नयी दिल्ली 10 सितंबर । पेट्रोल और डीजल की आसमान छूती कीमतों और रुपये के मूल्य में गिरावट के विरोध में कांग्रेस की अगुवाई में विपक्षी दलों के ‘भारत बंद’ का सोमवार को मिला-जुला असर रहा और कुछ स्थानाें पर तोड़-फोड़ की घटनाओं को छोड़कर यह शांतिपूर्ण रहा।
कांग्रेस नेतृत्व में 21 दलों के इस भारत बंद के दौरान बिहार और महाराष्ट्र में कुछ स्थानों पर रेलगाड़ियों को रोके जाने तथा बसों और अन्य वाहनों में तोड़ फोड़ करने एवं जबरन बाजार बंद कराने की घटनाएं सामने आयी। कांग्रेस ने सुबह नौ बजे से अपराह्न तीन बजे तक आयोजित बंद के सफल हाेने का दावा किया है।
राष्ट्रीय राजधान दिल्ली में अध्यक्ष राहुल गांधी तथा कुछ अन्य विपक्षी नेताओं ने बंद की शुरूआत पर सुबह राजघाट जाकर महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की और वहां से रामलीला मैदान तक रैली निकाली। विपक्षी नेताओं ने रामलीला मैदान में कुछ देर धरना भी दिया जिसमें श्री गांधी के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद एवं अशोक गहलोत, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार, लोकतांत्रिक जनता दल के शरद यादव, राष्ट्रीय जनता दल के जयप्रकाश नारायण यादव, राष्ट्रीय लोकदल के जयंत चौधरी, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह और आरएसडी के एन के प्रेमचंद्रन समेत विभिन्न दलों नेता मौजूद थे। इन नेताओं ने आरोप लगाया कि आम आदमी पेट्रोल और डीजल की कीमतों और महंगाई से त्रस्त है लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पर चुप्पी साधे हुए हैं।
पटना में बंद समर्थकों ने प्रमुख डाक बंगला चौराहे पर प्रदर्शन करके यातायात बाधित कर दिया। इस दौरान बंद समर्थकों ने कई वाहनों के शीशे तोड़ दिये। बंद के दौरान दानापुर, बेलीरोड और मनेर में सड़क पर टायर जलाकर यातायात को बाधित किया गया। राज्य के सभी जिलों में बंद का व्यापक असर देखा गया।
बिहार में भारत बंद के समर्थन में कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद), हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम), जन अधिकार पार्टी (जाप), समाजवादी पार्टी (सपा) और लोकतांत्रिक जनता दल (लोजद) के नेता और कार्यकर्ता सुबह से ही सड़कों पर उतर आये और जगह-जगह सड़क तथा रेल यातायात रोकने तथा दुकानों को बंद कराने की कोशिश की। इसी दौरान जाप के कार्यकर्ताओं ने पटना में राजेन्द्र नगर टर्मिनल पर पूर्व मध्य रेलवे के कर्मचारियों को हाजीपुर ले जाने वाली बस के शीशे तोड़ दिये। नालंदा मेडिकल कॉलेज जा रहे एक डाक्टर के साथ बंद समर्थकों ने दुर्व्यवहार किया।
देश की वाणिज्यिक राजधानी मुंबई में पेट्रोलियम उत्पादों की बढ़ती कीमतों के विरोध में भारत बंद के दौरान उपनगर अंधेरी में कांग्रेस नेताओं ने ट्रेन रोकने का प्रयास किया और पुणे में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं ने एक बस में तोड़फोड़ की। शिवसेना ने हालांकि इस बंद का विरोध किया।
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण, मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम, वरिष्ठ नेता माणिकराव ठाकरे और अन्य नेताआें को अंधेरी रेलवे स्टेशन पर ‘ट्रेन रोको’ अभियान के दौरान हिरासत में लिया गया। मनसे के कार्यकर्ताओं ने घाटकोपर-अंधेरी मेट्रो रेल लाइन को डी एन नगर स्टेशन पर अवरूद्ध कर दिया। चेंबूर स्टेशन पर भी ट्रेन रोकी गयी। प्रतीक्षानगर डिपो और वाशी नाका में सरकारी बेस्ट की बसों पर पथराव की रिपोर्ट भी मिली है।
पंजाब में कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद भारत बंद का असर मिला-जुला ही रहा। राज्य के कई जिलों में बाजार बंद रहे। कांग्रेस कार्यकर्ता जगह-जगह दुकानदारों से बंद को सफल बनाने में सहयोग की अपील करते और बाजार और दुकानें बंद कराते देखे गए। पंजाब में गुरू ग्रंथ का पहला प्रकाश पर्व होने के कारण सरकारी कार्यालयों तथा सभी स्कूल और कॉलेजों में अवकाश रहा। सड़कों पर बसें दाैड़ती नजर आयीं। समूचे राज्य में बंद का मिला-जुला असर दिखाई दिया।
हिमाचल प्रदेश में भारत बंद का मिला-जुला असर रहा। शिमला सहित बड़े शहरों में व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे तथा निजी बसें नहीं चलीं जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सरकारी संस्थानों को छोड़कर, स्कूल, कार्यालय, बैंक और राज्य ट्रांसपोर्ट बंद रहे। दुकानें तथा व्यापारिक प्रतिष्ठान और होटल भी बंद रहे।
बीजेपी ने बंद को भ्रम फैलाने की कोशिश बताया
बीजेपी ने बंद को जनता के बीच अफवाह और भ्रम फैलाने का प्रयास करार दिया और कहा कि जनता विपक्षी दल द्वारा फुलाए गए ‘महागठबंधन के गुब्बारे की हवा निकाल’ देगी. बीजेपी का आरोप है कि बिहार के जहानाबाद में दो साल की बच्ची की मौत अस्पताल ले जाते वक्त हो गई और उसके परिवार ने मौत के लिए वाहन खोजने में हुई देरी के पीछे की वजह भारत बंद को बताया।
देश के अलग अलग राज्यों में कैसा रहा असर
केरल, कर्नाटक, बिहार, ओडिशा और अरुणाचल प्रदेश जैसे राज्यों में बंद के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ लेकिन उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और मिजोरम कुल मिलाकर प्रभावित नहीं रहे. ओडिशा में ट्रेन सेवाएं बाधित हुई।
नयी दिल्ली में बंद के बावजूद ऑफिस, स्कूल और कॉलेज अपने नियमित समय पर ही खुले. प्रदर्शन के कारण दरियागंज और रामलीला मैदान के आस पास यातायात बाधित हुआ. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में बंद के समर्थन में कई जगह प्रदर्शन किये. अधिकारियों ने कहा कि किसी जगह से किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है क्योंकि पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त सुरक्षा बंदोबस्त किया।
पंजाब और हरियाणा में कुछ जगहों पर दुकानें और कारोबारी प्रतिष्ठान बंद दिखे. पंजाब में कांग्रेस ने लुधियाना, जालंधर, पटियाला, गुरदासपुर सहित कई स्थानों पर प्रदर्शन निकाले. इसी तरह हरियाणा में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अंबाला, पंचकूला, यमुनानगर, रोहतक और पानीपत सहित कई जगहों पर विरोध मार्च निकाला।
महाराष्ट्र में कई भागों में बंद समर्थकों ने बसों को निशाना बनाया और ट्रेन यातायात को रोका. राज्य में स्कूल, कालेज और ऑफिस खुले रहे. राज्य में बंद का एनसीपी, राज ठाकरे नीत एमएनएस, एसपी सहित अन्य दलों ने समर्थन किया. मुंबई में प्रदर्शन के दौरान करीब एक सौ कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया।
कांग्रेस ने गणेशोत्सव के मद्देनजर गोवा में बंद नहीं कराया बल्कि कांग्रेसी नेता आम लोगों को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा करने वाली केन्द्र सरकार की ‘‘नीतियों की हकीकत बताने’’ के लिए पेट्रोल पंपों पर गये. केरल में बंद से जनजीवन प्रभावित रहा. सार्वजनिक और निजी परिवहन बसें और आटोरिक्शा सड़कों पर नजर नहीं आए।
ओडिशा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा बंद लागू करने के लिए रेल की पटरियों पर रुकावट पैदा की गई जिससे कई स्थानों पर ट्रेन सेवाएं बाधित हुईं. कम से कम दस ट्रेनें रद्द की गई हैं. कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा सड़कों पर अवरोध पैदा करने से कई जगहों पर वाहनों की आवाजाही बाधित हुई. सड़कों से बसें, टैक्सी और आटोरिक्शा नदारद रहे।
भुवनेश्वर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़क मार्ग जाम कर दी जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर गाड़ियों का आवागमन बाधित हुआ. बंद समर्थकों ने सूर्य मंदिर की टिकट खिड़की भी बंद कर दी. दुकानें, बाजार, कारोबारी प्रतिष्ठान और शिक्षण संस्थान बंद रहे. बीजू पटनायक प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षाएं रद्द कर दी गईं।
तेलंगाना में बंद का मिलाजुला असर देखा गया. पुलिस ने प्रदर्शन करने और बसों को चलने से रोकने का प्रयास करने पर कांग्रेस, वामदल और टीडीपी के कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया. करीमनगर में एआईसीसी सचिव श्रीनिवास कृष्णन और 40 अन्य को ऐहतियाती हिरासत में लिया गया।
कर्नाटक में भारत बंद से जनजीवन प्रभावित हुआ. बेंगलुरू की सड़कें सुनसान रहीं और सरकारी बसें, निजी टैक्सी और ज्यादातर आटोरिक्शा सड़कों से दूर रहे. कारोबारी प्रतिष्ठान, दुकानें, मॉल, कुछ निजी कंपनियां बंद रहीं. मेंगलुरू में जो दुकानें और होटल खुले उन पर पथराव की खबरें हैं।
झारखंड में बंद जबरन लागू करने का प्रयास करने पर कांग्रेस के 58 कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया. पश्चिम बंगाल में लगभग सभी दुकानें, कालेज और कार्यालय खुले रहे और परीक्षाएं भी तय कार्यक्रम के अनुसार आयोजित हुईं. तमिलनाडु में जनजीवन कुल मिला कर सामान्य रहा. हालांकि ट्रेड यूनियनों से जुड़े आटोरिक्शा सड़कों से दूर रहे।
बिहार के जहानाबाद में बच्ची की मौत
उपसंभागीय अधिकारी पारितोष कुमार ने कहा कि गया जिले के एक गांव के निवासी प्रमोद मांझी अपनी बेटी को लेकर अस्पताल जा रहे थे क्योंकि बच्ची उल्टियां कर रही थी और डायरिया से ग्रस्त थी. उन्होंने कहा, ‘बंद समर्थकों ने तिपहिया वाहन को जाने से नहीं रोका. यह कहा जा सकता है कि अगर वाहन खोजने में देरी नहीं हुई होती तो उसकी जिंदगी बचाई जा सकती थी।
बिहार में आगजनी, तोड़फोड़ और सड़क और रेल यातायात को अवरूद्ध करने की घटनाएं हुईं. पुराने पटना शहर में बंद समर्थकों ने तोड़फोड़ की जहां उन्होंने पटरियों पर टायर जलाकर ट्रेनों का आवागमन बााधित किया. निजी स्कूल और कई कारोबारी प्रतिष्ठान बंद रहे. सरकारी कार्यालयों और बैंकों में कामकाज सामान्य रहा।
‘भारत बंद’ का गुजरात में मिला-जुला असर रहा. कांग्रेस ने बंद को सफल बताया जबकि पुलिस ने दावा किया कि इसका कोई खास असर नहीं रहा. पुडुचेरी में सार्वजनिक वाहन सड़कों से नदारद रहे और तमिलनाडु सरकार की स्वामित्व वाली एक एक्सप्रेस बस और एक निजी कालेज वाहन पर पत्थर फेंके गये।
अरुणाचल प्रदेश में बंद की वजह से जनजीवन प्रभावित हुआ. राज्य में सभी दुकानें, बैंक समेत कारोबारी प्रतिष्ठान और शिक्षण संस्थान बंद रहे और निजी गाड़ियां सड़कों से नदारद रहे.राज्य की राजधानी में करीब सौ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है।
उत्तर प्रदेश में बंद का ज्यादा असर देखने को नहीं मिला और ज्यादातर दुकानें और कारोबारी प्रतिष्ठान खुले रहे. कांग्रेस शासित मिजोरम में भी दुकानें, कार्यालय और शैक्षणिक संस्थान खुले रहे और इन पर बंद का कोई असर नहीं हुआ।attacknews.in