नयी दिल्ली , 15 अप्रैल । सॉफ्टवेयर के एक एप्लिकेशन के जरिए पहली बार कंप्यूटेड टोमोग्राफी ( सीटी ) और मैग्नेटिक रेजोनेंस ईमेजिंग ( एमआरआई ) छवियों को आभासी वास्तविकता ( वर्चुअल रिएलिटी ) वाले माहौल में देख सकना संभव होगा।
इंद्रप्रस्थ सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान , दिल्ली ( ट्रिपल आईटी ) में बीटेक के अंतिम वर्ष के छात्र पलाश बंसल ने इसे संभव कर दिखाया है।
बंसल द्वारा विकसित यह नया एप्लिकेशन चिकित्सा जगत के कार्यों को आसान बनाएगा जहां चिकित्सक अब तक इन छवियों को केवल कंप्यूटर स्क्रीन और दो आयामों (2 डी ) में ही देख पा रहे थे।
अनुसंधान परियोजना के तौर पर शुरू किए गए इस नए सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन को बंसल अब एक कारोबारी प्रारूप के तौर पर प्रस्तुत करने को तैयार हैं।
परियोजना के परिणामों के बारे में बंसल ने पीटीआई – भाषा को बताया , “ एमआरआई और सीटी स्कैन के जरिए हम कई दशकों से मानव शरीर की उच्च गुणवत्ता वाली तस्वीरें ले पा रहे हैं। इन छवियों के जरिए चिकित्सक कम समय में और शरीर को कम भेदने वाले नैदानिक उपकरणों से मरीज की जांच कर पाते हैं। ”
“ कंप्यूटर विज्ञान और तकनीक के विकास के साथ ही अब हम इन स्कैनों को तीन आयामी प्रारूपों से फिर से बना सकते हैं। लेकिन इन प्रणालियों की फिलहाल कुछ सीमाएं हैं। ”
उन्होंने कहा , “ ये केवल प्रयोगशालाओं में काम करती हैं और इन्हें केवल ऐसे कंप्यूटर स्क्रीन पर देखा जा सकता है जो 2 डी प्रकृति की हों जिससे कि हमारी दोनों आंखें इन्हें बहुत गहराई तक नहीं देख पाती। ”
बंसल ने बताया कि उनका एप्लिकेशन ‘ रियलवोल ’ इस तकनीक को बहुत आगे ले जाता है और इन छवियों का 3 डी अनुभव कराता है।attacknews.in