कराची , 29 अप्रैल । पाकिस्तान में आतंकवादी हमलों के मामले में मौत की सजा पाये दो आतंकवादियों को 2013 में यहां के एक निजी स्कूल में हुए हमले के एक अन्य मामले में देश की आतंकवाद निरोधक अदालत ने बरी कर दिया है ।
पाकिस्तान की आतंकवाद निरोधक अदालत के जज ने साद अजीज उर्फ टिन टिन तथा ताहिर हुसैन मिन्हास उर्फ सईम को मामले में बरी कर दिया । दोनो पर मार्च 2013 में उत्तरी निजामाबाद स्थित एक स्कूल में हथगोले फेंकने का आरोप था ।
उल्लेखनीय है कि यहां के एक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय के छात्र रहे साद और ताहिर को सफूरा मामले में दोषी पाये जाने के बाद मौत की सजा दी गयी है । ये दोनों उस आठ सदस्यीय गिरोह में शामिल थे , जिसने 13 मई 2015 को सफूरा गोठ इलाके में एक यात्री बस में घुस कर अल्पसंख्यक शिया इस्माइली समुदाय के 46 लोगों की गोली मार कर हत्या कर दी थी । मरने वालों में महिलायें भी थी ।
मौत की सजा का सामना कर रहे ये दोनो आतंकवादी तथा इनके तीन अन्य साथियों ने सर्वोच्च न्यायालय में मौत की सजा के खिलाफ अपील की है ।
बहरहाल , ताजा मामले में जज ने कहा कि अभियोजन पक्ष यह साबित करने में नाकाम रहा है कि स्कूल पर हुए हमले में भी इन दोनों का हाथ है ।
साद , ताहिर और दोनों के तीन और साथी इस्लामिक स्टेट आतंकवादी समूह में शामिल रहने का आरोप है ।attacknews.in