इंदौर,/भोपाल दो अप्रैल। मध्यप्रदेश के इंदौर में कोरोना वायरस संक्रमण से बृहस्पतिवार सुबह 65 वर्षीय महिला और 54 वर्षीय पुरुष के दम तोड़ने के साथ ही सूबे में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की मौत की संख्या बढ़कर आठ पर पहुंच गयी है।
शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण से शहर के मोती तबेला इलाके में रहने वाले 54 वर्षीय पुरुष ने महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (एमवायएच) में आखिरी सांस ली। उसे 29 मार्च को अस्पताल में भर्ती किया गया था।
उन्होंने बताया, “मरीज को पिछले दो दिन से सांस लेने में काफी तकलीफ हो रही थी। उसे पिछले 15 दिन से बुखार आ रहा था। हालांकि, उसे सर्दी-खांसी की समस्या नहीं थी।” अधिकारी ने बताया कि मरीज ने पिछले दिनों कोई यात्रा नहीं की थी। अब तक इस बात का पता नहीं चल सका है कि क्या वह किसी कोरोना वायरस संक्रमित के संपर्क में आया था।
इससे पहले, शहर के खजराना इलाके में रहने वाली 65 वर्षीय महिला ने मनोरमा राजे टीबी (एमआरटीबी) चिकित्सालय में बृहस्पतिवार सुबह ही आखिरी सांस ली।
अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण से दम तोड़ने वाली महिला मधुमेह और थायराइड से पहले ही पीड़ित थी। उसने पिछले दिनों कोई यात्रा नहीं की थी। इस बात का पता नहीं चल सका है कि क्या वह किसी कोरोना वायरस संक्रमित के संपर्क में आयी थी।
अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित दोनों मरीजों ने बृहस्पतिवार सुबह आधे घंटे के अंतराल में दम तोड़ा।
अब तक मिली रिपोर्टों के मुताबिक सूबे में कुल 98 लोग कोरोना वायरस संक्रमण की जद में आये हैं। इनमें इंदौर के सर्वाधिक 75 मरीज शामिल हैं। इसके अलावा, जबलपुर के आठ, उज्जैन के छह, भोपाल के चार और शिवपुरी एवं ग्वालियर के दो-दो मरीजों और खरगोन के एक मरीज में भी कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है।
राज्य में इस महामारी से संक्रमित होने के बाद इलाज के दौरान दम तोड़ने वाले आठ मरीजों में इंदौर के पांच, उज्जैन के दो और खरगोन का एक मरीज शामिल हैं। प्रदेश के पश्चिमी हिस्से से ताल्लुक रखने वाले इन लोगों को अन्य बीमारियां भी थीं।
उत्तर प्रदेश से रायसेन आए 33 लोगों का किया गया स्वास्थ्य परीक्षण
मध्यप्रदेश के रायसेन जिले में उत्तर प्रदेश से आए 33 लोगों की जानकारी मिलने पर उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार जिले के टपरा पठारी में कल उत्तर प्रदेश से 33 लोग पहुंचे थे। जिनकी जानकारी लगने के बाद रैपिड रिस्पांस टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया, जिसमें सभी स्वस्थ्य पाए गए हैं। इसके अलावा रैपिड रिस्पांस टीमों द्वारा अलग-अलग स्थानों पर 79 व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया है।
मध्यप्रदेश में कोरोना मरीज की संख्या बढ़कर 98 हुयी, अब तक आठ की मौत
मध्यप्रदेश के इंदौर में कोरोना के 12 नए मामले सामने आने के बाद प्रदेश में इससे प्रभावितों की संख्या बढ़कर 98 हो गयी, जिसमें आठ लोगों की अब तक मौत हो चुकी है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इंदौर में 12 कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद, वहां प्रभावितों की संख्या 63 से बढ़कर 75 पहुंची गयी, जो प्रदेश में सबसे अधिक है। इसके अलावा उज्जैन में 6, भोपाल में 4, जबलपुर में 8, ग्वालियर में 2, शिवपुरी में 2 तथा खरगोन में एक मरीज अब तक मिलें हैं। इसे मिलाकर प्रदेश में इससे प्रभावितों की संख्या 86 से बढ़कर 98 हो गयी है।
कोरोना वायरस से मरने वालों में भी इंदौर सबसे आगे है, वहां अब तक 5 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। वहीं उज्जैन में दो तथा एक खरगोन में कोराेना पाॅजिटिव मरीज की मृत्यु हो गयी है। प्रदेश में अब तक मिले 98 कोरोना पॉजिटिव मरीजों में अधिकतर मरीजों की हालत स्थिर है, केवल इंदौर में दो मरीज ऐसे हैं, जिनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। वहीं सरकार द्वारा इनके इलाज की सम्पूर्ण व्यवस्था की गयी है।
प्रदेश में कुल 989 कोरोना संदिग्धों के सेम्पल लिए गए हैं, जिसमें 587 की रिपोर्ट निगेटिव आयी है। इसके अलावा चार हजार सात सौ पांच यात्रियों को निगरानी के लिए चिन्हाकिंत किया गया तथा 1296 यात्री क्वारेंटाइन पूर्ण कर चुके हैं। वहीं 450 यात्रियों को अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया, जबकि 3141 काे घर पर ही क्वारेंटाइन किया गया है।
स्वास्थ्य कर्मियों पर पथराव के मामले के चार आरोपी गिरफ्तार
कोविड-19 के अतिसंवेदनशील जिले रूप में उभरे मध्यप्रदेश के इंदौर की पुलिस ने आज चार आरोपियों को शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस उपमहानिरीक्षक हरिनारायण चारी मिश्र के अनुसार कल यहां टाटपट्टी बाखल में स्वास्थ्य कर्मियों पर पथराव की एक घटना प्रकाश में आयी थी। इस मामले में प्रकरण दर्ज कर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। शेष दस आरोपियों की भी घटना के संबंध में वायरल हुए वीडियो के आधार पर पहचान की जा रही है।
इंदौर की घटना के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा: शिवराज सिंह चौहान
मध्यप्रदेश के इंदौर में कोरोना के बढते मामलों के बीच कोरोना जांच के लिए गए स्वास्थ्य कर्मचारियों से अभ्रद्र व्यवहार और पथराव की घटना को लेकर आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इस घटना के दोषियों को किसी भी कीमत में बख्शा नहीं जाएगा।
श्री चौहान ने यहां जारी अपने संदेश में कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मचारियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि पीडित मानवता को बचाने के लिए आपके काम में कोई बाधा डालता है, तो उसको किसी भी कीमत में बख्शा नहीं जाएंगा। उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि लोगों की जिंदगी के लिए आपकी जरूरत है, इसलिए आप अपने काम में जुटे रहिए। उन्होंने कहा कि वे स्वास्थ्य कर्मचारियों की कर्तव्यनिष्ठा काे प्रणाम करते हैं।
मुख्यमंत्री ने इस घटना को लेकर एक ट्वीट भी किया, जिसमें उन्होंने कहा ‘ये सिर्फ़ एक ट्वीट नहीं है। ये कड़ी चेतावनी है..मानवाधिकार सिर्फ़ मानवों के लिए होते हैं। ‘कोविड 19 के खिलाफ युद्ध लड़ने वाले मेरे सभी डॉक्टर्स, नर्सेज़, पैरामेडिकल स्टाफ, एएनएम, आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और नगरीय निकाय कर्मचारी, आप कोरोना के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखें, आपकी सम्पूर्ण सुरक्षा की ज़िम्मेदारी मेरी है।’
स्वास्थ्य कर्मचारियों से दुर्व्यवहार और पथराव निंदनीय: कमलनाथ
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इंदौर में स्वास्थ्य कर्मचारियों से दुर्व्यवहार और पथराव की घटना को निंदनीय बताते हुए आज कहा कि इस तरह की घटना को करने वाले समाज, इंसानियत और मानवता के दुश्मन होते हैं।
श्री कमलनाथ ने अपनी ट्वीट में कहा ‘प्रदेश के इंदौर के रानीपुरा में पूर्व में और कल टाटपट्टी बाखल में स्वास्थ्य कर्मियों के साथ हुए दुर्व्यवहार व पथराव की घटना बेहद दुःखद व निंदनीय। ऐसा कृत्य करने वाले समाज, इंसानियत व मानवता के दुश्मन। संकट की इस घड़ी में अपनी जान जोखिम में डालकर जनता की सुरक्षा कर रहे व अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे डॉक्टर्स, स्वास्थ्य कर्मियों और प्रशासन के अधिकारियों का सभी को आगे आकर सहयोग करना चाहिये और उनके सेवा के जज़्बे को सलाम करना चाहिये।’
उन्होंने कहा कि ‘ऐसी घटनाओं से प्रदेश व शहर, देश में शर्मशार होता है। प्रशासन डॉक्टर्स व स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के पर्याप्त इंतज़ाम करे और ऐसी घटनाओं को रोकने के पुख़्ता इंतज़ाम करे