भोपाल, 27 दिसंबर। मध्यप्रदेश विधानसभा का सोमवार से प्रस्तावित तीन दिवसीय शीतकालीन सत्र कोरोना के कारण सर्वदलीय बैठक में विचार विमर्श के बाद स्थगित कर दिया गया।
देर शाम सामयिक अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा के सभापतित्व में हुयी सर्वदलीय बैठक में लिए गए निर्णय के आधार पर सत्र स्थगित किया गया है। बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चाैहान, संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा और नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ भी मौजूद थे।
विधानसभा के कम से कम 60 अधिकारी कर्मचारी और कम से कम पांच विधायक सत्र के मद्देनजर करायी गयी कोरोना संबंधी जांच में संक्रमित पाए गए हैं। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर सत्र स्थगित किया गया है।
बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री श्री मिश्रा ने मीडिया से कहा कि सबसे चर्चा के बाद सामयिक अध्यक्ष ने सत्र स्थगित करने का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान जो महत्वपूर्ण विधेयक आने वाले थे, उनके संबंध में अध्यादेश लाए जाएंगे।
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अब अगला सत्र ‘बजट सत्र’ ही होने की संभावना है।
नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने मीडिया से कहा कि विधायकों की ओर से प्राप्त सवालों के जवाब के संबंध में उन्होंने सुझाव दिया है कि विधायकों की समितियां बना दी जाएं और उनके समक्ष मंत्रियों की तरफ से संबंधित विधायकों के सवालों के जवाब आना चाहिए।
उन्होंने कहा कि विपक्ष की आवाज नहीं दबना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि कोविड पर नियंत्रण भी हमारी प्राथमिकता है।
विधानसभा के अधिकारियों कर्मचारियों और विधायकों की ऐहतियातन कोरोना संबंधी जांच के दौरान कम से कम 60 अधिकारी कर्मचारी और पांच विधायकों की रिपोर्ट कोरोना पॉजीटिव पायी गयी है।
शिवराज ने कराया कोरोना टेस्ट, रिपोर्ट नेगेटिव
इससे पहले की रिपोर्ट में मध्यप्रदेश विधानसभा के सोमवार से प्रारंभ होने वाले शीतकालीन सत्र के एक दिन पहले आज यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नेे कोरोना टेस्ट करवाया और उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आयी।
मुख्यमंत्री कार्यालय के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल के जरिए यह जानकारी दी गयी । इसमें लिखा ‘मध्यप्रदेश विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले सभी विधायकों की कोरोना जांच अनिवार्य रूप से करवाने की व्यवस्था की गई है। इसी व्यवस्था के अंतर्गत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज प्रातः निवास पर कोरोना टेस्ट कराया, जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है।’
इसके पहले कल विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा और प्रमुख सचिव ए पी सिंह ने भी कोरोना जांच करवायी। उनकी रिपोर्ट भी नेगेटिव आने की सूचना है।
सोमवार से शुरू होने वाले तीन दिवसीय सत्र के प्रारंभ होने के पहले ही 230 सदस्यीय विधानसभा में सभी विधायकों को बीते तीन दिनों के अंदर कोरोना जांच कराना आवश्यक किया गया है। रिपोर्ट नेगेटिव होने पर ही विधायकों को सदन में प्रवेश करने दिया जाएगा। विधानसभा के प्रत्येक कर्मचारियों की कोरोना जांच भी करवायी जा रही है, हालाकि इनमें से कुछ कर्मचारी कोरोना संक्रमित मिले हैं।
तीन दिवसीय सत्र में कोरोना संबंधी संक्रमण रोकने के लिए ऐहतियाती उपाय किए गए । विधानसभा भवन को भी पूरी तरह सेनेटाइज किया गया । इसके प्रमुख स्थानों को एक से अधिक बार सेनेटाइज करने की व्यवस्था भी की गयी ।