भोपाल, 17 जून । मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के 161 नए मामले सामने आने के बाद इनकी संख्या बढ़कर 11244 हो गयी है। लेकिन राहत वाली बात यह है कि 8388 लोगों के स्वस्थ होने के बाद अब एक्टिव केस मात्र 2374 बचे हैं।
राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से आज रात जारी किए गए बुलेटिन के अनुसार बीते 24 घंटों में जहां 161 नए केस मिले, तो 236 कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर अपने घरों को लौट गए। राज्य में कोरोना के कारण अभी तक 482 लोगों की मौत हुयी है। बुलेटिन के अनुसार 24 घंटे में 6439 सैंपल की जांच में 161 पॉजीटिव निकले। 6278 सैंपल निगेटिव रहे, हालाकि 102 सैंपल रिजेक्ट भी हुए।
नीमच में 13 लोग मिले कोरोना पॉजिटिव
नीमच जिले में जांच गए 55 सेंपल में 13 लोगों में कोरोना का संक्रमण पाए जाने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या 411 तक पहुंच गयी है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार कल रात्रि 55 लोगों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुयी, जिसमें 13 लोगों में कोरोना संक्रमण पाया गया। इनमें 9 जावद तथा 4 व्यक्ति नीमच के है। इसे मिला कर नीमच जिले में कोरोना पाजीटिव की संख्या 411 हो गई है। इनमें से जावद के 288 और 38 व्यक्ति उम्मेदपुरा तथा तारापुर के है। जिले में कोरोना से 9 व्यक्तियों की मृत्यु हो गई। अभी तक 330 व्यक्ति स्वस्थ्य होकर डिस्चार्ज किये जा चुके हैं।
धार में 141 कोरोना संक्रमित, 125 हुए स्वस्थ
धार जिले में कोरोना वायरस ‘कोविड 19’ से संक्रमित एक और व्यक्ति के सामने आने के बाद आज संक्रमितों की संख्या 141 हो गयी है, हालांकि इनमें से 125 रोगी स्वस्थ हो चुके हैं।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जिले में अब तक कोरोना से पांच की मौत हुयी है। इस तरह जिले में 11 एक्टिव केस हैं और उनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज जारी हैं।
मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की गति देश की तुलना में आधी
मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की गति पूरे देश की तुलना में आधी से भी कम है। राज्य की कोरोना संक्रमण ग्रोथ रेट 1.7 प्रतिशत है, वहीं भारत की 3.8 प्रतिशत है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए चर्चा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल हुए। इस वीडियो कांफ्रेंसिंग में श्री मोदी ने अनलॉक वन के बाद की स्थिति को लेकर रुपरेखा बताने के साथ ही राज्यों की स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान मध्यप्रदेश के संदर्भ में सरकार की ओर से आकड़े पेश किए गए। इसमें बताया गया कि मध्यप्रदेश की डबलिंग रेट 41.1 दिन है, जबकि भारत की 19.4 दिन है।