नयी दिल्ली,15 जून ।देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमितों की संख्या सोमवार की रात 3.38 लाख को पार कर गयी है लेकिन राहत की बात यह है कि सक्रिय मामलों की तुलना में स्वस्थ हुए लोगों की तादाद निरंतर बढ़ती जा रही है।
देश में आज संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 51.23 फीसदी पहुंच गयी जबकि मृत्यु दर केवल 2.85 फीसदी रही। रविवार को मरीजों के स्वस्थ होने की दर 50.76 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर केवल 2.85 प्रतिशत रही थी। शनिवार को संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की दर 49.95 फीसदी पर पहुंच गयी जबकि मृत्यु दर मात्र 2.86 प्रतिशत रही।
‘कोविड19इंडियाडॉटओआरजी’ के आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 338046 मामलों की आज रात तक पुष्टि हो चुकी है। सुबह यह संख्या 332424 थी। अब तक कुल 173182 मरीज स्वस्थ हुये हैं जबकि करीब 9669 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। अन्य 155155 मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।
इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि सक्रिय मामलों की तुलना में स्वस्थ लोगों की संख्या अधिक है। इससे यह भी साफ है कि देश में अब तक कोरोना के जितने मरीज आए हैं उनमें से आधे से अधिक पूरी तरह बीमारी से निजात पा चुके हैं। समय पर कोरोना के संदिग्ध मामलों की जांच और उनका सही तरीके से इलाज इसमें अहम भूमिका निभा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में बताया कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) भी लगातार अपनी टेस्टिंग क्षमता में बढ़ोत्तरी कर रही है और इस समय देश में 653 सरकारी प्रयोगशालाएं और 248 निजी प्रयोगशालाएं काम कर रही हैं। इनमें आरटीपीसीआर आधारित 534(347 सरकारी और 187 निजी), ट्रूनेट आधारित 296 (281 सरकारी और 15 निजी) और सीबीएनएएटी आधारित 71 (25 सरकारी और 46 निजी) प्रयोेगशालाएं कोरोना की जांच में जुटी हैं।
पिछले 24 घंटों में 115519 नमूनों की जांच की गई है और अब तक देश में कुल 5774133 कोरोना परीक्षण हो चुके हैं।
इसबीच दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में बेतहाशा बढ़ोतरी के बाद हरकत में आयी केन्द्र सरकार की ओर से कमान संभालते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने आज जहां एक ओर राजधानी के सभी राजनीतिक दलों से राजनीतिक द्वेष भुला एकजुट होकर महामारी से लड़ने की अपील की वहीं दूसरी ओर लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल का दौरा कर स्थिति की समीक्षा की और डाक्टरों तथा अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की हौसला अफजायी भी की। अस्पतालों में मरीजों की देखभाल पर निगरानी रखने के लिए उन्होंने वार्डों में सीसीटीवी लगाने का निर्देश भी दिया।
राजधानी के सभी राजनीतिक दलों ने भी कोरोना की रोकथाम के लिए एकजुट होकर काम करने पर सहमति जतायी है। कोरोना की चुनौती से निपटने के लिए राजधानी के राजनीतिक दलों से एकजुट होने की अपील करते हुए श्री शाह ने कहा, “ हम सभी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में साथ मिलकर इस महामारी से लड़ना है। सभी दलों की एकजुटता से जनता में विश्वास बढेगा और दिल्ली की स्थिति जल्द ही सामान्य होगी। मैं सभी राजनीतिक दलों से अपील करता हूँ कि उनके कार्यकर्ता यह सुनिश्चित करें कि केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली की जनता के लिए किये गए निर्णयों का नीचे तक कार्यान्वयन हो। सबको नये उपायों से दिल्ली में कोरोना की टेस्टिंग को बढ़ाना है।”
दिल्ली में कोरोना से रिकॉर्ड 73 मौतें,1647 नये मामले
राजधानी में कोरोना संक्रमण से पिछले 24 घंटों में रिकॉर्ड 73 मरीजों की मौत से कुल मृतकों की संख्या 1400 पर पहुंच गई। इस दौरान 1647 नये संक्रमण मामल़ों से संक्रमितों का कुल आंकड़ा 42829 हो गया।
सोमवार को दिल्ली के लिए राहत की बात यह रही कि तीन दिन बाद नये मामले दो हजार से कम आए। रविवार तक लगातार तीन दिन नये संक्रमित दो हजार से अधिक आये थे।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से सोमवार को जारी संक्रमण के आंकडों में बताया गया कि पिछले 24 घंटों में 1647 नये मामले आए और कुल मरीजों की संख्या 42 हजार 829 पर पहुंच गई। कल रिकार्ड 2224 नये मामलों आए थे।
पिछले 24 घंटों में कोरोना को लेकर बुरी खबर यह रही की रिकॉर्ड 73 मरीजों की मौत से कुल मृतक 1400 हो गये।
दिल्ली के लिये आज लगातार तीसरे दिन राहत की बात यह रही कि 604 मरीज संक्रमण से जंग जीते और अब तक 16427 लोग कोरोना को शिकस्त दे चुके हैं। शनिवार को रिकार्ड 1547 मरीज संक्रमण मुक्त हुए थे। फिलहाल राजधानी में 25002 मामले सक्रिय हैं।
दिल्ली सरकार के मुताबिक फिलहाल 22298 कोरोना मरीज़ों को उनके घरों में ही आइसोलेशन में रखा गया है। अब तक 296697 लोगों की कोरोना जांच की जा चुकी है। कंटेन्मेंट जोन की संख्या 242 है।
दिल्ली के अस्पतालों में कुल कोरोना मरीज 5420 हैं। आईसीयू में 795 और वेंटिलेटर 197 मरीज हैं।
आज अस्पतालों में 780 नये मरीज दाखिल हुए और 395 को छुट्टी मिली।
शाह ने दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के हालात पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई:
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कोरोना वायरस संक्रमण के हालात पर चर्चा के लिए सोमवार को यहां दिल्ली के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बैठक की।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
यह बैठक राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमण के मामले बढ़ने के मद्देनजर की गई है।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि शाह ने कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में चार मुख्य राजनीतिक पार्टियों के नेताओं को जानकारी दी और इस मामले में उनके सुझाव मांगे।
भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और बसपा के नेताओं ने बैठक में हिस्सा लिया।
दिल्ली में 41,000 से अधिक लोग संक्रमित हैं और 1,300 से अधिक लोगों की संक्रमण से मौत हो चुकी है। संक्रमण के मामले में महाराष्ट्र और तमिलनाडु के बाद दिल्ली तीसरे नंबर पर है।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस संक्रमण के तेजी से बढ़ रहे मामलों को लेकर चिंताओं के बीच केंद्रीय गृह मंत्री ने रविवार को दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, और दिल्ली के तीन नगर निगमों के महापौर और आयुक्तों के साथ बैठक की थी।
शाह ने कहा था कि दिल्ली में अगले दो दिन में जांच क्षमता दोगुनी की जाएगी और इसके बाद इसे बढ़ा कर तीन गुना किया जाएगा।
गृह मंत्री ने कहा कि कुछ दिनों में दिल्ली के निरुद्ध क्षेत्रों में हर मतदान केंद्र पर कोविड-19 की जांच शुरू की जाएगी और संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने के लिए अधिक प्रभावित क्षेत्रों यानी हॉटस्पॉट्स में घर-घर जाकर व्यापक स्वास्थ्य सर्वेक्षण कराया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 मरीजों के लिए बिस्तरों की कमी के मद्देनजर मोदी सरकार ने दिल्ली को 500 रेलवे बोगियां भी उपलब्ध कराने का निर्णय किया है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के निजी अस्पतालों में कोविड-19 के इलाज के लिए 60 प्रतिशत बिस्तर कम दर पर उपलब्ध कराने, कोरोना उपचार व जांच की दर तय करने के लिए नीति आयोग के सदस्य वी के पॉल की अध्यक्षता में एक समिति बनाई गयी।