नयी दिल्ली, 24 जून । देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) से संक्रमितों की संख्या बुधवार रात तक 4.75 लाख के पार पहुंच गयी लेकिन इसके साथ ही स्वस्थ होने वालों की दर भी निरंतर बढ़ती ही जा रही है।
देश में आज संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर बढ़ कर 57.31 फीसदी पहुंच गयी जबकि मृत्यु दर 3.15 प्रतिशत रही। मंगलवार को मरीजों के स्वस्थ होने की दर 56.67 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर महज 3.18 फीसदी रही। सोमवार को मरीजों के स्वस्थ होने की दर 55.84 फीसदी रही। रविवार को मरीजों के स्वस्थ होने की दर 55.70 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर महज 3.20 प्रतिशत रही। शनिवार को संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 54.26 फीसदी तक पहुंच गयी थी जबकि मृत्यु दर 3.25 प्रतिशत रही थी। शुक्रवार को मरीजों के स्वस्थ होने की दर 54.03 थी। गुरुवार को मरीजों के स्वस्थ होने की दर 53.08 थी। पिछले एक सप्ताह में मरीजों के स्वस्थ होने की दर में करीब 4.23 फीसदी का इजाफा हुआ है।
‘कोविड19इंडियाडॉटओआरजी’ के आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 475841 मामलों की आज रात तक पुष्टि हो चुकी है जबकि सुबह यह संख्या 456183 थी। अब तक कुल 270598 मरीज स्वस्थ हुये हैं जबकि करीब 14894 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। अन्य 186364 मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।
इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि सक्रिय मामलों की तुलना में स्वस्थ लोगों की संख्या 83 हजार से अधिक हो चुकी है। इससे यह भी साफ है कि देश में अब तक कोरोना वायरस के जितने मरीज आये हैं, उनमें से आधे से अधिक पूरी तरह बीमारी से निजात पा चुके हैं। समय पर कोरोना के संदिग्ध मामलों की जांच और उनका सही तरीके से इलाज इसमें अहम भूमिका निभा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि भारत में महामारी के मामलों या रोगियों का जल्द पता लगने, समय पर परीक्षण एवं निगरानी, मरीजों के संपर्क में आए लोगों का व्यापक रूप से पता लगाने और प्रभावकारी नैदानिक प्रबंधन या उपचार की बदौलत इस वायरस के कारण मरने वाले लोगों की संख्या को कम करने में मदद मिली है। यह कोविड-19 की रोकथाम, नियंत्रण और प्रबंधन के लिए राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के साथ मिलकर केंद्र सरकार द्वारा श्रेणीबद्ध, पूर्व-निर्धारित और अत्यंत सक्रिय नजरिया अपनाने का भी एक प्रमाण है।
देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के दो लाख से अधिक नमूनों की जांच करने की प्रतिदिन की क्षमता हासिल कर ली गई है जो अब तक का रिकार्ड है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में बुधवार को बताया गया कि मंगलवार को 215195 नमूनों की जांच की गई थी और इन्हें मिलाकर देश में अब तक 7352911 नमूनों की जांच हो चुकी है। देश में पिछले 24 घंटों के दौरान 171587 नमूनों की जांच सरकारी प्रयोगशालाओं और 43608 नमूनों की जांच निजी प्रयोगशालाओं में की गई है।
देश में इस समय कोरोना वायरस संक्रमण की जांच करने वाली प्रयोगशालाओं की संख्या एक हजार हो गई है और इनमें सरकारी प्रयोगशालाओं की संख्या 730 तथा निजी प्रयोगशालायें 270 हैं।
इस समय वास्तविक समय आरटी पीसीआर आधारित परीक्षण प्रयोगशालाएं 557 (सरकारी: 359 प्लस निजी: 198) हैं जबकि ट्रूनेट आधारित परीक्षण प्रयोगशालाओं की संख्या 363 (सरकारी: 343 प्लस निजी: 20) और सीबीएनएएटी आधारित परीक्षण प्रयोगशालायें 80 (सरकारी: 28 प्लस निजी: 52) हैं।
दिल्ली में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 70000 के पार, 2365 की मौत
राजधानी में कोरोना संक्रमण का पिछले 24 घंटों के दौरान प्रकोप जारी रहा और बुधवार को 3788 नये मामलों से कुल संक्रमितों का आंकड़ा 70 हजार को पार कर गया। मृतकों की संख्या 64 बढ़कर 2365 हो गई।
दिल्ली में गत दिवस अब तक का सबसे भयावह रुप दिखा था और 3947 रिकार्ड मामले आए थे।
बुधवार को स्वास्थ्य मंत्रालय के आकड़ों में 3788 नये मामल़ों से कुल संक्रमितों का आंकड़ा 70390 और 64 मरीजों की मौत से मरने वालों की संख्या 2365 पर पहुंच गई।
कोरोना संक्रमण के कुल मामलों में देश में दिल्ली अब महाराष्ट्र के बाद दूसरे नंबर पर है। कल दिल्ली में देश में किसी राज्य के सर्वाधिक मामले थे।
दिल्ली में पिछले 24 घंटों में 2124 मरीज ठीक हुए और अब तक 41437 संक्रमित कोरोना को शिकस्त दे चुके हैं।
आज सक्रिय मामल़ों की संख्या 26588 रही।
कोरोना जांच में पिछले कुछ दिनों में आई तेजी से कुल जांच का आंकड़ा 420707 पर पहुंच गया। पिछले 24 घंटों में दिल्ली में अब तक एक दिन में सर्वाधिक 19059 लोगों की कोरोना जांच हुई। दिल्ली में दस लाख की जनसंख्या पर 22152 जांच का औसत है।
कंटेन्मेंट जोन की संख्या 262 से बढ़कर 266 हो गई।
दिल्ली में कुल कोरोना बेड्स 13411 हैं जिसमें से 6203 पर मरीज हैं जबकि 7208 खाली हैं।