नयी दिल्ली, 14 जनवरी। सरकार ने सुरक्षा क्षेत्र कौशल विकास परिषद :एसएसएसडीसी: को कोष का दुरुपयोग और कई अन्य गड़बड़ियों की वजह से भंग कर दिया। आडिट से परिषद में कोष का दुरुपयोग, हितों का गंभीर टकराव के अलावा कई अन्य गड़बड़ियां सामने आई हैं। यह परिषद निजी सुरक्षा उद्योग को पेशेवर प्रमाणन का काम करती है।
एसएसएसडीसी से प्रशिक्षुओं के आकलन तथा प्रमाणन का अधिकार वापस ले लिया गया है। इसे प्रबंधन क्षेत्र की कौशल परिषद में मिला दिया गया है।
यह घटनाक्रम ऐसे समय हुआ है जबकि रोजगार सृजन को लेकर चिंता बढ़ रही है और सरकार कौशल पर विशेष ध्यान दे रही है जिससे ऐसा श्रमबल तैयार किया जा सके, जो उद्योग के अनुकूल हो।
सूत्रों ने कहा कि क्षेत्र की कौशल परिषद के कामकाज को लेकर विभिन्न हलकों से शिकायतें आ रही थीं। राष्ट्रीय कौशल विकास परिषद :एनएसडीसी: ने क्षेत्र की कौशल परिषदों का गठन उद्योग की अगुवाई वाले स्वायत्त निकाय के रूप में किया है।attacknews.in
एनएसडीसी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनीष कुमार ने कहा, ‘‘क्षेत्र कौशल परिषदों पर नजदीकी नजर रखी जा रही है। खराब प्रदर्शन करने वाली परिषदों के बारे में सिफारिशें कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय को दी गई हैं। खराब प्रदर्शन करने वाली परिषदों को बंद करने की जरूरत है।’’ कुमार ने कहा कि इस बारे में जांच हो गई है। अब एफआईआर दर्ज की जाएगी। यह काफी गंभीर मामला है। हम इसे ऐसे ही नहीं छोड़ सकते।
कुमार ने कहा कि एफआईआर चेक पर दस्तखत करने वाले कार्यकारी प्राधिकरण के खिलाफ दर्ज कराई जाएगी। चेक पर हस्ताक्षर का अधिकार चेयरमैन कुंवर विक्रम सिंह के पास है। जो भी चेक पर हस्ताक्षर कर रहा है वह इसके लिए जवाबदेह है।attacknews.in
परिषद में 22 लोग हैं। कुमार ने कहा कि आडिट का ब्योरा एनएसडीसी बोर्ड से साझा किया गया है। काफी पैसे का दुरुपयोग हुआ है। इस रिपोर्ट को सरकार को भेजा गया है। उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से आग्रह आया है कि सुरक्षा एसएससी को क्षेत्र कौशल परिषद की जिम्मेदारी नहीं दी जाए। औपचारिक संदेश आ गया है। ऐसे में यह सरकार और एनएसडीसी का सामूहिक फैसला है।
कुमार ने बताया कि एनएसडीसी में भी छह-सात कर्मचारियों ने हाल में खराब प्रदर्शन की वजह से इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी खराब प्रदर्शन करने वालों को जाने के लिए कहा जा सकता है। हालांकि, उन्होंने बड़ी संख्या में लोगों को हटाने की संभावना से इनकार किया।attacknews.in