नयी दिल्ली, 07 फरवरी । लोकसभा में शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को डंडे मारे जाने वाले बयान को लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी कांग्रेस पार्टी के सदस्यों के बीच तीखी नोक-झोंक भोजनावकाश के बाद भी जारी रहा जिसके बाद पीठासीन अधिकारी ए राजा ने सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी।
भोजनावकाश के बाद जैसे की सदन की कार्यवाही शुरू हुई सत्ता पक्ष और विपक्ष हंगामा करने लगे। हंगामे के बीच संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सदन में एक मंत्री के खिलाफ जिस प्रकार का व्यवहार किया गया, वह घोर निंदनीय है। हंगामा नहीं थमने के कारण सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गयी।
इससे पहले प्रश्नकाल में जब श्री गांधी के प्रश्न का स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने जवाब देने से पहले यह कहा कि श्री गांधी ने प्रधानमंत्री के खिलाफ जिस अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया है, वह उसकी निंदा करते हैं।
उनके इतना कहते ही विपक्षी कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक और अन्य सांसद अपनी सीटों पर खड़े हो गए और श्री हर्षवर्धन के इस बयान की आलोचना करने लगे। इसी बीच एक सांसद आक्रामक ढंग से डॉ हर्षवर्धन के बहुत नजदीक आ गए और मौके की नजाकत देखते हुए भाजपा के सांसद भी आगे आ गये।
इस अभूतपूर्व टकराव की स्थिति को देखकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने लोकसभा की कार्यवाही दिन में एक बजे तक स्थगित करने की घोषणा की। इसके बाद विपक्षी सदस्य शर्म करो-शर्म करो के नारे लगाने लगे और भाजपा सदस्य ‘राहुल गांधी माफी मांगों’ जैसे नारे लगा रहे थे। केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री ने आसन के समीप पहुंच कर सबको अलग करने की कोशिश की और उनके साथ संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी थे।
गौरतलब है कि श्री गांधी ने प्रधानमंत्री के बारे में एक रैली में कहा था कि देश के युवा उन्हें छह माह में डंडे मारेंगे। इस बयान की कल भी भाजपा सदस्यों ने निंदा की थी।
इससे पहले सदन एक बार के स्थगन के बाद जैसे ही एक बजे फिर शुरू हुआ तो पुन: हंगामा होने लगा जिसके कारण कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी थी।
संसद में मेरी आवाज दबाने की हुई साजिश: राहुल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि संसद में शुक्रवार को जो हंगामा हुआ उसकी साजिश भारतीय जनता पार्टी ने रची थी ताकि उन्हें सरकार से सवाल पूछने से रोका जा सके।
श्री गांधी ने संसद भवन परिसर में शुक्रवार को कहा कि लोकसभा में जो हंगामा हुआ है वह एक साजिश के तहत उन्हें रोकने की कोशिश की गयी है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने एक सोची समझी रणनीति के तहत संसद में उनकी आवाज दबाने का काम किया है। मोदी सरकार के पास देश के युवाओं को रोजगार देने के लिए कोई रास्ता नहीं है इसलिए सरकार संसद में इस मुद्दे पर बहस नहीं चाहती है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि संसद में उनकी आवाज दबायी जा रही है इसलिए वह अपनी बात मीडिया के माध्यम से कह रहे हैं। संसद में सामान्य रूप से मंत्री द्वारा हर सदस्य के सवाल का जवाब दिया जाता है लेकिन उन्हें नहीं बोलने दिया गया। उन्होंने कहा कि देश के युवाओं को रोजगार नहीं मिल पा रहा है और मोदी सरकार उनके लिए अवसर पैदा करने में असमर्थ हो रही है इसलिए संसद में यह ड्रामा किया गया।
बाद में लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने संसद भवन में पार्टी की नियमित ब्रीफिंग में कहा कि श्री गांधी को संसद में सवाल पूछने से रोका गया है इसलिए पार्टी के नेता लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से इस संबंध में उनके कक्ष में मिले और स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन की शिकायत की । उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री का व्यवहार अत्यंत खेदजनक था इसलिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
राहुल के विरुद्ध कार्रवाई होनी चाहिए : प्रह्लाद जोशी
संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अशोभनीय और अत्यंत अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया है इसलिए उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
श्री जोशी ने लोकसभा परिसर में शुक्रवार को पत्रकारों से कहा कि कांग्रेस के नेता को इस स्तर पर उतरकर अपनी बात नहीं करनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि श्री गांधी ने सारी मर्यादाएं तोड़ दी हैं और वह देश के प्रधानमंत्री को लाठी डंडों से मरवाने की बात कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि श्री गांधी उस पार्टी के नेता हैं जो कई राज्यों में सहयोगी दल के रूप में सत्ता में काबिज हैं। उन्हें ‘डंडा’ का खूब अनुभव है और वह एक लोकप्रिय प्रधानमंत्री जिन्होंने दूसरी बार जबरदस्त बहुमत के साथ सरकार बनाई है उनके लिए इस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। देश की जनता उनकी पार्टी के खिलाफ ‘डंडा’ इस्तेमाल कर चुकी है और श्री गांधी को इसका बखूबी अनुभव है।