भोपाल, 18 मार्च । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को प्रदेश की किसी ‘कठिन’ सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने संबंधित बयान दिए जाने के बाद प्रदेश में बयानबाजी का दौर शुरु हो गया है।
दरअसल श्री कमलनाथ ने दो दिन पहले अपने गृह क्षेत्र छिंदवाड़ा में कहा था कि श्री सिंह को प्रदेश की किसी ‘टफ’ सीट से चुनाव मैदान में उतरना चाहिए। उन्होंने कहा था कि श्री सिंह को किसी ऐसी सीट से चुनाव लड़ना चाहिए, जहां कांग्रेस को 30-35 साल से जीत हासिल नहीं हुई है। पार्टी महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी इसका समर्थन किया था।
इन दोनों बयानों के मीडिया में खासी सुर्खियां बटोरने के बाद आज श्री सिंह ने एक के बाद एक ट्वीट में श्री कमलनाथ का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि श्री कमलनाथ ने उन्हें प्रदेश में पार्टी की कमजोर सीटों पर लड़ने का आमंत्रण दिया।
उन्होंने कहा कि श्री कमलनाथ ने उन्हें इस लायक समझा, इसके लिए वे उनके आभारी हैं।
उन्होंने आगे कहा कि वे गुना जिले के राघौगढ़ की जनता की कृपा से 1977 की जनता पार्टी की लहर में भी लड़ कर जीत कर आए थे।
श्री सिंह ने कहा कि चुनौतीयों को स्वीकार करना उनकी आदत है और उनके नेता पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी जहां से कहेंगे, वे वहां से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं।
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक श्री सिंह अपनी परंपरागत, प्रदेश की राजगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के इच्छुक बताए जा रहे हैं। दूसरी ओर प्रदेश की भोपाल, इंदौर और विदिशा सीटें कांग्रेस के लिए अपेक्षाकृत कठिन मानी जाती हैं।
दरअसल मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री श्री सिंह के बीच पिछले दिनों इंदौर में मोबाइल पर हुई एक चर्चा का मामला इन दिनों सर्खियों में बना हुआ है। इंदौर लोकसभा प्रत्याशी को लेकर हुए इस वार्तालाप के दौरान श्री सिंह ने अपने मोबाइल का स्पीकर ऑन कर रखा था। ये बात मीडिया में आने के बाद से बयानबाजी का दौर जारी है।
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