआ था, जबकि पहले वह बालाकोट हवाई हमले को नकार रहे थे।
राफेल विमानों की खरीद के मुद्दे पर सिंह ने कांग्रेस पर हमला बोला और कहा कि ‘‘यदि हमें राफेल मिल गया होता तो हमारी वायुसेना को बालाकोट जाने की जरूरत नहीं पड़ती। हम उन आतंकवादियों का खात्मा अपनी जमीन पर रहकर ही कर देते।’’
उन्होंने कहा कि सरकार जल्द ही राफेल विमान खरीदेगी।
रक्षा मंत्री ने सरकार के दूसरे कार्यकाल में किए जा रहे विकास कार्यों का भी उल्लेख किया।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने कई विकास कार्य किए हैं, लेकिन हमने राष्ट्र के गौरव से संबंधित मुद्दों को नहीं छोड़ा। हमने अपने चुनाव घोषणापत्र में जो भी कहा था, हम उसे पूरा करने को कटिबद्ध हैं।’’
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विपक्ष कहा करता था कि यदि कोई अनुच्छेद 370 को छूने की कोशिश करेगा तो देश बॅंट जाएगा और भाजपा सत्ता में नहीं आ पाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह स्पष्ट तौर पर कहना चाहता हूं कि भाजपा सरकार बनाने की राजनीति नहीं करती। हम राष्ट्र निर्माण की राजनीति करते हैं। किसी भी परिस्थिति में हम देश की प्रतिष्ठा धूमिल नहीं होने देंगे।’’
भाजपा के चुनाव घोषणापत्र में किए गए वायदों के बारे में सिंह ने कहा, ‘‘हमारे प्रधानमंत्री हमें घोषणापत्र में किए गए वायदों के प्रति प्रतिबद्ध रहने की बात याद दिलाते रहते हैं। ‘प्राण जाए पर वचन न जाए।’ हम अपने द्वारा किए गए वायदों से पीछे नहीं हटते। हमने जम्मू कश्मीर के हित में और इसके युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए अनुच्छेद 370 के प्रावधानों और अनुच्छेद 35 ए को खत्म कर दिया है…।’’
रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी हिन्दू और मुसलमान को नहीं बांटती।
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘हमारी सोच यह है कि दोनों भाई हैं। वोट बैंक की राजनीति करने वाले सत्ता पाने के लिए समुदायों को बांटते हैं।’’
सिंह ने हरियाणा के लोगों से अपील की कि वे राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से 75 सीट जीतने के भाजपा के लक्ष्य को पूरा करने में मदद करें और मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली सरकार को फिर से सत्ता में लाएं।
जनता अब POK के एकीकरण की दुआ करें:
उधर जम्मू में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने रविवार को यहां कहा कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म होने के बाद लोगों को अब पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के भारत में एकीकरण की दुआ करनी चाहिए।
सिंह ने विशेष दर्जा रद्द किए जाने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटे जाने के बाद मुख्यधारा की राजनीति के नेताओं की गिरफ्तारी और घाटी में संचार पर लगी पाबंदियों को भी तवज्जो नहीं दिया।
यहां प्रदेश भाजपा की तरफ से पार्टी मुख्यालय में जम्मू -कश्मीर के मौजूदा सामाजिक राजनीतिक स्थिति पर एक बैठक को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा, “हम खुशकिस्मत हैं कि यह (विशेष दर्जा रद्द किए जाना) हमारे जीवनकाल में हुआ। यह हमारी तीन पीढ़ियों के बलिदान के कारण संभव हुआ।”
उन्होंने कहा, “इस ऐतिहासिक कदम के बाद, आइए हम पीओके को पाकिस्तान के अवैध कब्जे से मुक्त कराने और इसे संसद में (1994 में) सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव के अनुरूप देश का अभिन्न हिस्सा बनाने की सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ते हैं।”
सिंह ने कहा, ‘‘हम दुआ करें कि हम पीओके का देश में एकीकरण होता हुआ और लोगों को बेरोक-टोक मुजफ्फराबाद (पीओके की राजधानी) जाते देखें।”
उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की गिरफ्तारियों की आलोचना करने को लेकर कांग्रेस का नाम लिये बगैर कहा कि इसे अनावश्यक ही एक बड़ा मुद्दा बना दिया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘ये लोग जिम में पसीना बहा रहे हैं, पुस्तकें पढ़ रहे हैं और यहां तक कि हॉलीवुड मूवी आर्डर कर रहे तथा देख रहे हैं।
पाकिस्तान को पसंद नहीं आया भारत के रक्षामंत्री का बयान:
इसी बीच इस्लामाबाद से खबर है कि, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उस टिप्पणी की निन्दा की जिसमें उन्होंने कहा है कि इस्लामाबाद से बातचीत केवल पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के मुद्दे पर होगी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज हरियाणा में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान से तब तक कोई बातचीत नहीं होगी जब तक कि वह आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता और आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देना बंद नहीं करता।
सिंह ने कहा, ‘‘यदि बात (पाकिस्तान से) होती है तो केवल पीओके पर होगी, न कि किसी अन्य मुद्दे पर।’’
कुरैशी ने इस पर कहा कि कश्मीर विवाद पर पाकिस्तान की स्थिति नहीं बदली है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने आज भारत के रक्षा मंत्री द्वारा की गईं टिप्पणियां देखी हैं। ये क्षेत्र और इससे परे शांति एवं सुरक्षा को खतरे में डालने वाली अवैध और एकतरफा कार्रवाइयों के बाद भारत की दशा को दिखाती हैं।’’
पाकिस्तान के विदेश मंत्री की यह टिप्पणी भारत द्वारा जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद दोनों देशों के मध्य तनाव के बीच आई है।
कुरैशी ने कहा, ‘‘संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद सहित विश्व समुदाय ने कश्मीर की स्थिति का संज्ञान लिया है।’’