नयी दिल्ली, 25 अप्रैल । मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में लागू लॉकडाउन को एक और हफ्ते के लिए बढ़ाने का रविवार को ऐलान करते हुए कहा कि दिल्ली में कोविड-19 की स्थिति गंभीर बनी हुई है और बीते कुछ दिनों में संक्रमण दर 36 प्रतिशत के उच्चतर स्तर पर पहुंच गई थी।
केजरीवाल ने कहा कि 19 अप्रैल की रात को लगाया गया लॉकडाउन तीन मई सुबह पांच बजे तक जारी रहेगा।
राष्ट्रीय राजधानी में पहले लॉकडाउन को 26 अप्रैल की सुबह पांच बजे खत्म होना था।
उन्होंने कहा, “ हमें कुछ और दिन स्थिति देखनी होगी कि मामले घटते हैं या बढ़ते हैं।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस का प्रकोप सरकार द्वारा छह दिन का लॉकडाउन लगाने के बावजूद कम नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा, “ सबने लॉकडाउन को बढ़ाने के लिए वोट दिया। पिछले कुछ दिनों में संक्रमण दर बढ़कर 36-37 प्रतिशत पहुंच गई थी। हालांकि यह अब मामूली सी कम हुई है। यह आज करीब 29 प्रतिशत है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन की उपलब्धता पर नजर रखने के लिए एक पोर्टल बनाया गया है और फैसला किया गया है कि उत्पादक, आपूर्तिकर्ता तथा अस्पताल हर दो घंटे पर आपूर्ति और उपभोग जानकारी को अपडेट करेंगे।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने दिल्ली का ऑक्सीजन का कोटा प्रति दिन 10 टन और बढ़ा दिया है जिससे उम्मीद है कि ऑक्सीजन को लेकर अव्यवस्थित स्थिति कुछ दिनों में खत्म हो जाएगी।
केजरीवाल ने कहा, “ केंद्र सरकार ने दिल्ली का (ऑक्सीजन) कोटा प्रतिदिन 480 टन से बढ़ाकर 490 टन कर दिया है। लेकिन हमें अभी पूरा कोटा नहीं मिला है। फिलहाल, हमें रोजाना 330-335 टन की आपूर्ति मिल रही है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार को केंद्र से बहुत समर्थन मिल रहा है और दोनों ऑक्सीजन आपूर्ति की समस्या को हल करने के लिए उचित तरीके से समन्वय कर रहे हैं।
दिल्ली में शनिवार को कोरोना वायरस के 24000 से अधिक मामले आए थे और 357 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी जो एक दिन में अब तक सर्वाधिक है।
राष्ट्रीय राजधानी में 12 दिन में करीब 2500 लोगों की मौत हुई है।
दिल्ली के कई अस्पताल ऑक्सीजन की भारी किल्लत से जूझ रहे हैं।
केजरीवाल ने पत्र लिखकर उद्योगपतियों से मांगा सहयोग
अरविंद केजरीवाल ने रविवार को देश के प्रमुख उद्योगपतियों को पत्र लिखकर कोविड-19 का मुकाबला करने में उनकी मदद मांगी।
मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है कि यदि प्रमुख उद्योगपति, ऑक्सीजन का उपयोग या उत्पादन करने में शामिल हैं और क्रायोजेनिक टैंकरों में ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद कर सकते हैं, तो इस समय दिल्ली की मदद करने के लिए वे उनके अाभारी रहेंगे।
उन्होंने पत्र में लिखा है कि दिल्ली में कोविड मामलों में अत्यधिक वृद्धि के कारण हमारी आवश्यकताओं से काफी कम ऑक्सीजन गैस मिल पा रही है।
उन्होंने इसे एसओएस के रूप में लेने का अनुरोध किया है। केंद्र सरकार इस संबंध में दिल्ली की मदद कर रही है, लेकिन कोरोना के प्रसार की तीव्रता इतनी गंभीर है कि इसकी मात्रा अपर्याप्त साबित हो रही है।
श्री केजरीवाल ने पत्र में लिखा है, “ जैसा कि आप जानते हैं कि दिल्ली में ऑक्सीजन की भारी कमी है। दिल्ली में ऑक्सीजन का उत्पादन नहीं होता है। पिछले कुछ दिनों में कोविड मामलों में काफी वृद्धि के कारण दिल्ली के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की बहुत किल्लत हो रही है। दिल्ली में ऑक्सीजन की दैनिक आपूर्ति हमारी आवश्यकताओं से कम है।”
मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है, ‘‘मैं समझता हूं कि आपका संगठन या तो ऑक्सीजन का इस्तेमाल करता है या उत्पादन करता है या फिर किसी से लेता है। यदि आप हमें इस समय क्रायोजेनिक टैंकरों के साथ-साथ ऑक्सीजन का कोई भी स्टॉक प्रदान कर सकते हैं, तो मैं इसके लिए आपका आभारी रहूंगा। हम किसी अन्य देश से क्रायोजेनिक ऑक्सीजन टैंकरों के आयात में किसी भी मदद का स्वागत करेंगे। कृपया इसे एसओएस समझें। मैं आपके सहयोग के लिए व्यक्तिगत रूप से आभारी रहूंगा।”