नयी दिल्ली, 28 मार्च। भारत में कोविड-19 के मामले शनिवार को बढ़कर 875 हो गए और संक्रमण के कारण 19 लोगों की मौत हो गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सुबह साढ़े नौ बजे अपने ताजा आंकड़ों में दो और लोगों की कोविड-19 से मौत होने की जानकारी दी है। महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।
अभी तक महाराष्ट्र में पांच, गुजरात में तीन, कर्नाटक में दो, मध्य प्रदेश में दो, तमिलनाडु, बिहार, पंजाब, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में एक-एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है।
आंकड़ों के अनुसार, देश में अब भी 775 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं जबकि 78 लोग या तो स्वस्थ हो गए या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई और एक व्यक्ति यहां से चला गया है।
कुल संक्रमित 873 लोगों में 47 विदेशी भी शामिल हैं।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, अभी तक महाराष्ट्र में कोविड-19 के सबसे अधिक 180 मामले सामने आए हैं जिनमें तीन विदेशी नागरिक शामिल हैं। इसके बाद केरल में आठ विदेशियों समेत 173 मामले दर्ज किए गए हैं।
कर्नाटक में 55 लोग संक्रमित पाए गए हैं जबकि तेलंगाना में 10 विदेशियों समेत 48 लोग, राजस्थान में दो विदेशियों समेत 48 लोग, गुजरात में एक विदेशी समेत 45 लोग संक्रमित पाए गए हैं।
उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के एक विदेशी समेत 45 मामले हैं जबकि दिल्ली में एक विदेशी समेत 39 लोग इस संक्रामक रोग की चपेट में आए हैं।
पंजाब में कोरोना वायरस के 38 मामले जबकि हरियाणा में 14 विदेशियों समेत 33 मामले सामने आए हैं।
तमिलनाडु में इस वायरस के मामले बढ़कर छह विदेशियों समेत 38 पर पहुंच गए, मध्य प्रदेश में 30, जम्मू कश्मीर में 18, पश्चिम बंगाल में 15, आंध्र प्रदेश में 14 और लद्दाख में 13 लोग संक्रमित पाए गए हैं।
बिहार में कोरोना वायरस के नौ मामले सामने आए हैं, चंडीगढ़ में सात, छत्तीसगढ़ में छह और उत्तराखंड में एक विदेशी समेत पांच मामले सामने आए हैं।
हिमाचल प्रदेश और ओडिशा से इस वायरस के तीन-तीन मामले सामने आए जबकि अंडमान और निकोबार द्वीप से दो मामले सामने आए हैं।
गोवा में तीन और पुडुचेरी, मिजोरम तथा मणिपुर में एक-एक शख्स कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार आधी रात से 21 दिन के लॉकडाउन (बंद) की घोषणा करते हुए ‘‘हाथ जोड़कर’’ भावुक अपील की थी कि अगर भारत के 130 करोड़ लोग सामाजिक दूरी का पालन नहीं करेंगे तो देश कोरोना वायरस के खिलाफ युद्ध हार जाएगा और 21 साल पहले के दौर में लौट जाएगा।
बिहार में पिछले चौबीस घंटे में कोरोना का एक भी नया मामला नहीं
बिहार में पिछले चौबीस घंटे के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित होने का कोई नया मामला सामने नहीं आया है।
बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति की आज यहां जारी सूचना के अनुसार, शुक्रवार तक राज्य में इस वायरस से नौ लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। इस संख्या में आज भी कोई बदलाव नहीं हुआ है। इस तरह पिछले चौबीस घंटे के दौरान राज्य में किसी नए मरीज के कोरोना पॉजिटिव होने का मामला सामने नहीं आया है।
समिति की रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका में 592 मरीजों के रक्त के नमूने जांच के लिए भेजे गए। इनमें से 565 की रिपोर्ट निगेटिव आई है वहीं नौ मरीज इस वायरस से संक्रमित पाए गए। इन संक्रमित मरीजों में से तीन मुंगेर के, चार पटना के, एक नालंदा और एक सिवान जिले के रहने वाले हैं। इनमें से 15 मरीज के रक्त के नमूने की रिपोर्ट अभी नहीं आई है।
विजयन ने कर्नाटक सीमा पर नाकाबंदी खुलवाने के लिए की मोदी से हस्तक्षेप की मांग
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिये लॉकडाउन के मद्देनजर कर्नाटक की सीमा से लगे राज्य राजमार्ग सहित विभिन्न मार्गों पर लगी नाकाबंदी को हटाने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप की मांग की है।
श्री विजयन ने प्रधानमंत्री को शुक्रवार शाम भेजे पत्र में लिखा कि कर्नाटक पुलिस द्वारा किये कुछ कार्यों की वजह से केरल को कर्नाटक से जोड़ने वाले थालास्सेरी-कूर्ग राजमार्ग-30 पर अवरोध लग गया है। केरल में जरूरी सामानों की आपूर्ति के लिये यह राजमार्ग अहम माना जाता है। उन्होंने लिखा, “इस राजमार्ग पर अवरोध के कारण राज्य में आवश्यक वस्तुओं की अपूर्ति के लिए वाहनों को लंबी दूरी तय करनी पड़ेगी जिससे लॉकडाउन के दौर में लोगों के लिये मुश्किलें और बढ़ जाएंगी।”
उन्होंने लिखा, “ आशा है कि आप मुझसे इस बात पर सहमत होंगे कि इस संकट की घड़ी में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति किसी भी कारणवश बाधित नहीं होनी चाहिए।”
इस बीच, शुक्रवार शाम को सरकारी सचिवालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, श्री विजयन ने कर्नाटक की सीमा के निकट विभिन्न स्थानों पर सड़कों के अवरुद्ध होने पर अपनी चिंता व्यक्त की थी।
अजमेर में पहला कोरोना पोजिटिव सामने आया
राजस्थान के अजमेर शहर में आज पहला कोरोना पॉजिटिव मरीज की पुष्टि हो जाने के बाद प्रशासन एवं चिकित्सा महकमे में हड़कंप मच गया।
सूत्रों ने बताया कि क्लॉक टावर थाना क्षेत्र का रहने वाला 23 वर्षीय युवक कोरोना संक्रमण का शिकार पाया गया। वह 22 मार्च को पंजाब से ट्रेन के जरिए अजमेर पहुंचा। कल उसे जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के आईसोलेशन वार्ड लाया गया जहां से उसका सैम्पल जयपुर के जयपुर सवाई मानसिंह अस्पताल भिजवाया गया। आज रिपोर्ट में उसके संक्रमण होने की पुष्टि हो गई।
राजस्थान में कोरोना वायरस के पुष्ट मामले 50 के पार
राजस्थान में अजमेर और भीलवाड़ा में कोनोरा वायरस के दो और पुष्ट मामले सामने आने के बाद कोनोरा रोगियों की संख्या 52 हो गयी है।
भीलवाड़ा के बांगड़ अस्पताल में 21 वर्षीय युवती में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। वह अस्पताल में टाइपिस्ट है। भीलवाड़ा में बांगड़ अस्पताल के एक कोरोना पीड़ित चिकित्सक के काम जारी रखने से अस्पताल के छह चिकित्साकर्मी कोरोना वायरस से ग्रस्त हो गये। इस दौरान उक्त चिकित्सक ने कई मरीजों का उपचार किया था। इसके बाद से भीलवाड़ा में कर्फ्यू लगा हुआ है।
तमिलनाडु के मस्जिद में 12 इंडोनेशियाई लोगों को क्वारंटीन किया गया
कोरोना वायरस के प्रकोप को फैलने से रोकने के लिये तमिलनाडु में तंजावुर जिले के अधिरामपट्टिनम मस्जिद में राजस्व अधिकारियों ने 12 इंडोनेशियाई निवासियों को निगरानी में (क्वारंटीन) रखा है।
आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यहां बताया कि प्राप्त सूचना के अनुसार कुछ विदेशी नागरिक और कर्नाटक एवं पश्चिम बंगाल से आये कुछ लोग मस्जिद में रह रहे थे जिसके बाद राजस्व और पुलिस अधिकारियों की एक टीम ने धार्मिक स्थल का दौरा किया जहां 23 मार्च से 12 इंडोनेशियाई समेत बेंगलुरु और कोलकाता के 10-10 व्यक्ति ठहरे हुए हैं। उन सभी को मस्जिद में क्वारंटीन कराया गया।
तमिलनाडु में कोरोना वायरस संदिग्ध की मौत
तमिलनाडु में कन्याकुमारी जिले के कन्याकुमारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कोरोना वायरस के मरीजों के लिए अलग से बनाये गए वार्ड में भर्ती एक 66 वर्षीय बुजुर्ग की शनिवार को यहां मौत हो गयी।
अस्पताल सूत्रों ने बताया कि कन्याकुमारी जिले के रजक्कामंगलम थुराई गांव निवासी एक मछुआरा हाल ही में केरल के अपने पैतृक गांव से लौटा था। खांसी, जुकाम और बुखार की शिकायत के बाद बुजुर्ग व्यक्ति को अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था और उसे आयु संबंधी कुछ बीमारियां भी थी।
जौनपुर में 7187 लोग को 28 दिन तक किया गया क्वारंटाइन
उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में विदेश एवं अन्य प्रांतो से आए 7187 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है।
जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि जिलेे में अब तक 378 लोग ऐसे चिन्हित हुए हैं जो विदेश से लौटे है। इनमें से 278 के घरों में खंड विकास अधिकारी, पुलिस निरीक्षक और उप विकासखंड के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी की संयुक्त टीमों ने भ्रमण कर इनका परीक्षण कर लिया है। इनमें किसी भी में करोना जैसे लक्षण नहीं पाए गए हैं और इनको हिदायत की गई है कि विदेश से लौटने से वह होम क्वारंटाइन के लिए 28 दिन तक अपने घरों में ही रहे।
कोविड-19 : यूपी में अब तक 51 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में कोरोना पाजीटिव मरीज की पहचान के बाद शनिवार को कोविड- 19 से संक्रमित रोगियों की तादाद 51 हो गयी है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार रात बुलंदशहर में एक संदिग्ध के कोरोना पाजीटिव होने की पुष्टि हुयी है। जिले में यह पहला मामला है जिसके बाद यह 13वां जिला हो गया है जहां कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान हो चुकी है। पीड़ित को मेरठ के अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि उसके परिजनो को भी संदिग्ध मानते हुये अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भेजा गया है।
कर्नाटक के चिक्कबल्लापुर में कोरोना के पांच नये मामले
कर्नाटक में चिक्कबल्लापुर जिले के गौरीबिदनूर शहर में शनिवार को कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण के पांच नये मामले सामने आने के बाद जिले में संक्रमितों की संख्या बढ़कर आठ हो गयी।
राज्य में कोरोना की चपेट में आने के कारण 24 मार्च को 70 वर्षीय महिला की मौत हो गयी थी।
प्रवासी श्रमिकों के लिये चिंतित योगी ने किया बसों का इंतजाम
दिल्ली से वापस अपने घरों को लौट रहे उत्तर प्रदेश और बिहार के श्रमिकों की मदद के लिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करीब एक हजार बसों का इंतजाम किया है।
आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को बताया कि दिल्ली बार्डर पर हजारों की तादाद में जमा प्रवासी श्रमिकों की सूचना मिलने पर श्री योगी ने शुक्रवार देर रात अधिकारियों की बैठक बुलायी और मजदूरों को मदद पहुंचाने के निर्देश दिये।
गुजरात में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढकर 53 हुई
गुजरात में कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण के छह नये मामले सामने आए हैं जिससे राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या शनिवार को बढ़कर 53 हो गयी।
राज्य की स्वास्थ्य सचिव सह आयुक्त जयंती रवि ने शनिवार को बताया कि कोरोना से संक्रमित छह नये मामले आज सामने आये हैं। राज्य में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढकर 53 हो गयी है जिनमें सर्वाधिक 18 मामले अहमदाबाद, नौ वडोदरा, आठ-आठ राजकोट और गांधीनगर, सात सूरत, तथा एक-एक महेसाणा, भावनगर और कच्छ के हैं। नए छह मामलों में 66 साल का एक पुरूष विदेश से वडोदरा आया है। पांच स्थानीय हैं उनमें 81 साल का एक पुरुष गांधीनगर में, 52 वर्षीय पुरुष महेसाणा, 70 साल का एक पुरुष तथा 45 और 33 साल की दो महिलाएं अहमदाबाद में हैं।
कोरोना वायरस के संक्रमण से गुरुवार तक तीन लोगों की मौत हो गयी थी। उनमें से दो मरीज, अहमदाबाद की 85 वर्षीय महिला जो मानसिक बीमार भी थी और भावनगर के 70 वर्षीय पुरुष जिसे मधुमेह और हृदय की बीमारी थी तथा एक अन्य हीरा कारोबार से जुड़े 69 वर्षीय व्यक्ति की सूरत के एक अस्पताल में कोरोना वायरस के संक्रमण से रविवार को मौत हो गयी थी। कोराना से संक्रमित मरीज की मौत का रविवार को पहला मामला आया था। वह रक्तचाप और मधुमेह से पीड़ित था। इसके अलावा 53 मामलों में से 14 दिन क्वारंटीन में रहने वाले मरीजों में से तीन लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आयी है।
केरल में कोरोना वायरस से पहली मौत
केरल में खतरनाक कोरोना वायरस (कोविड19) से संक्रमित 69 वर्षीय बुजुर्ग की शनिवार को यहां मौत हो गयी। राज्य में कोरोना वायरस से मौत का यह पहला मामला है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि के बाद बुजुर्ग व्यक्ति को कोच्चि में कलमस्सेरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां आज उनकी मौत हो गयी। उनकी पत्नी भी कोरोना से संक्रमित पायी गयी है।
अस्पताल सूत्रों ने बता कि बुजुर्ग की कुछ समय पहले बाईपास सर्जरी हुई थी और वह उच्च रक्तचाप से भी पीड़ित थे। उन्होंने बताया कि दंपत्ती 16 मार्च को दुबई से लौटे थे और जिस उड़ान से वे आये थे उसमें सवार सभी 40 लोगों को निगरानी में रखा गया था जिसके बाद सभी को 22 मार्च को अस्पताल में बनाये गए आइसोलेशन वार्ड में स्थानांतरित कर दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार हवाईअड्डे से निकलने के बाद दंपती जिस वाहन से आये थे उसका चालक भी कोरोना से संक्रमित पाया गया है जिसके बाद चालक से संपर्क में आये 40 लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है। प्रशासन की तरफ से जारी सख्त दिशा निर्देशों के चलते मृतक के अंतिम संस्कार में कुछ ही लोग शामिल हो सकेंगे।