भुवनेश्वर, 26 मई। भीषण चक्रवाती तूफान यास आज सुबह ओडिशा में बालासाेर तट से टकराया और उस समय इसकी रफ्तार 130 से 150 किलोमीटर प्रति घंटा थी लेकिन इससे कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ जितनी पहले आशंका जताई जा रही थी।
भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युजंय मोहपात्रा ने बताया कि चक्रवाती तूफान यास बालासोर-भद्रक तट पर केन्द्रित था और यह बालासोर तट के दक्षिण में 20 किलोमीटर के समीप तट से टकराया तथा यह प्रकिया तीन घंटों तक जारी रही।
इसने सुबह 10.30 से 11.30 के बीच ओडिशा तट को पार किया और यह फिर मयूरभंज जिले की तरफ बढ़ गया तथा उस समय इसकी रफ्तार 120 से 130 किलोमीटर प्रतिघंटा था जिसकी वजह से भारी बारिश हुई थी।
उन्होेंने बताया कि यह धीरे धीरे कमजोर पड़ जाएगा और कल सुबह तक झारखंड की तरफ जाते जाते एक गहरे दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो जाएगा तथा उस समय इसकी रफ्तार 60 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी और इसकी वजह से भारी से बहुत भारी बारिश होगी।
यास तूफान की वजह से बालासोर और भद्रक जिलों में अनेक स्थानों पर पेड़ उखड़ गए तथा हजारों कच्चे मकान तथा अस्थायी आवास नष्ट हो गए। इसकी वजह से सड़क यातायात बाधित हुआ और दो मीटर से ऊंची लहरों के कारण अनके गांवों में समुद्र का पानी घुस गया।
विशेष राहत आयुक्त पीके जेना ने बताया जगतसिंहपुर, केन्द्रपाड़ा और जाजपुर जिलों में कोई अधिक नुकसान नहीं हुआ है और यहां काफी संख्या में पेड़ उखड़ गए हैं। बालासाेर और भद्रक जिलों में एनडीआरएफ, ओडीआरएफ और दमकल विभाग की टीमों ने उखड़े हुए पेड़ों को हटाना शुरू कर दिया है।
तूफान की वजह से सिमलीपाल में भारी बारिश 161 मिमी हुई और इसकी वजह से बूढाबालांग नदी में अचानक बाढ़ की आशंका जताई जा रही है।
श्री मोहापात्रा ने बताया कि उत्तर ओडिशा में दिन में भारी से बहुत भारी बारिश होगी और कईं स्थानों पर यह 20 सेंटीमीटर भी होगी।