चक्रवाती तूफान ताउते पूर्व-मध्य सागर पर केंद्रित
हैदराबाद/अहमदाबाद/मुंबई/नईदिल्ली 16 मई । चक्रवाती तूफान ताउते रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे यह पूर्व-मध्य अरब सागर के ऊपर केंद्रित रहा तथा पिछले कुछ घंटों के दौरान लगभग 11 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के साथ उत्तर की ओर आगे बढ़ रहा है।
मौसम विज्ञान केंद्र ने रविवार को यहां विशेष बुलेटिन में यह जानकारी दी। केन्द्र ने बताया कि अगले 24 घंटों के दौरान चक्रवाती तूफान ताउते के और तेज होने की संभावना है। इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और सोमवार (17 मई) की शाम को गुजरात तट पर पहुंचने और मंगलवार (18 मई) की सुबह पाेरबंदर के आसपास और महुवा (भावनगर जिला) के बीच गुजरात के तटीय क्षेत्र को पार करने की अनुमान जताया गया है।
बुलेटिन में तेलंगाना के लिए अगले पांच दिनों के लिए चेतावनी जारी की गयी है कि चक्रवाती तूफान के आने पर अगले 24 घंटों के दौरान तेलंगाना के सभी जिलों में 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गरज और तेज हवाओं के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
सोमवार को तेलंगाना में आदिलाबाद, कोमाराम भीम, मंचेरियल, निर्मल, निजामाबाद, नालगोंडा, सूर्यापेट, महबूबाबाद, वारंगल ग्रामीण, वारंगल शहरी, जंगोअन, सिद्दीपेट, नागरकुरनूल, वारनापार्थी, नारायणपेट और जोगुलांभा गडवाल जिलों के अलग-अलग स्थानों पर बिजली के कड़कने और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। वहीं मंगलवार को आदिलाबाद, कोमाराम भीम, मंचेरियल, जगत्याल, राजन्ना सिरिसियल, करीमनगर, पेड्डापल्ली, जयशंकर भूपालपल्ली, मुलुगु, भद्राद्री कोठागुडेम, खम्मम, नलगोंडा, सूर्यापेट, महबूबाबाद, वारंगल ग्रामीण, वारंगल शहरी, जांगोअन, तेलंगाना के सिद्दीपेट और नागरकुरनूल में गरज के साथ बारिश होने की संभावना जतायी गयी है।
अति तीव्र तूफ़ान में बदला अरब सागर का बवंडर ‘ताऊ ते’, गुजरात में भारी वर्षा की चेतावनी जारी;
अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफ़ान ताऊ ते अब अति तीव्र (वेरी सिवीयर) श्रेणी के तूफ़ान में परिवर्तित हो गया है तथा इसके अगले 24 घंटे में और विकराल रूप लेने और 18 मई की सुबह गुजरात के महुवा (भावनगर) और पोरबंदर के बीच से तट से टकराने का अनुमान व्यक्त किया गया है।
मौसम विभाग से आज मिली जानकारी के अनुसार यह तूफ़ान आज अपराहन 1130 बजे गुजरात के वेरावल तट से 620 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में स्थित था।इसके कल गुजरात तट के और क़रीब पहुंचने के दौरान हवाओं की रफ़्तार 155 से लेकर 185 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है। इसके साथ तटीय गुजरात में भावनगर, गिर सोमनाथ, अमरेली, पोरबंदर के अलावा अहमदाबाद, वडोदरा, भरूच, वलसाड आदि में भारी से अति भारी वर्षा भी हो सकती है।
ताउते के बीच अस्पतालों में बिजली एवं ऑक्सीजन आपूर्ति निर्बाध जारी जाएगी
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को आश्वस्त किया कि जब चक्रवाती तूफान राज्य के तटीय क्षेत्रों से टकरायेगा उस दौरान अस्पतालों में बिजली और ऑक्सीजन की आपूर्ति निर्बाध रहेगी।
श्री शाह ने आज सुबह एक वर्चुअल बैठक में महाराष्ट्र और गुजरात के मुख्यमंत्रियों के साथ-साथ दादर नगर हवेली के प्रशासकों द्वारा तैयारियों की समीक्षा की।
श्री ठाकरे ने कहा कि चक्रवाती तूफान ताउते के आने के बाद सभी बैकअप सिस्टम तुरंत चालू किए जाएंगे और मरीजों के उपचार में किसी तरह को कोई बाधा नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मुंबई में कोविड केन्द्रों से मरीजों को अन्य स्थाना पर स्थानांतरित किया जाएगा और सभी एहतियाती उपायों को किया जाएगा। उन्होंने कहा कि तटीय क्षेत्रों में ऑक्सीजन के सुचारू उत्पादन और परिवहन को सुनिश्चित करने की योजना है और लोक निर्माण विभाग, पुलिस को इसके लिए विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि तटों पर झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले लोगों को अन्य सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है।
मुख्य सचिव सीताराम कुंटे ने कहा कि डोलवी के 230 टन जेएसडब्ल्यू प्लांट, डोलवी आईनॉक्स के 120 टन, लिंडे तलोजा के 245 टन ईनोक्स रायगढ के 120 टन और लिंडे प्राक्स एयर मुरबाद के 120 टन सहित तटीय क्षत्रों में ऑक्सीजन उत्पादक संयंत्रों की सुरक्षा के संबंध में सभी तटीय क्षेत्र जिला कलेक्टरों और मुंबई नगर आयुक्त को निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर डोल्वी या फिर अन्य किसी ऑक्सीजन प्रोजेक्ट में किसी भी तरह की परेशानी आती है तो उसके वैकल्पिक प्रबंध किए गए हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने शनिवार रात कहा कि चक्रवाती तूफान ताउते जो इस साल भारतीय तट पर सबसे पहले टकराने से पहले ही इसने गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप ले लिया है और यह गुजरात के तट की ओर बढ़ रहा है इसके साथ ही केंद्रशासित प्रदेश दमन और दीव और दादरा और नगर हवेली और भी बढ रहा है।
चक्रवाती तूफान ताउत की केरल, कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र में भी कई क्षेत्रों में दस्तक देने की आशंका है। ताउते शब्द म्यांमार द्वारा सुझाया गया है, जिसका अर्थ बर्मी भाषा में ‘गेको’है जो एक विशिष्ट रूप से छिपकली का आकार है।
ताऊ ते तूफानः गोवा में भारी बारिश,तेज हवाओं के कारण बिजली गुल, एक की मौत
गोवा के रविवार को चक्रवाती तूफान ताऊ ते के कारण तेज हवाएं और भारी बारिश से बिजली के तार टूट कर गिर गये और खंभे उखड़ गए, जिसके कारण कई इलाकों में बिजली गुल हो गयी तथा पेड़ टूट कर गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गयी।
तेज हवाओं के कारण राज्य के कई हिस्सों में बिजली के तार टूट गए और खंभे उखड़ गए, जिससे सामान्य जीवन बाधित हो गया। चक्रवाती तूफान ताऊ ते के कारण भारी बारिश और पेड़ के टूट कर गिरने एक व्यक्ति की मौत हो गयी। बताया जा रहा है कि पीड़ित शीतल पाटिल (34) ने अंजुना में एक नारियल के पेड़ गिरने से घायल हो गयी थी, जिनकी बाद में मृत्यु हो गयी।
ताउते के कारण कोविड केन्द्रों के संचालन में बाधा न आये: कैबिनेट सचिव
कैबिनेट सचिव राजीव गाबा ने अधिकारियों से चक्रवाती तूफान ताउते के मद्देनजर तमाम एहितायती और जरूरी उपाय करने को कहा है जिससे कि प्रभावित क्षेत्रों में जल्द से जल्द जनजीवन सामान्य बनाया जा सके और वहां स्थित कोविड देखभाल केन्द्रों के संचालन में किसी तरह की बाधा न आये।
श्री गाबा ने रविवार को वीडियो कांफ्रेन्स के माध्यम से राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति की बैठक की अध्यक्षता की और अरब सागर में चक्रवाती तूफान ताउते के मद्देनजर स्थिति की समीक्षा की।
बैठक में गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा , कर्नाटक , केरल और तमिलनाडु के मुख्य सचिवों के अलावा के केन्द्र शासित प्रदेशों लक्षद्वीप और दादरा नगर हवेली और दमन व दीव के प्रशासकों के सलाहकारों तथा विभिन्न मंत्रालयों के सचिवों ने हिस्सा लिया।
श्री गाबा ने केन्द्रीय और राज्य एजेन्सियों की तैयारियों की समीक्षा करते हुए जोर देकर कहा कि प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकालने के लिए सभी उपाय किये जाने चाहिए जिससे कि जान माल का नुकसान न हो। बिजली , दूरसंचार और अन्य महत्वपूर्ण सेवाओं की बहाली के लिए भी तैयारी की जानी चाहिए ।
उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में कोविड देखभाल केन्द्रों के संचालन में बाधा न आये और वहां ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाये जाने चाहिए। उन्होंने संबंधित एजेन्सियों से राज्य सरकारों के साथ तालमेल बनाकर काम करने को कहा।
मुख्य सचिवों ने कैबिनेट सचिव को अपने अपने राज्यों की तैयारियों से अवगत कराया और कहा कि स्थिति से निपटने के लिए खाद्यान्न , पेयजल और अन्य अनिवार्य वस्तुओं का पर्याप्त भंडार रखा गया है।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की ओर से बताया गया कि प्रभावित क्षेत्रों में 79 टीमें तैनात की गयी हैं और 22 अतिरिक्त टीमों को तैयार रहने के लिए कहा गया है। सेना , नौसेना, वायु सेना और तटरक्षक बल की बचाव और राहत टीमों को की भी तैनाती की गयी है।
गृह मंत्री ने ‘ताउते’ से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रियों तथा दमन एवं दीव और दादर नगर हवेली के प्रशासक के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक उच्चस्तरीय बैठक में चक्रवाती तूफान ‘तौकते’ से निपटने की तैयारियों की आज समीक्षा की।
प्रधानमंत्री द्वारा शनिवार को चक्रवाती तूफान ‘ताउते’ से निपटने की तैयारियों की उच्चस्तरीय समीक्षा के बाद श्री शाह ने रविवार को समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक का आयोजन स्थिति से निपटने के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों तथा संबंधित केंद्रीय मंत्रालयों एवं एजेंसियों की तैयारियों का आकलन करने के लिए किया गया था।
बैठक में गृह मंत्री ने विशेषकर चक्रवात से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में मौजूद सभी स्वास्थ्य केंद्रों की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने राज्य प्रशासन और जिला कलेक्टरों को निर्देश दिया कि वे सभी कोविड अस्पतालों, लैब, वैक्सीन कोल्ड चेन और अन्य चिकित्सा केंद्रों में पावर बैकअप की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करें। इसके अलावा उन्होंने वाहनों की आवाजाही में संभावित व्यवधान को ध्यान में रखते हुए अस्पतालों में सभी आवश्यक दवाओं और आपूर्ति का पर्याप्त स्टॉक सुनिश्चित करने की भी सलाह दी। चक्रवात के मार्ग में पड़ने वाले संभावित स्वास्थ्य केंद्रों को नुकसान से बचाने और रोगियों की सुरक्षित निकासी के लिए पर्याप्त व्यवस्था करने का निर्देश भी दिया गया।
श्री शाह ने ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों के निकट स्थापित अस्थायी अस्पतालों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया और कहा कि जरूरत पड़ने पर वहां के मरीजों को अन्य अस्पतालों में स्थानांतरित किया जा सकता है।
उन्होंने महाराष्ट्र और गुजरात में स्थित ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों पर चक्रवात के प्रभाव की भी समीक्षा की। साथ ही दो दिनों के लिए ऑक्सीजन का बफर स्टॉक रखने और आवंटित राज्यों में ऑक्सीजन टैंकरों की आवाजाही के लिए अग्रिम योजना बनाने के निर्देश भी दिए ताकि किसी भी व्यवधान की स्थिति में आवंटित राज्यों को आपूर्ति प्रभावित न हो। गृह मंत्री ने अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु बिजली संयंत्रों की सुरक्षा के लिए आवश्यक व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि गुजरात में चक्रवात से प्रभावित होने वाले संभावित क्षेत्रों में अनेक औद्योगिक क्षेत्र हैं, इसलिए उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और इसके साथ ही उद्योग भी सतर्क रहें।
गृह मंत्री ने उन्हें केंद्र सरकार और उसकी एजेंसियों की ओर से हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि स्थिति से निपटने के लिए अधिकतम संसाधनों, जिनमें सरकारी और निजी दोनों ही शामिल हैं, का उपयोग किया जाना चाहिए।
गृह मंत्री ने जिला कलेक्टरों को निजी उद्योगों के साथ उचित समन्वय स्थापित करने के साथ-साथ यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया कि उनके आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ को पूरी तरह से तैयार रहना चाहिए। जिला कलेक्टरों से स्थानीय स्तर पर सामाजिक उद्देश्य के लिए काम करने वाले संगठनों और स्वयंसेवकों के साथ निकटता से जुड़ने के लिए भी कहा गया। श्री शाह ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि देश इस नई आपदा से सफलतापूर्वक निपटने में सक्षम साबित होगा।
श्री शाह ने कहा कि गृह मंत्रालय में एक नियंत्रण कक्ष कार्यरत है, जिससे राज्यों द्वारा किसी भी समय किसी भी सहायता के लिए संपर्क किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि भारतीय तटरक्षक बल, नौसेना, सेना एवं वायु सेना की इकाइयों को भी तैयार रखा गया है और निगरानी विमान एवं हेलीकॉप्टर हवाई निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव उपाय करने का निर्देश दिया कि लोगों की सुरक्षित निकासी हो जाए और इसके साथ ही स्वास्थ्य और ऑक्सीजन केंद्रों, बिजली, दूरसंचार, पेयजल आदि सहित सभी आवश्यक सेवाओं का रखरखाव सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि इन्हें कोई नुकसान होने की स्थिति में इन्हें तुरंत बहाल कर दिया जाए।
गुजरात और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रियों ने ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों के निर्बाध रूप से कार्यरत रहने और सभी स्वास्थ्य केंद्रों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक उपाय करने का आश्वासन दिया।
बैठक में कैबिनेट सचिव, गृह मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय तथा बिजली मंत्रालय में सचिव, उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग के सचिव, एनडीएमए के सदस्य, मौसम विभाग और एनडीआरएफ के महानिदेशक, गुजरात और महाराष्ट्र के मुख्य सचिव, दमन व दीव और दादर नगर हवेली के प्रशासक के सलाहकार, गुजरात और महाराष्ट्र के आपदा प्रबंधन सचिव व संबंधित जिला कलेक्टर और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया।
गृह मंत्रालय राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेश तथा संबंधित केंद्रीय एजेंसियों के निरंतर संपर्क में है। एनडीआरएफ ने 50 टीमों को पहले से ही तैनात कर रखा है जो नावों, पेड़ काटने वाली मशीनों, दूरसंचार उपकरणों, इत्यादि से लैस हैं और इसके साथ ही गुजरात में तैनाती के लिए 15 अतिरिक्त टीमों को हवाई मार्ग से पहुंचाया जा रहा है।