नयी दिल्ली, 20 मार्च ।देश के विभिन्न हिस्सों में कोरोना वायरस संक्रमण के 50 नये मामले सामने आने के बाद शुक्रवार शाम को कुल मामलों की संख्या 223 पहुंच गई है जबकि संक्रमितों के संपर्क में आने वाले 6,700 से अधिक लोगों को कड़ी निगरानी में रखा गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी।
मंत्रालय ने बताया कि देश में कोरोना वायरस से संक्रमितों में 32 विदेशी हैं, जिनमें 17 इतालवी, तीन फिलीपीन के, दो ब्रिटेन और एक-एक कनाडा, इंडोनेशिया और सिंगापुर का निवासी है। इनमें अबतक दिल्ली, कर्नाटक, पंजाब और महाराष्ट्र में हुई चार मौतें भी शामिल है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने लोगों से अपील की कि वे प्रधानमंत्री द्वारा 22 मार्च को सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सामाजिक मेलजोल से दूरी हेतु जनता कर्फ्यू के आह्वान का अनुपालन करें।
उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे टोल फ्री नंबर 1075 का इस्तेमाल कोई भी जानकारी प्राप्त करने या किसी अफवाह एवं भ्रमित सूचना को लेकर अपनी आशंका दूर करने के लिए करें।
अग्रवाल ने कहा, ‘‘मैं समाज के सभी लोगों से अनुरोध करता हूं कि वे टोल फ्री संख्या 1075 का इस्तेमाल सूचना प्राप्त करने और सभी तरह की भ्रामक सूचनाओं पर अपनी आशंका दूर करने के लिए करें। प्रधानमंत्री ने जनता कर्फ्यू कर आह्वान किया है। एक दिन के सहयोग से संक्रमण की कड़ी को तोड़ने में मदद मिलेगी।’’
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में किसी भी आवश्यक वस्तु की कोई कमी नहीं है।
गायिका कनिका कपूर में कोरोना वायरस से संक्रमण की पुष्टि होने और उनके संपर्क में आने वालों की पहचान सुनिश्चित होने के सवाल पर अग्रवाल ने कहा कि संक्रमण को रोकने के लिए संपर्क में आए लोगों की पहचान की प्रक्रिया नियमों के तहत शुरू कर दी गई है।
अग्रवाल ने कहा कि जयपुर में शुक्रवार को इटली के जिस व्यक्ति की मृत्यु हुई उसे भारत में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या में शामिल नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि देश में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या चार ही है।
संयुक्त सचिव ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस से लड़ने में राज्यों की मदद के लिए केंद्रीय टीमें भेजी गई हैं।’’
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के खतरे का मुकाबला करने को लेकर मुख्यमंत्रियों के साथ शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये चर्चा की।
जनता कर्फ्यू में चार हजार रेलसेवाएं रहेंगी बंद, कैटरिंग अभी से बंद
कोरोना विषाणु की वैश्विक महामारी से बचने के लिए रेलवे ने इतिहास में पहली बार अभूतपूर्व कदम उठाते हुए रविवार 22 मार्च को चार हजार से अधिक सेवाओं को नहीं चलाने का ऐलान किया है जिनमें शताब्दी, राजधानी, दूरंतो, गतिमान, वंदेभारत, तेजस समेत सभी प्रीमियम, मेल/ एक्सप्रेस, सुपरफास्ट, पैसेंजर गाड़ियों के अलावा उपनगरीय सेवाएं भी शामिल हैं।
भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) ने भी उन सभी मेल एवं एक्सप्रेस ट्रेनों में कैटरिंग सेवा को अगले आदेश तक बंद कर दिया जिनमें भोजन का मूल्य टिकट में शामिल नहीं रहता है।
रेलवे बोर्ड के एक परिपत्र के अनुसार यह कदम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जनता कर्फ्यू के आह्वान के मद्देनज़र उठाया गया है। रेलवे बोर्ड ने यह भी साफ किया है कि दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कुछ बड़े शहरों में लोकल ट्रेनों को न्यूनतम संख्या में चलाया जाएगा, पूरी तरह बंद नहीं किया जाएगा। लेकिन कौन-कौन सी ट्रेनें रद्द होंगी यह जोनल रेलवे स्थानीय परिस्थितियों एवं आवश्यकता के आधार पर तय करेगी। इस निर्णय से कम से कम पांच सौ सेवाएं प्रभावित हो सकतीं हैं।
रेलवे बोर्ड के परिपत्र के अनुसार 21 मार्च को रात 12 बजे से 22 मार्च की रात 10 बजे तक यानि 22 घंटे कोई भी ट्रेन की उसके आरंभिक स्टेशन से की रवानगी नहीं की जाएगी। हालांकि जो ट्रेनें शाम 7 बजे तक गंतव्य के लिए निकल चुकी होंगी, उन्हें नहीं रोका जाएगा। रेलवे के इस फैसले से 2400 पैसेंजर, 1300 मेल/एक्सप्रेस ट्रेनें प्रभावित होंगी।
रेलवे के एक प्रवक्ता के मुताबिक ट्रेनों के रद्द किये जाने के संदर्भ सभी जोनल रेलवे मुख्यालयों को सूचित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि लंबी दूरी की गाड़ियां 22 मार्च को सुबह 04.00 से रात 22.00 बजे तक रद्द रहेगीं। इसी प्रकार पैसेंजर ट्रेनों को 21 मार्च की मध्यरात्रि से ही रद्द कर दिया जायेगा जो दूसरे दिन रात 10 बजे तक प्रभावी रहेगी। प्रवक्ता के अनुसार इनमें राजधानी, शताब्दी, दूरंतो, गतिमान, वंदेभारत, हमसफर, तेजस आदि प्रीमियम गाड़ियां भी शामिल होंगी। हालांकि गंतव्य के लिए रवाना हो चुकी ट्रेनों को आगे बढ़ने दिया जायेगा। जोनल रेलवे आवश्यकता एवं स्थिति के अनुसार गाड़ियों बीच में ही समाप्त कर सकता है।
आईआरसीटीसी के प्रवक्ता के अनुसार आईआरसीटीसी ने भी उन सभी मेल एवं एक्सप्रेस ट्रेनों में कैटरिंग सेवा बंद करने का फैसला किया है जिनमें भोजन की कीमत टिकट में शामिल नहीं होती है और ऑर्डर पर भोजन दिया जाता है। यह फैसला तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है जो अगले आदेश तक जारी रहेगा। रेलवे स्टेशनों पर फूड प्लाजा, रिफ्रेशमेंट रूम, जन आहार केन्द्र भी बंद कर दिए गए हैं। रेलवे के इस कदम से रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों पर यात्रियों की आवाजाही में भारी कमी होने की संभावना है। अब ट्रेनों में जाने वालों को भोजन, नाश्ते, चाय पानी आदि के इंतजाम भी खुद करना होगा।
मेट्रो ट्रेन सेवा 22 मार्च को उपलब्ध नहीं होंगी
कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ के संक्रमण से लड़ने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 22 मार्च को ‘जनता कर्फ्यू’ के आह्वान के मद्देनजर अधिक से अधिक लोगों को घरों में रहने के लिए प्रोत्साहित करने की दिशा में दिल्ली मेट्रो ने रविवार को अपनी सेवा बंद रखने का फैसला किया है।
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने शुक्रवार को एक ट्वीट कर कहा कि लोगों को घरों में रहने के लिए प्रोत्साहित करने की दिशा में मेट्रो सेवा इस दिन उपलब्ध नहीं रहेगी।
गौरतलब है कि कोरोना से बचाव के लिये दिल्ली मेट्रो ने यात्रियों को कम तथा अति आवश्यक होने की स्थिति में ही मेट्रो से यात्रा करने की सलाह देते हुये गुरुवार को निर्देश जारी किये थे।
इनमें कहा गया था कि जरूरत पड़ने और अति आवश्यक होने की स्थिति में ही मेट्रो की यात्रा करें।
इसके अलावा मेट्रो/स्टेशनों पर यात्री एक दूसरे से कम से कम एक मीटर की दूरी बनाये रखने को कहा गया था और यह भी कहा गया कि यात्रियों को खड़े होकर यात्रा करने की इजाजत नहीं दी जाएगी तथा उन्हें वैकल्पिक एक सीट छोड़कर बैठना होगा।
कोरोना पर नियंत्रण के लिए केंद्र, राज्य मिलकर करें काम: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कोरोना वायरस को देश के सभी राज्यों के लिए खतरा बताया और केंद्र एवं राज्यों को इस महामारी पर नियंत्रण के लिए एक साथ काम करने की आवश्यकता पर बल दिया।
श्री मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत में कहा कि संक्रमण के खतरे की चुनौती से निपटने के लिए नागरिकों की भागीदारी भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि विभिन्न देशों में वायरस के प्रसार के वैश्विक संदर्भ को देखते हुए निरंतर सतर्कता सर्वोपरि है। उन्होंने जोर दिया कि वायरस के फैलाव को रोकने की कोशिशों में अगले तीन-चार सप्ताह महत्वपूर्ण हैं।
प्रधानमंत्री ने राज्यों द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की और अपने अनुभव साझा करने और सुझाव देने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। उन्होंने मुख्यमंत्रियों को अपने राज्यों में कालाबाजारी और अनुचित मूल्य वृद्धि को रोकने के लिए व्यापार निकायों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस करने की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा गठित कोविड-19 आर्थिक कार्य बल आर्थिक चुनौती से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए उपयुक्त दृष्टिकोण विकसित करने की रणनीति तैयार करेगा।
स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए अब तक उठाए गए कदमों की जानकारी दी और प्रधानमंत्री के अब तक के प्रयासों का उल्लेख किया। उन्होंने राज्यों के साथ चल रहे सहयोग, अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की निगरानी, प्रसार को ट्रैक करने के लिए सामुदायिक निगरानी का उपयोग, परीक्षण सुविधाओं की रसद, यात्रा प्रतिबंध और विदेशों से भारतीय नागरिकों की निकासी का अवलोकन किया।
मुख्यमंत्रियों ने कोविड-19 का मुकाबला करने में केंद्र द्वारा राज्यों को दिए गए समर्थन के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया और राष्ट्र के लिए अपने संबोधन में प्रधानमंत्री के संदेश की भी सराहना की। मुख्यमंत्रियों ने अब तक की गई तैयारियों के बारे में प्रधानमंत्री और अन्य लोगों को जानकारी दी। अपनी प्रस्तुतियों के दौरान, उन्होंने परीक्षण सुविधाओं में वृद्धि, कमजोर वर्गों को अधिक समर्थन, राज्यों को 2020-21 के लिए वित्तीय मदद में बढ़ोतरी और बड़ी संख्या में निजी प्रयोगशालाओं और अस्पतालों में की स्थापना के लिए अनुरोध किया।
सभी मुख्यमंत्रियों ने प्रधानमंत्री को अपने समर्थन का आश्वासन दिया और कहा कि प्रत्येक राज्य महामारी से निपटने के लिए केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम करेंगे।
कोरोना वायरस : वैश्विक मौतों का आंकड़ा दस हजार के पार, कैलिफोर्निया में प्रतिबंध लागू:
कोरोना वायरस महामारी की चपेट में आकर शुक्रवार तक करीब 10 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। चीन से फैले वायरस ने पूरी दुनियाभर के करोड़ों लोगों को अपने घरों में रहने को मजबूर कर दिया है।
यूरोप में कोरोना वायरस ने पांच हजार से अधिक लोगों की जान ले ली। बुरी तरह प्रभावित इटली में मृतकों का आंकड़ा 3,405 तक जा पहुंचा है।
पाकिस्तान में कोरोना वायरस से तीसरी मौत का मामला सामने आने के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को जनता से कम से कम 45 दिनों के लिए खुद को पृथक रखने की अपील की। पाकिस्तान में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 464 तक पहुंच गई। तीसरी मौत का मामला सिंध प्रांत में सामने आया है, जहां संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं।
महामारी से लड़ने के लिए अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य ने बड़ा कदम उठाते हुए लोगों से किसी भी हाल में अपने घर में ही रहने को कहा है।
हालांकि, कैलिफोर्निया में बचाव नियमों को पुलिस द्वारा लागू नहीं किया गया है, जिस तरह फ्रांस, इटली, स्पेन और अन्य यूरोपिय देशों में नियमों का उल्लंघन करने पर जुर्माना भरना पड़ रहा है।
जर्मनी के सबसे बडे राज्य बायर्न ने शुक्रवार को देश में सबसे पहले दो हफ्तों के लिए बाहर निकलने के तहत ‘मौलिक प्रतिबंधों’ का आदेश जारी किया।
वहीं, चीन में कुछ राहत देखने को मिली है। हालांकि चीन में अभी कुछ मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन ज्यादातर मामले विदेशों से आने वालों में हैं।
इस बीच, अमेरिका ने संकेत दिए हैं कि वह सभी मोर्चों पर अपने प्रयासों को तेज कर रहा है। इसके तहत वायरस के इलाज के लिए दवा विकसित करने के साथ ही आर्थिक मोर्चे की दिक्कतों को दूर करने के लिए एक हजार अरब के आपातकालीन राहत पैकेज का वादा किया है।
पूरे यूरोप में सरकारें कडे़ प्रतिबंध लागू किए हुए हैं। फ्रांस में पहले ही दिन प्रतिंबधों का उल्लंघन करने पर चार हजार से अधिक लोगों का जुर्माना किया गया था।
फ्रांस और इटली दोनों ने कहा है कि वे प्रारंभिक अवधि से अधिक समय तक प्रतिबंध का विस्तार करेंगे, जबकि ब्रिटेन के स्कूल शुक्रवार को अनिश्चित काल के लिए बंद हो जाएंगे।
इस बीच, विश्व में कोरोना वायरस संक्रमण से प्रभावित देशों में चौथे स्थान पर मौजूद स्पेन के कम आबादी वाले ग्रामीण स्थानों में लोग बुजुर्ग पड़ोसियों और संक्रमित लोगों की मदद को आगे आ रहे हैं।
मेड्रिड के लोविंगोस के रहने वाले 30 वर्षीय सर्जियो कैमिनेरो ने बताया कि वह एक बुजुर्ग पड़ोसी के लिए जरूरी सामान लेने गए क्योंकि वह काफी डर और तनाव में थीं।
वहीं, अफ्रीका में कोरोना वायरस के अब तक करीब 700 मामले सामने आए हैं।