बीजिंग, छह नवंबर । रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के अरूणाचल प्रदेश के दौरे को लेकर चीन की त्यौरियां तन गई हैं और उसने आपत्ति जताते हुए कहा है कि रक्षा मंत्री का ‘‘विवादित इलाके’’ का दौरा क्षेत्र में शांति के लिए अनुकूल नहीं है।
रक्षा मंत्री ने कल चीन की सीमा से लगे अरूणाचल प्रदेश के दूरस्थ अनजा जिले का दौरा किया था। वह रक्षा तैयारियों का जायजा लेने के लिए वहां गई थीं।attacknews
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनिंग ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा ‘‘भारतीय रक्षा मंत्री के अरूणाचल प्रदेश दौरे पर आपको चीन की स्थिति के बारे में बिल्कुल स्पष्ट रहना होगा।’’ एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा ‘‘चीन भारत सीमा के पूर्वी खंड पर एक विवाद है। इसलिए विवादित इलाके में भारत की ओर से यह दौरा संबंधित क्षेत्र में शांति के अनुकूल नहीं है।’’ प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय पक्ष को चीनी पक्ष के साथ काम करना चाहिए ताकि बातचीत के जरिये मुद्दा हल हो सके और इसकी खातिर माहौल बन सके।
उन्होंने कहा ‘‘उम्मीद है कि भारत यह लक्ष्य हासिल करने के लिए चीन के साथ काम करेगा, वह दोनों पक्षों को स्वीकार्य समाधान देखेगा और संतुलित तरीके से हमारी चिंताओं को उसमें शामिल करेगा। ’’ चीन दावा करता है कि अरूणाचल प्रदेश दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा है। वह भारतीय शीर्ष अधिकारियों के इस इलाके के दावे पर नियमित रूप से आपत्ति जताता है।
भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा 3,488 किमी लंबी है। विवाद के हल के लिए दोनों पक्ष अब तक विशेष प्रतिनिधियों के माध्यम से वार्ता के 19 दौर संपन्न कर चुके हैं।
पिछले माह सीतारमण सिक्किम में भारत चीन सीमा पर स्थिति नाथू ला इलाके में गई थीं। वहां उन्होंने सीमा के दूसरी ओर खड़े पीपल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों का अभिवादन भी किया था।