गुवाहाटी 23 नवंबर । असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई का सोमवार को निधन हो गया। वह 86 वर्ष के थे और कोरोना से संक्रमित थे।
स्वास्थ्य मंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री के निधन की खबर की पुष्टि की। श्री शर्मा ने कहा कि गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल(जीएमसीएच) के चिकित्सकों ने आज शाम पांच बजकर 34 मिनट पर श्री गोगोई के निधन की जानकारी दी।
श्री गोगोई का जीएमसीएच के गहन चिकित्सा कक्ष में एक नवंबर से उपचार चल रहा था। वह 21 नवंबर से वेंटिलेटर पर थे।जीएमसीएच के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के विशेषज्ञों के साथ सम्पर्क करके उनकी सेहत की निगरानी कर रही थी। श्री गोगोई अगस्त से तीन बार जीएमसीएच में भर्ती हो चुके थे।
राज्य के तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके श्री गोगोई 25 अगस्त को कोरोना पॉजिटिव पाये गये थे। इसके बाद उन्हें जीएमसीएच में भर्ती कराया गया था। बीस दिनों तक उपचार चलने के बाद उन्हें घर भेज दिया गया था।
श्री गोगोई को ऑक्सीजन स्तर कम होने के कारण 24 सितंबर को फिर से अस्पताल में भर्ती कराया गया और अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी थी। पूर्व मुख्यमंत्री को एक बार फिर एक नवंबर को इसी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां आज निधन हो गया।
सुबह बताया था कि, तरूण गोगोई वेंटिलेटर पर, हालत बेहद नाजुक
पूर्व मुख्यमंत्री तरूण गोगोई की स्वास्थ्य स्थिति सोमवार की सुबह और बिगड़ गयी । उनकी देख भाल कर रहे चिकित्सकों ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री की हालत ‘‘बेहद, बेहद नाजुक’’ है।
गौहाटी मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक अभिजीत शर्मा ने बताया था कि 80 साल की उम्र पार कर चुके वरिष्ठ कांग्रेस नेता की देखभाल नौ चिकित्सकों की एक टीम कर रही है ।
उल्लेखनीय है कि 84 वर्षीय कांग्रेस नेता का इलाज गौहाटी मेडिकल कॉलेज (जीएमसीएच) में चल रहा था ।
उन्होंने संवाददाताओं को बताया, ‘ श्रीमान (गोगोई) की मौजूदा स्वास्थ्य स्थिति बेहद, बेहद नाजुक है और डॉक्टर बेहतर प्रयास कर रहे हैं ।’
गोगोई के बेटे के साथ जीएमसीएच में मौजूद असम के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत विस्व सरमा ने कहा, ‘पूर्व मुख्यमंत्री की स्थिति बहुत नाजुक एवं चिंताजनक है। वह पूरी तरह जीवन रक्षक उपकरण पर हैं हालांकि, डॉक्टर प्रयास कर रहे हैं । अब उनकी स्थिति में सुधार के लिये ईश्वर का आशीर्वाद और लोगों की प्रार्थना आवश्यक है ।’ सरमा ने कहा कि गोगोई के अंगों ने काम करना बंद कर दिया है, दिमाग को कुछ संकेत मिल रहे हैं, आंखें चल रही हैं और पेसमेकर लगाये जाने के बाद उनका दिल काम कर रहा है और इसके अलावा कोई अंग काम नहीं कर रहा है।
मंत्री ने कहा कि गोगोई का रविवार को छह घंटे तक डायलिसिस हुआ था और यह दोबारा विषाक्त चीजों से भर गया है। ऐसी हालत नहीं है कि डायलिसिस दोबारा किया जाए।
मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा था कि उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को पूर्व मुख्यमंत्री को हरसंभव उपचार मुहैया कराने का निर्देश दिया । उन्होंने कहा, ‘मैं उनके जल्दी से ठीक होने की ईश्वर से प्रार्थना करता हूं ।’ गोगोई की देख भाल कर रहे डॉक्टरों की टीम अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के लगातार संपर्क में हैं । विभिन्न अंगों के काम करना बंद करने के बाद गोगोई को वेंटिलेटर पर रखा गया था ।
असम के तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके 84 साल के गोगोई को दो नवंबर को जीएमसीएच में भर्ती कराया गया था । शनिवार को तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें शनिवार को वेंटिलेटर पर रखा गया था ।
गोगोई 25 अगस्त को कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये थे और इसके अगले दिन उन्हें जीएमसीएच में भर्ती कराया गया था । इसके बाद 25 अक्टूबर को उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी थी ।