लखनऊ 24 दिसम्बर। उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में 19 दिसंबर से शुरू हुआ हिंसक प्रदर्शन अब थम गया है तथा आज मंगलवार को पूरे राज्य में पूरी शांति है और जनजीवन सामान्य हो गया है ।
स्कूलों में आज तक छुट्टी है जबकि क्रिसमस को लेकर कल से ऐसे ही स्कूल बंद किये जा रहे हैं । सोमवार को प्रदेश में शांति रही आज मंगलवार को जनजीवन पूरी तरह से सामान्य हो गया।
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने मंगलवार को कहा कि हिंसा करने वाले किसी भी व्यक्ति को पुलिस नहीं छोड़ेगी ।
उन्होंने लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की और कहा कि उन लोगों को पकड़ने में पुलिस की मदद करें जिनके पोस्टर हिंसा को लेकर जारी किये गये हैं ।
उन्होंने कहा पुलिस किसी भी निर्दोष को परेशान नहीं करेगी ।
राजधानी लखनऊ में 19 दिसम्बर को हिंसा का ये आलम था कि पुलिस महानिदेशक भी दंगाईयों के बीच फंस गये थे और पथराव करती भीड़ ने उन्हें घेर लिया था ।
कानपुर में उपद्रवियों की पहचान के लिए पुलिस ने लगाये पोस्टर
कानपुर में उपप्रवियों की पहचान के लिये पुलिस ने सड़कों पर पोस्टर चस्पा किये है।
नागरिकता संशोधन कानून(सीएए) के विरोध में गत शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद बाबूपुरवा और फिर यतीमखाना में उपद्रवियों ने हिंसक प्रदर्शन किया था। पुलिस ने उपद्रवियों की पहचान के लिए उपद्रवियों के पोस्टर जारी किये है। उनकी पहचान करने के लिए लोगों से अपील की है। शहर में जगह-जगह उपद्रवियों के पोस्टर पुलिस के द्वारा लगाए गए हैं।
शामली में माहौल खराब करने वाले चार और गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश में शामली पुलिस ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कैराना स्थित ईदगाह में विरोध प्रदर्शन कर भीड को उकसाने व साम्प्रदायिक सौहार्द खराब करने के आरोप में आज चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
पुलिस अधीक्षक विनित जायसवाल ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुलिस आज कैराना से जो आरोपी गिरफ्तार किए गये हैं उनके कब्जे से भड़काऊ पम्पलेट आदि बरामद किए हैं। एक आरोपी राजस्थान का रहने वाला है। पूछताछ पर आरोपियों ने अपने आपको पीएफआई, एसडीपीआई का कार्यकर्ता बताया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई प्रारंभ कर दी है।
सीएए के खिलाफ जमीयत महासचिव महमूद मदनी ने समर्थकों के साथ दी गिरफ्तारी
देवबंद (सहारनपुर) से खबर है कि,नागरिकता (संशोधन) कानून (सीएए)के खिलाफ जमीयत उलमाए हिंद के महासचिव एवं पूर्व सांसद मौलाना महमूद मदनी ने आज दारूल उलूम क्षेत्र में 313 समर्थकों के साथ गिरफ्तारी दी।
सैंकडों समर्थकों के साथ मौलाना मदनी दोपहर बाद ईदगाह पार्क पहुंचे, जहां उन्होंने इस कानून के खिलाफ अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इस विधेयक को वापस लिए जाने तक जमीयत का देशभर में आंदोलन जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि इस कानून को लेकर देशभर के मुसलमानों में जबरदस्त नाराजगी है और सभी सेकुलर ताकतें इसके खिलाफ हैं। इस विधेयक से भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि प्रभावित हुई है। यह संविधान की मूल भावनाओं के खिलाफ है। ईदगाह पार्क पर एडीएम एफ विनोद कुमार, एसपी देहात विद्यासागर मिश्र, एसडीएम राकेश कुमार, सीओ चौब सिंह पुलिस बल के साथ मौजूद रहे।
सीएए को लेकर मायावती की मुस्लिमों को सलाह
लखनऊ से खबर है कि,बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर मुस्लिमों को सलाह दी है कि वो किसी के बहकावे में नहीं आयें तथा केंद्र सरकार को भी नसीहत दी कि कानून को लेकर मुसलमानों के मन में अगर शंका है तो उसे दूर करे ।
सुश्री मायावती ने मंगलवार को ट्वीट किया और कहा कि बसपा की मांग है कि केंद्र सरकार सीएए या एनआरसी को लेकर मुसलमानों की सभी आशंकाओं को जल्दी दूर करे। इतना ही नहीं उनको पूरे तौर से संतुष्ट भी करे। इसके साथ ही उनको हर प्रकार से सावधान भी करे।
मायावती ने इसके साथ ही कहा कि नागरिकता संशोधन कानून पर मुस्लिम समाज के लोग सावधान भी रहें। यह भी तय कर ले कि कहीं इस मुद्दे की आड़ में उनका राजनीतिक शोषण तो नहीं हो रहा है और वे उसमें पिसने लगे हैं। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन बिल 2019 के पारित होने के बाद मुस्लिम समुदाय में उत्पन्न तनाव और भय को दूर करने के लिए यह बहुत जरूरी है।
बसपा प्रमुख इससे पहले सीएए विरोध प्रदर्शन में हुई हिंसा को लेकर सरकार से उच्चस्तरीय न्यायिक जांच की मांग कर चुकी हैं। उन्होंने पुलिस और जिला तथा प्रदेश प्रशासन को भी निष्पक्ष रूप में कार्य करने की सलाह दी है। उन्होंने यह भी कहा था कि यदि कोई निर्दोष पकड़ा गया है तो उसे जल्द रिहा किया जाये ।